वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में रोजारा हजारों भक्त आते हैं और दर्शन-पूजन करते हैं. हालांकि अब काशी विश्वनाथ न्यास ने संस्कृत विद्यालयों के छात्रों-अध्यापकों और विभिन्न हॉस्पिटलों में भर्ती मरीजों के परिजनों के लिए निशुल्क भोजन की व्यवस्था की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को इस योजना की शुरुआत की. पीएम मोदी ने इसी साल फरवरी में अपने वाराणी दौरे के दौरान इस योजना की घोषणा की थी और कहा था कि बच्चों और अस्पतालों में तीमारदारों को काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट की ओर से निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाएगा.
काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि पीएम मोदी की घोषणा के द्वारा अन्न सेवा योजना का आज सुबह शुभारंभ किया गया. इसके तहत विद्यालयों और चिकित्सालयों को भोजन उपलब्ध कराया गया.
नाट्यकोटम संस्था और काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के बीच अनुबंध
मिश्र ने बताया कि पीएम मोदी के इस संकल्प को पूरा करने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर ने गोदौलिया स्थित जम्मू कोठी में विशेष रूप से निर्मित अन्नक्षेत्र में सात्विक सनातन रसोई का निर्माण कराया है. रसोई का संचालन नाट्यकोटम संस्था द्वारा किया जा रहा है, जो पहले से ही मंदिर परिसर स्थित अन्नक्षेत्र में भोजन का निर्माण कर रही है. इस संबंध में नाट्यकोटम संस्था और काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के बीच विशेष अनुबंध किया गया है. नाट्यकोटम की मातृसंस्थान कोविलुर मठ ने देश-विदेश से उच्चस्तरीय विशिष्ट क्षमता वाले उपकरण मंगवाए हैं, जिससे रसोई की उत्पादन क्षमता को बढ़ाया जा सके.
उन्होंने बताया कि 16 अक्टूबर को शुभ मुहूर्त में मंदिर की नवीनीकृत पाकशाला में चूल्हा पूजन और श्री विश्वेश्वर तथा माता अन्नपूर्णा की आराधना के साथ भोजन निर्माण का सफल ट्रायल हो चुका है.
इसी वर्ष चैत्र नवरात्रि के दौरान 9 अप्रैल 2024 से वाराणसी स्थित कैंसर उपचार संस्थान और अन्य प्रमुख चिकित्सालयों के लिए पैक्ड भोजन का वितरण पहले ही शुरू किया जा चुका है. यह व्यवस्था भर्ती रोगियों के तीमारदारों के लिए की गई थी, जिससे उन्हें भोजन की चिंता न करनी पड़े.
रसोईघर की क्षमता 5 हजार से 6 हजार करने की योजना
जम्मू कोठी स्थित नवीनीकृत रसोईघर की क्षमता को बढ़ाकर अब 5000 से 6000 व्यक्तियों का भोजन एक साथ बनाने की योजना है, जिससे अधिकतम लोगों तक पहुंच सुनिश्चित की जा सके.
दैनिक भोजन सामग्री और परिवहन की व्यवस्था काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा सुनिश्चित की गई है. मंदिर न्यास के पास पहले से ही दो महिन्द्रा डीआई वाहन भोजन पहुंचाने के लिए उपलब्ध हैं. इसके अतिरिक्त आईडीबीआई बैंक द्वारा सीएसआर मद के अंतर्गत 22 जुलाई 2024 को पांच वाहन दिए गए हैं.
मिश्र ने बताया कि यह योजना न केवल विद्यार्थियों और तीमारदारों के लिए भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी, बल्कि समाज में सहयोग और समर्पण की भावना को भी बढ़ावा देगी. प्रथम चरण में करीब 3000 लोगों को लाभार्थियों को भोजन वितरण से यह योजना शुरू हुई है और 5000 लोगों को भोजन उपलब्ध कराने का लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास का लक्ष्य है कि सामाजिक प्रकल्पों के माध्यम से जरूरतमंदों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके.
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