डॉक्टर कफील खान. (फाइल फोटो)
- एम्स के डॉक्टरों ने कफील खान को हटाए जाने की निंदा की
- डॉक्टरों ने सरकार पर अनदेखी का लगाया आरोप
- डॉक्टरों ने कहा-उन्हें बलि का बकरा बनाया गया
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नई दिल्ली:
एम्स के डॉक्टरों ने गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉ कफील खान को हटाए जाने की निंदा की. डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि 48 घंटे के भीतर अस्पताल में 30 बच्चों की मौत के भयावह मामले में खान को बलि का बकरा बनाया गया है. उक्त सरकारी अस्पताल के बाल रोग विभाग के नोडल अधिकारी खान की उस समय तारीफ हुई थी जब वह संकट के समय अपने पैसे से ऑक्सीजन के सिलेंडर लेकर आए थे. एम्स के रेजीडेंट डॉक्टर संघ के अध्यक्ष डॉ हरजीत सिंह भट्टी ने कहा, हमें बड़ी पीड़ा के साथ यह बात कहनी है कि सरकार की बुनियादी खामी और नामाकी के लिए फिर एक डॉक्टर को बलि का बकरा बनाया गया है.
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VIDEO: गोरखपुर: डॉ. कफील खान की बर्खास्तगी के विरोध में एम्स
सरकार पर अनदेखी का आरोप
संघ ने खान की बर्खास्तगी की निंदा करते हुए एक पत्र लिखा है और उत्तर प्रदेश सरकार पर सार्वजनिक स्वास्थ्य की पूरी तरह अनदेखी का आरोप भी लगाया है. भट्टी ने पत्र में लिखा, अगर अस्पताल में ऑक्सीजन, दस्ताने, सर्जिकल उपकरण और बुनियादी दवाएं उपलब्ध नहीं हैं तो कौन जिम्मेदार है? सरकार के मुताबिक डॉक्टर जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा, मेरी राजनेताओं से अपील है कि अपनी असमर्थता को छिपाने के लिए रोगी और डॉक्टर के रिश्ते को नहीं बिगाड़ें.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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सरकार पर अनदेखी का आरोप
संघ ने खान की बर्खास्तगी की निंदा करते हुए एक पत्र लिखा है और उत्तर प्रदेश सरकार पर सार्वजनिक स्वास्थ्य की पूरी तरह अनदेखी का आरोप भी लगाया है. भट्टी ने पत्र में लिखा, अगर अस्पताल में ऑक्सीजन, दस्ताने, सर्जिकल उपकरण और बुनियादी दवाएं उपलब्ध नहीं हैं तो कौन जिम्मेदार है? सरकार के मुताबिक डॉक्टर जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा, मेरी राजनेताओं से अपील है कि अपनी असमर्थता को छिपाने के लिए रोगी और डॉक्टर के रिश्ते को नहीं बिगाड़ें.
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