
उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है. पहले दिन विधानसभा और विधान परिषद के संयुक्त सदन को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल संबोधित करेंगी. 20 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए आम बजट पेश किया जाएगा. विधानसभा में विपक्षी दलों ने मिल्कीपुर उपचुनाव, कुंभ हादसे, संभल हिंसा, जातीय जनगणना जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी की है. भाजपा भी विपक्षी दलों के उत्तर देने की पूरी तैयारी में है. विधानमंडल के दोनों सदनों में विपक्षी दलों के हमलों से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने भाजपा और सभी सहयोगी दलों के विधायकों से सदन में मौजूद रहने को कहा.
मुख्यमंत्री ने सभी मुद्दों का सकारात्मक ढंग से जवाब देने को कहा
मुख्यमंत्री ने सभी मुद्दों का सकारात्मक ढंग से जवाब देने को कहा है. विपक्ष या सदन के किसी भी व्यक्ति के पूछे गए सवाल का संतोषजनक जवाब दें. संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने भी सभी मंत्रियों और विधायकों से विपक्षी दलों के सवालों का संयमित, तार्किक और गरिमा से जवाब देने का सुझाव दिया है. उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि बजट सत्र बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इसमें राज्य सरकार आगामी वित्तीय वर्ष की योजनाओं एवं नीतियों का खाका प्रस्तुत करती है. उन्होंने सभी दलीय नेताओं से अनुरोध किया कि वे सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा बनाए रखते हुए सकारात्मक चर्चा करें. इस पर सभी दलीय नेताओं ने सदन के संचालन में सहयोग देने का आश्वासन दिया.
विपक्षियों को जनहित के मुद्दों को सदन में रखने की सलाह
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सभी को सदन में अपनी बात रखने का अधिकार होता है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन में सार्थक चर्चा हो, जिससे देश में सकारात्मक संदेश जाए. नेता सदन योगी ने विपक्षी दलों से सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने का अनुरोध किया. मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों के नेताओं से कहा कि जनहित के मुद्दों को सदन में रखें और स्वस्थ चर्चा कर प्रदेश में विकास को और गति प्रदान करने में सरकार का सहयोग करें.
19 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा
नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सदन में स्वस्थ चर्चा होनी चाहिए. इससे प्रदेश का विकास भी होता है और जनता की समस्याओं का समाधान भी. जनप्रतिनिधि के रूप में जनता के हित से जुड़े हर मुद्दे पर सदन में सुचारू रूप से चर्चा होनी चाहिए. सीएम ने कहा कि सदन के संचालन में किसी प्रकार की बाधाएं न आएं, इसका ध्यान सभी सदस्यों को रखना चाहिए. नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि बजट सत्र में बड़े विभागों पर अलग से विस्तृत चर्चा कराई जाए. उन्होंने आश्वासन दिया कि वे सदन के सुचारू संचालन में अपना पूरा सहयोग देंगे. ज्ञात हो कि इस बार का विधानमंडल सत्र लंबा चलेगा. 19 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी. 20 को वित्त मंत्री बजट पेश करेंगे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं