
Milkipur Upchunav Result: अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव को बीजेपी ने जीत लिया है. आज अयोध्या के राजकीय इंटर कॉलेज में काउंटिंग कड़ी सुरक्षा के बीच हुई. मिल्कीपुर सीट की खास बात ये है कि बीजेपी के लिए ये सीट हमेशा से ही कड़ी चुनौती रही है. पिछले 33 साल में मिल्कीपुर विधानसभा सीट बीजेपी सिर्फ एक बार ही जीत पाई है. हालांकि, इस बार मिल्कीपुर की जनता ने बीजेपी का साथ दिया है.
मिल्कीपुर स्कोर...
राउंड | अपडेट(आगे/पीछे) |
राउंड-1 | बीजेपी के चंद्रभानु पासवान आगे (3995 वोट से) |
राउंड-2 | बीजेपी के चंद्रभानु पासवान आगे (6217 वोट से) |
राउंड-3 | बीजेपी के चंद्रभानु पासवान आगे (10,170 वोट से) |
राउंड-4 | बीजेपी के चंद्रभानु पासवान आगे (11,635 वोट से) |
राउंड-5 | बीजेपी के चंद्रभानु पासवान आगे (14265 वोट से) |
राउंड-6 | बीजेपी के चंद्रभानु पासवान आगे (17192 वोट से) |
राउंड-7 | बीजेपी के चंद्रभानु पासवान आगे (18680 वोट से) |
राउंड-8 | बीजेपी के चंद्रभानु पासवान आगे (22078 वोट से) |
राउंड-9 | बीजेपी के चंद्रभानु पासवान आगे (25, 378 वोट से) |
राउंड-10 | बीजेपी के चंद्रभानु पासवान आगे (28,605 वोट से) |
राउंड-11 | बीजेपी के चंद्रभानु पासवान आगे ( 31093 वोट से) |
राउंड-12 | बीजेपी के चंद्रभानु पासवान आगे (36,810 से) |
राउंड-13 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 36864 वोटों से आगे |
राउंड-14 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 37789 वोटों से आगे |
राउंड-15 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 39215 वोटों से आगे |
राउंड-16 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 40,550 वोटों से आगे |
राउंड-17 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 42,071 वोटों से आगे |
राउंड-18 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 43010 वोट से आगे |
राउंड-19 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 44000 वोट से आगे |
राउंड-20 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 48060 वोट से आगे |
राउंड-21 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान करीब 50000 वोट से आगे |
राउंड-22 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 51752 वोट से आगे |
राउंड-23 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 53929 वोट से आगे |
राउंड-24 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान लगभग 55000 अधिक वोट से आगे |
राउंड-25 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 57016 वोट से आगे |
राउंड-26 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 57986 वोट से आगे |
राउंड-27 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 59084 वोट से आगे |
राउंड-28 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 60297 वोट से आगे |
राउंड-29 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 61227 वोट से आगे |
राउंड-30 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान 61713 वोट से आगे |
राउंड-31 | बीजेपी के चंद्र भानु पासवान ने 146397 वोटों से जीता चुनाव |
चुनावी तंत्र का दुरुपयोग: अखिलेश यादव
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव परिणाम को लेकर भाजपा पर तल्ख टिप्पणी की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनावी तंत्र का दुरुपयोग किया है. अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा, "पीडीए की बढ़ती शक्ति का सामना भाजपा वोट के बल पर नहीं कर सकती है, इसलिए वो चुनावी तंत्र का दुरुपयोग करके जीतने की कोशिश करती है. ऐसी चुनावी धांधली करने के लिए जिस स्तर पर अधिकारियों की हेराफेरी करनी होती है, वो एक विधानसभा में तो भले किसी तरह संभव है, लेकिन 403 विधानसभाओं में ये ‘चार सौ बीसी' नहीं चलेगी. इस बात को भाजपा वाले भी जानते हैं, इसीलिए भाजपाइयों ने मिल्कीपुर का उपचुनाव टाला था। पीडीए, मतलब 90 प्रतिशत जनता ने ख़ुद अपनी आंखों से ये धांधली देखी है."
बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला
मिल्कीपुर आरक्षित विधानसभा सीट तो राज्य की सत्तारूढ़ बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के लिए नाक की लड़ाई बन चुकी है, क्योंकि ये नतीजे राज्य में आगे की दिशा तय करेंगे. अयोध्या ज़िले और फ़ैज़ाबाद लोकसभा सीट के तहत आने वाली मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर वैसे तो दस उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुक़ाबला बीजेपी के उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अजीत प्रसाद के बीच है. अजीत प्रसाद इस सीट से पूर्व विधायक रहे अवधेश प्रसाद के बेटे हैं. अवधेश प्रसाद अब फ़ैज़ाबाद सीट से सांसद हैं.
बीजेपी को लेना है अयोध्या में मिली हार का बदला
पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद ने फ़ैज़ाबाद सीट से चुनाव जीता, तो बीजेपी का बड़ा झटका लगाा था. पिछले साल जनवरी में राम मंदिर बनने के तीन महीने बाद हुए इस चुनाव में अयोध्या-फ़ैज़ाबाद इलाके में बीजेपी के लिए चुनाव हारना एक बड़ा झटका था, जिससे वो अभी तक उबर नहीं पाई है. इस सुरक्षित सीट से अखिलेश यादव ने दलित उम्मीदवार को उतारा और जीत हासिल कर ली. यही वजह है कि मिल्कीपुर सीट को जीतकर बीजेपी उस हार का बदला लेने की जीतोड़ कोशिश की है. मिल्कीपुर सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. बीजेपी और सपा दोनों के ही उम्मीदवार अनुसूचित जाति से जुड़े पासी समुदाय से आते हैं, जिसकी इस सीट पर अच्छी ख़ासी तादाद है.
मिल्कीपुर विधानसभा का गणित
- मिल्कीपुर सीट पर कुल दस उम्मीदवार हैं. मुख्य मुक़ाबला बीजेपी और सपा के उम्मीदवारों के बीच है.
- मिल्कीपुर सीट पर कुल 3.58 लाख मतदाता हैं, जिनमें से 1.40 लाख दलित हैं.
- क़रीब 50 हज़ार दलित मतदाता पासी समुदाय हैं, जबकि बाकी कोरी और जाटव समुदाय से हैं.
- इस सीट पर 50 हज़ार ओबीसी, 60 हज़ार ब्राह्मण, 50 हज़ार यादव, 30 हज़ार मुस्लिम और 25 हज़ार राजपूत मतदाता हैं.
भीम आर्मी भी मैदान में...
उत्तर प्रदेश की इस आरक्षित मिल्कीपुर सीट से मायावती की बीएसपी ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है, ये काफी हैरान करने वाली बात है. उधर, कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन में अपनी सहयोगी समाजवादी पार्टी के समर्थन में उम्मीदवार नहीं उतारा. इस सीट पर एक तीसरा उम्मीदवार भी मैदान में हैं. ये हैं भीम आर्मी के प्रमुख और लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आज़ाद की आज़ाद समाज पार्टी के उम्मीदवार सूरज चौधरी. वह पहले समाजवादी पार्टी में थे, अवधेश प्रसाद के क़रीबी थे और हाल में सपा छोड़कर आज़ाद समाज पार्टी में आ गए. सूरज चौधरी भी पासी समुदाय से हैं. बीएसपी की ग़ैर मौजूदगी में दलित समुदाय के वोटों में वो कितनी सेंध लगाते हैं ये देखना दिलचस्प रहेगा.
क्या मिल्कीपुर की चुनाौती पार कर पाएगी बीजेपी?
मिल्कीपुर सीट की ख़ास बात ये है कि बीजेपी के लिए ये सीट हमेशा से ही कड़ी चुनौती रही है. पिछले 33 साल में मिल्कीपुर विधानसभा सीट बीजेपी सिर्फ़ एक बार ही जीत पाई है. इसलिए ये सीट जीतना बीजेपी के लिए इस बार भी बड़ी चुनौती है. फ़ैज़ाबाद के मौजूदा सांसद अवधेश प्रसाद ने 2022 में मिल्कीपुर सीट से बीजेपी उम्मीदवार गोरखनाथ को हराया था. उपचुनाव में इस सीट का नतीजा आने वाले दिनों के लिए इशारा भी हो सकता है. कई जानकार तो मानते हैं कि इस चुनाव का नतीजा 2027 में होने वाले उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की दिशा तय कर सकता है.
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