सहारनपुर में एक महीने के अंदर तीन बार हिंसा भड़क चुकी है (फाइल फोटो)
- दलित और राजपूतों के बीच पिछले एक महीने से हो रहा है संघर्ष
- शब्बीरपुर गांव में आंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर विवाद हुआ
- मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने किया शब्बीरपुर गांव का दौरा
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लखनऊ:
सहारनपुर में भड़का दो समुदायकों के बीच दंगा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को एकबार फिर भड़के दंगे में एक आदमी की मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हुए हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर की इस घटना पर बेहद दुख जताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को पूरे मामले की जांच सौंपी है.
सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद सहारनपुर में घटी घटना को दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए घटना में मृत युवक के प्रति शोक संवेदना प्रकट की है. उन्होंने कहा है कि इस घटना के दोषी व्यक्तियों को चिन्ह्ति कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस सम्बन्ध में जो लापरवाही घटित हुई है, उससे सम्बन्धित अधिकारियों को दण्डित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने धैर्य व संयम बनाए रखने के साथ-साथ विपक्षी दलों सहित सभी लोगों से शान्ति बहाली में सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि यह सरकार सबकी है. जाति, पंथ, मजहब के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा.
योगी ने चार वरिष्ठ अधिकारियों के दल को सहारनपुर पहुंचने का निर्देश देते हुए कहा है कि ये अधिकारी शान्ति बहाली सुनिश्चित करेंगे. इस दल में गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्रा, एडीजी लॉ एण्ड ऑर्डर आदित्य मिश्रा, आईजी (एसटीएफ) अमिताभ यश और डीजी (सुरक्षा) विजय भूषण शामिल हैं.
ऊर्जा मंत्री और सरकार के प्रवक्ता श्रीकान्त शर्मा ने कहा कि यह अपेक्षा थी कि जनपद सहारनपुर में मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती जी के जाने से वहां की शान्ति बहाली में सहयोग मिलेगा, लेकिन ऐसा न होना दुःखद है. सहारनपुर जनपद में शान्ति और सद्भाव का वातावरण बन चुका था, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री के पहुंचने पर तनाव और अशान्ति का माहौल बना और दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हुई, जिसमें निर्दोष युवक मारा गया.
श्रीकांत शर्मा ने कहा कि नई सरकार के उपलब्धियों से भरे दो महीने के कार्यकाल को विपक्षी पचा नहीं पा रहे हैं. करारी हार से निराश विपक्ष षड्यंत्रकारी गतिविधियों में लग गया है. सरकार विपक्ष के इस प्रकार के षड्यंत्रों और नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगी एवं जल्द ही ऐसे षड्यंत्रकारियों के चेहरे से नकाब उतारेगी.
सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद सहारनपुर में घटी घटना को दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए घटना में मृत युवक के प्रति शोक संवेदना प्रकट की है. उन्होंने कहा है कि इस घटना के दोषी व्यक्तियों को चिन्ह्ति कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस सम्बन्ध में जो लापरवाही घटित हुई है, उससे सम्बन्धित अधिकारियों को दण्डित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने धैर्य व संयम बनाए रखने के साथ-साथ विपक्षी दलों सहित सभी लोगों से शान्ति बहाली में सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि यह सरकार सबकी है. जाति, पंथ, मजहब के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा.
योगी ने चार वरिष्ठ अधिकारियों के दल को सहारनपुर पहुंचने का निर्देश देते हुए कहा है कि ये अधिकारी शान्ति बहाली सुनिश्चित करेंगे. इस दल में गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्रा, एडीजी लॉ एण्ड ऑर्डर आदित्य मिश्रा, आईजी (एसटीएफ) अमिताभ यश और डीजी (सुरक्षा) विजय भूषण शामिल हैं.
ऊर्जा मंत्री और सरकार के प्रवक्ता श्रीकान्त शर्मा ने कहा कि यह अपेक्षा थी कि जनपद सहारनपुर में मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती जी के जाने से वहां की शान्ति बहाली में सहयोग मिलेगा, लेकिन ऐसा न होना दुःखद है. सहारनपुर जनपद में शान्ति और सद्भाव का वातावरण बन चुका था, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री के पहुंचने पर तनाव और अशान्ति का माहौल बना और दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हुई, जिसमें निर्दोष युवक मारा गया.
श्रीकांत शर्मा ने कहा कि नई सरकार के उपलब्धियों से भरे दो महीने के कार्यकाल को विपक्षी पचा नहीं पा रहे हैं. करारी हार से निराश विपक्ष षड्यंत्रकारी गतिविधियों में लग गया है. सरकार विपक्ष के इस प्रकार के षड्यंत्रों और नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगी एवं जल्द ही ऐसे षड्यंत्रकारियों के चेहरे से नकाब उतारेगी.
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