इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वकीलों ने सोमवार को अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को देखते हुए न्यायिक कार्य से अलग रहने का निर्णय किया है.
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को बैठक हुई, जिसमें विचार किया गया कि सोमवार को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में पूरे जनपद और देश में हर्ष एवं उल्लास के माहौल रहेगा और धार्मिक आयोजन होंगे. ऐसे में अधिवक्ता समय से न्यायालय पहुंचने में असमर्थ रहेंगे.
इसके अलावा बड़ी संख्या में अधिवक्ता प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए अयोध्या के लिए जा चुके हैं. अधिवक्ताओं के सुझाव और अनुरोध को ध्यान में रखते हुए सोमवार 22 जनवरी को न्यायिक कार्य से अलग रहने का सर्वसम्मति से निर्णय किया गया.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं