
- इकरा हसन ने अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट पर उनके साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है.
- इकरा हसन और नगर पंचायत अध्यक्ष शमा परवीन क्षेत्र की समस्याओं को लेकर एडीएम से मिलने गई थीं.
- इकरा हसन ने बताया कि जब वे एडीएम कार्यालय पहुंचीं तो उन्हें कार्यालय से बाहर निकलने को कहा गया.
उत्तर प्रदेश के के कैराना से सांसद इकरा हसन फिलहाल सुर्खियों में बनी हुई हैं. सुर्खियों में बने रहने की मुख्य वजह है इकरा हसन का वो आरोप जो उन्होंने अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट यानी एडीएम पर लगाए हैं. इकरा हसन ने कहा है कि जब मैं एडीएम के पास शिकायत लेकर पहुंची तो मेरे साथ अभद्रता की गई. एडीएम ने कथित तौर पर इकरा हसन से कहा कि वह उनके कार्यालय से बाहर चली जाएंग.
ये पूरा मामला एक जुलाई का बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इकरा हसन सहारनपुर की छुटमलपुर से नगर पंचायत अध्यक्ष शमा परवीन के साथ क्षेत्र की समस्याओं को लेकर एडीएम से मिलने पहुंची थी. दोपहर जब एडीएम को इकरा हसन के आने की सूचना दी गई तो कहा गया कि वो फिलहाल लंच पर हैं. लंच के बाद इकरा हस करीब तीन बजे एडीएम कार्यालय पहुंचीं.
इकरा के साथ छुटमलपुर की नगर पंचायत अध्यक्ष को एडीएम ने किसी मामले को लेकर डांट दिया था. इकरा हसन ने जब बीच में हस्तक्षेप किया तो एडीएम ने इकरा हसन को कथित रूप से अपने कार्यालय से बाहर निकलने के लिए कह दिया. बताया जा रहा है कि एडीएम ने आगे कहा कि ये उनका दफ्तर है और वो कुछ भी कहने और कहने के लिए स्वतंत्र हैं.
इकरा हसन ने की कार्रवाई की मांग
शामली जनपद की कैराना लोकसभा सीट से सांसद इकरा हसन सहरानपुर के छुटमलपुर कस्बा निवासी लोगो की समस्या के समाधान के लिए सहारनपुर एडीएम से मुलाकात की थी. वहीं महिला अध्यक्ष छुटमलपुर के साथ किए गए दुर्व्यवहार के चलते सांसद इकरा हसन ने उच्च अधिकारियों को एडीएम के मामले अवगत कराया और उनके द्वारा जनप्रतिनिधि महिला के साथ किए गए व्यवहार की जानकारी देते हुए कार्रवाई की मांग की है. इस मामले में सांसद एकरा हसन ने एडीएम की ट्रेनिंग पर सवाल खड़े करते हुए भाजपा अधिकारियों के अधिकारियों द्वारा महिलाओं के अपमान करने की बात कही है. सांसद इकरा हसन ने एडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
उन्होंने कहा कि एडीएम ई की मानसिकता महिला विरोधी है. जबकि भाजपा एक और नारी सशक्तिकरण और 33 पर्सेंट आरक्षण देने की बात महिलाओं को करती हैं. लेकिन इस तरह की घटना उन बातों पर सवालिया निशान खड़े करती है. उन्होंने कहा कि एडीएम संतोष बहादुर सिंह को ट्रेनिंग की आवश्यकता है जिसमें उन्हें महिलाओं के साथ और जनप्रतिनिधियों के साथ व्यवहार करने की सिख मिले. उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. और उन्हें वहां से पद से हटा देना चाहिए जिससे महिला प्रतिनिधियो के साथ सम्मान पूर्वक बात हो सके. और आम जनता की समस्या का समाधान हो सके. (इनपुट विवेक कुमार)
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