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This Article is From Oct 10, 2021

सरकार ने सब कुछ बेच दिया तो छिन जाएंगे संवैधानिक अधिकार : केन्द्र की विनिवेश नीति पर अखिलेश यादव

सपा अध्यक्ष ने कहा, "भाजपा एक-एक करके सब कुछ निजी हाथों में बेच दे रही. हो सकता है कि एक दिन सरकार ही कंपनी के हाथों बिक जाएगी और सरकार आउटसोर्सिंग से चलने लगे."

सरकार ने सब कुछ बेच दिया तो छिन जाएंगे संवैधानिक अधिकार : केन्द्र की विनिवेश नीति पर अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव.
सहारनपुर:

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार की विनिवेश नीति पर करारा प्रहार करते हुए रविवार को कहा कि सरकार द्वारा सब कुछ बेच दिए जाने से आम लोगों के तमाम संवैधानिक अधिकार छिन जाएंगे. अखिलेश ने एक रैली में कहा, ‘केंद्र की भाजपा नीत सरकार सब कुछ बेचती चली जा रही है. याद होगा, अंग्रेज कारोबार करने आए थे. ईस्ट इंडिया कंपनी दो-तीन चीजों का कारोबार करती थी. धीरे-धीरे करके उसने कारोबार बढ़ा लिया और अंग्रेजों ने एक कानून पास किया जिससे ईस्ट इंडिया कंपनी खुद सरकार बन गई. इंग्लैंड में पास हुए केवल एक कानून से कारोबार करने वाली ईस्ट इंडिया कंपनी सरकार में तब्दील हो गई.'

सपा अध्यक्ष ने कहा, "भाजपा एक-एक करके सब कुछ निजी हाथों में बेच दे रही. हो सकता है कि एक दिन सरकार ही कंपनी के हाथों बिक जाएगी और सरकार आउटसोर्सिंग से चलने लगे." उन्होंने कहा, "जब सब चीजें बिक जाएंगी तो बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने संविधान में हमें जो अधिकार दिए हैं, वे सब छिन जाएंगे."

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने जनता से अपील किया कि राज्य का आगामी विधानसभा चुनाव देश की तकदीर का चुनाव है यह नौजवानों और किसानों का भविष्य तय करने का चुनाव है.

अखिलेश ने कहा, 'अगर देश को बचाना है तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराना होगा. हमने भाजपा को रोकने के लिए पिछले लोकसभा चुनाव में बसपा के साथ गठबंधन किया. जो भी समझौते कर सकते थे वह किए लेकिन उत्तर प्रदेश से भाजपा ज्यादा सीटें जीत गई. अगर 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हरा दिया जाता तो यह तीन काले कानून नहीं आते.'

सपा अध्यक्ष ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों को मवाली कहा जा रहा है. उसका वश चले तो वह उन्हें आतंकवादी भी कह देगी. भाजपा ने कितना भी अपमानित किया लेकिन किसान अपने संघर्ष से पीछे नहीं हटे. उन्होंने भी ठान लिया है कि तब तक आंदोलन करेंगे जब तक यह तीन कानून वापस नहीं हो जाते.

उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा पर किसानों से वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा, 'तमाम किसानों से वादा किया गया था कि उनकी आय दोगुनी होगी. आप हिसाब-किताब लगाओ और बताओ कि आप लोग कहां खड़े हैं. अभी तो हमारे गन्ने का हिसाब भी नहीं मिला है.'

अखिलेश ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान जब जनता को सरकार की सबसे ज्यादा जरूरत थी तब उसने उसे अनाथ छोड़ दिया. लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ी से कुचल कर मार दिया गया. जब सपा ने आंदोलन किया तब मुकदमा दर्ज हुआ. सरकार के लोग कुछ भी कर सकते हैं इसलिए हमें और आपको सावधान रहना है.

सपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, ‘नाम और रंग बदलने वाले लोग, धोखा देने वाले लोग इतिहास बदलने का दावा करते हैं. यह नाम बदलकर इतिहास बदलना चाहते थे. यह वीरों की धरती है जिसके पूर्वजों ने 1857 की लड़ाई में अंग्रेजों को हिला दिया था. जो नाम बदलेगा उसे चुनाव में जनता बदल देगी.'

जो किसानों को कुचल सकते हैं, वे कानून को भी कुचल सकते हैं : अखिलेश यादव

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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