
- योगी सरकार ने लखनऊ में रोजगार मेले का आयोजन किया है जिसमें सौ से अधिक कंपनियां युवाओं का चयन कर रही हैं.
- इस मेले में देश-विदेश की 20 से अधिक विदेशी कंपनियां भी शामिल होकर रोजगार के अवसर प्रदान कर रही हैं.
- मेले में कुल 21 सेक्टर्स के तहत 50 हजार से ज्यादा पदों पर नियुक्ति के लिए मेरिट और योग्यता आधार मानी गई है.
उत्तर प्रदेश (यूपी) की राजधानी लखनऊ में योगी सरकार ने एक मेला लगाया है. ये मेला नौकरी और रोजगार के लिए है. युवाओं को एक जगह पर नौकरी रोजगार के अवसर मिलें, इसी कोशिश के तहत 100 से ज्यादा कंपनियां युवाओं का सिलेक्शन कर रही हैं. देश की कई नामी कंपनियों के अलावा 20 से ज़्यादा विदेशी कंपनियां भी इस मेले में आई हैं. लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मंगलवार से शुरू हुए इस मेले में युवाओं को भारी भीड़ जुटी है.
सरकार की कोशिशों की तारीफ
यह भीड़ ऐसे बेरोजगारों की है जो नौकरी की तलाश में कड़ी धूप और बरसात में लाइन लगाकर नौकरी पाने की कोशिश कर रहे हैं. योगी सरकार ने देश विदेश से 100 से ज्यादा कंपनियों को बुलाकर 50 हजार नौकरी रोजगार मुहैया कराने का प्रयास किया है. रोजगार मेले में आए युवाओं ने व्यवस्थाओं को लेकर कुछ शिकायतें जरूर की लेकिन सरकार के इस प्रयास के बारे में ज्यादातर छात्रों ने संतोष जताया. छात्रों का कहना है कि यूपी जैसे 25 करोड़ की आबादी वाले राज्य में सबको सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती. ऐसे में राज्य सरकार की रोजगार मेले के जरिए नौकरी रोजगार दिलाने के प्रयास सराहनीय है.
20 से ज्यादा कंपनियां
इलेक्ट्रॉनिक्स ट्रेड से बी-टेक करने वाले सुदेश श्रीवास्तव लखनऊ के रहने वाले हैं. वो भी बेरोजगारों की लाइन में खड़े दिखे. पूछने पर बताया कि वो पहले से एक जगह नौकरी कर रहे हैं. इस उम्मीद में वह यहां आए हैं कि शायद वर्तमान नौकरी से कोई बेहतर विकल्प इस मेले में मिल जाये. आपको बता दें इस रोजगार मेले में सौ से ज्यादा कंपनियों को एक छत के नीचे सिलेक्शन के लिए बुलाया गया है. यहां 50 हजार से ज्यादा पदों पर भर्तियां की जा रही हैं. इसमें कुल 21 सेक्टर्स में नौकरी और रोजगार के अवसर मुहैया कराये गए हैं. 20 से अधिक विदेशी कंपनियां भी रोजगार मेले में हिस्सा ले रही हैं. इसमें नियुक्ति का आधार मेरिट और क्वालिफिकेशन तय की गई हैं.
युवाओं की उम्मीदें बढ़ीं
फिलहाल युवाओं को उम्मीद है कि उन्हें नौकरी रोजगार के अवसर मिलने से उनका भविष्य बेहतर होगा और आने वाले समय में भी सरकार उन्हें बेहतर अवसर दिलाने के लिए इस तरह के प्रयास करती रहेगी. जाहिर है 25 करोड़ की आबादी वाले राज्य में सबसे बड़ी चुनौती बेरोजगारी खत्म करने की है. देखना होगा इस तरह के प्रयासों का भविष्य में कितना सकारात्मक असर दिखाई पड़ता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं