विज्ञापन

दिल्ली में यमुना के उफान से नोएडा के 52 गांवों पर बाढ़ का खतरा, रेड अलर्ट जारी; NDRF समेत अन्य रेस्क्यू टीमें भी तैयार

पानी की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. ऐहतियातन जरूरी कदम भी उठाए जा रहे हैं. बाढ़ आने से नोएडा क्षेत्र सेक्टर-150, याकूतपुर, कुलेसरा समेत नोएडा, ग्रेटर नोएडा के करीब 52 गांव चपेट में आ सकते हैं.

यमुना के उफान से नोएडा में बाढ़ का खतरा.

  • यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर से गौतमबुद्ध नगर में 52 गांवों और जेवर के 25 गांवों को बाढ़ का खतरा है.
  • प्रशासन ने नोएडा में रेड अलर्ट जारी कर बाढ़ नियंत्रण चौकियां स्थापित कर रेस्क्यू टीमों को तैनात कर दिया है.
  • सिंचाई विभाग लगातार यमुना नदी के जलस्तर की निगरानी कर रहा है और बाढ़ से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नोएडा:

दिल्ली में यमुना के बढ़ते जलस्तर का असर नोएडा तक देखा जा सकता है. यही वजह है कि गौतमबुद्ध नगर में पहले ही अलर्ट जारी (Noida Flood Alert) कर दिया गया है. ग्रेटर नोएडा के करीब 52 गांव और जेवर के 25 गांव पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. दरअसल यमुना ओखला बैराज से गौतमबुद्ध नगर में प्रवेश करती हैं. आम दिनों में यमुना में पानी कम रहता है, लेकिन बारिश की वजह से इस समय जलस्तर काफी बढ़ (Yamuna Water Level) रहा है, जिसकी वजह से हरियाणा के यमुना नगर हथिनीकुंड बैराज से एक लाख 16 हजार पानी डिस्चार्ज किया गया है.

ये भी पढ़ें- कुर्ला में बसों में घुसा पानी, मीठी नदी खतरे का निशान पार, लोकल ट्रेनों की रफ्तार धीमी

नोएडा में रेड अलर्ट, रेक्स्यू टीम भी तैयार

प्रशासन ने आपदा स्थिति के निपटने के लिए रेड अलर्ट जारी कर जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. प्रशासन ने आपदा की स्थिति के निपटने के लिए बाढ़ नियंत्रण चौकियां स्थापित कर दी हैं. साथ ही रेस्क्यू टीम भी लगा दी गई है. वहीं, एनडीआरएफ समेत अन्य एजेंसियों को भी अलर्ट रहने को कहा गया है. यमुना के रौद्र रूप से नोएडा में बाढ़ का संकट गहराने लगा है. यमुना नदी का जल स्तर बढ़ रहा है. हालांकि ये जल स्तर काफी नीचे है. क्यों कि हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी अभी यहां तक पहुंचा नहीं है.

48 से 72 घंटे तक जल स्तर बढ़ने का खतरा

लेकिन यमुना के उफान पर होने की वजह से अगले 48 से 72 घंटे तक इसका जल स्तर बढ़ने का खतरा बना हुआ है. यमुना में बढ़ते जलस्तर को देखते सिंचाई विभाग के अधिकारी अलर्ट मोड पर हैं. वे लगातार यमुना के जलस्तर बढ़ने की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उनका कहना है कि हथिनी कुंड बैराज से जो पानी छोड़ा गया है वह शाम तक पहुंचने की संभावना .है लेकिन उससे पहले ओखला बैराज से पानी छोड़ा गया है. ऐसा ओखला बैराज पर इकट्ठे पानी को कम करने के लिए किया गया है. अभी किसी गांव को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि पानी गांव से दूर है.

ग्रेटर नोएडा के करीब 52 गांवों पर खतरा

विभाग पानी की लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है और ऐहतियातन जरूरी कदम भी उठाए जा रहे हैं. बाढ़ आने से नोएडा क्षेत्र सेक्टर-150, याकूतपुर, कुलेसरा समेत नोएडा, ग्रेटर नोएडा के करीब 52 गांव चपेट में आ सकते हैं. जेवर के 25 गांव भी बाढ़ से प्रभावित हो सकते है. जिनमें रहने वाले सवा दो लाख लोग प्रभावित हो सकते है.

गौशालाओं पर नजर, प्रशासन सतर्क

जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं डीएम मेधा रूपम की कलेक्ट्रेट में बाढ़ तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की गई है. अधिकारियों बाढ़ चौकियों को सक्रिय करने और वहां पर्याप्त संख्या में ड्यूटी लगाने और जरूरी उपकरणों की उपलब्धता कराने के निर्देश दिए गए है. सिंचाई विभाग से कहा गया है कि वह नियमित रूप से नदियों के जल स्तर की निगरानी करें और समय-समय पर प्रशासन को जानकारी दें. बाढ़ से प्रभावित होने वाले लोगों को सतर्क रहने और पानी बढ़ने की संभावना के बारे में लगातार जानकारी दी जाए. डीएम ने प्राधिकरणों के अधिकारियों से कहा कि डूब क्षेत्रों में जो गौशालाएं है, उनको लेकर भी वैकल्पिक व्यवस्था रखी जाए, क्योंकि यदि जनपद में बाढ़ की स्थिति बनती है तो वहां से गोवंशों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा जा सके.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com