
- जौनपुर जिला महिला अस्पताल में एक डॉक्टर पर मुस्लिम महिला को प्रसव के दौरान इलाज से मना करने का आरोप लगा है
- शमा परवीन को अस्पताल में भर्ती तो किया गया लेकिन डॉक्टर ने कई घंटों तक उनका इलाज नहीं किया था
- अस्पताल प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टर और स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगकर जांच शुरू कर दी है
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के जिला महिला अस्पताल में बीते मंगलवार की रात एक बेहद चौंकाने वाला और गंभीर मामला सामने आया. अस्पताल की ड्यूटी पर तैनात एक डॉक्टर पर आरोप है कि उन्होंने प्रसव पीड़ा से तड़प रही एक मुस्लिम महिला को कथित तौर पर यह कहकर इलाज से मना कर दिया कि “तुम मुसलमान हो, हम इलाज नहीं करेंगे.” इस सनसनीखेज आरोप के बाद हड़कंप मच गया है. अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, जौनपुर के चंदवक थाना क्षेत्र के बीरीबारी गांव की निवासी शमा परवीन पत्नी मोहम्मद अरमान को मंगलवार शाम को अचानक प्रसव पीड़ा हुई. परिजन उन्हें तुरंत जिला महिला अस्पताल लेकर पहुंचे. परिजनों का आरोप है कि शमा परवीन को अस्पताल में भर्ती तो कर लिया गया, लेकिन ड्यूटी पर तैनात महिला डॉक्टर कई घंटों तक उन्हें देखने नहीं आईं. इस दौरान शमा परवीन बेड पर दर्द से तड़पती रहीं.
UP: जौनपुर के चंदवक थाना क्षेत्र का मामला. शमा परवीन को मंगलवार शाम अचानक प्रसव पीड़ा हुई. परिजन आनन–फानन में उसे जिला महिला अस्पताल लेकर पहुंचे.
— NDTV India (@ndtvindia) October 3, 2025
शमा परवीन को भर्ती भी कर लिया गया, लेकिन परिजनों का आरोप है कि कई घंटों तक बेड पर तड़पती रही, बावजूद इसके ड्यूटी पर तैनात महिला… pic.twitter.com/Xa6sHK9DKG
परिजनों का आरोप है कि जब डॉक्टर आईं तो उन्होंने इलाज करने से स्पष्ट इनकार कर दिया. चौंकाने वाला बयान देते हुए महिला के धर्म पर सवाल उठा दिया. डॉक्टर के इस कथन से मरीज और उनके परिजन गहरे सदमे और परेशानी में हैं.
अस्पताल प्रशासन ने दिया जांच का आदेश
इस गंभीर मामले की जानकारी मिलते ही जिला महिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS) डॉ. महेंद्र गुप्ता ने तत्काल संज्ञान लिया है. सीएमएस डॉ. महेंद्र गुप्ता ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी मिली है. उन्होंने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और संबंधित स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सीएमएस ने यह भी स्पष्ट किया कि उसी दिन अस्पताल में चार से पांच मुस्लिम महिलाओं का प्रसव और इलाज हुआ है.
'बाहरी लोगों' पर भड़काने का आरोप
सीएमएस डॉ. महेंद्र गुप्ता ने इस पूरे विवाद में एक अन्य पहलू की ओर भी इशारा किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ बाहरी लोग दिनभर अस्पताल में घूमते रहते हैं. मरीजों को भड़काने का काम करते हैं. उन्होंने बताया कि कई बार ये लोग प्रतिबंधित क्षेत्रों तक भी पहुंच जाते हैं. सीएमएस ने कहा कि ऐसे बाहरी तत्वों की भूमिका की भी जांच कराई जा रही है कि कहीं उन्होंने ही तो इस मामले को नहीं भड़काया है.
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