
- बरेली मंडल के चार जिलों में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं और संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात हैं.
- बरेली जिले में मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और एसएमएस सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है, ये 2 अक्टूबर से लागू है.
- जिया उर रहमान बर्क ने ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर को समर्थन दिया और बुलडोजर कार्रवाई की आलोचना की है.
जुमे की नमाज को देखते हुए बरेली शहर की सुरक्षा व्यवस्था को पांच विभागों में बांटा गया है. 13 सर्कल ऑफिसर, 250 इंस्पेक्टर और 2500 सिपाही अलग-अलग स्थानों पर तैनात किए गए हैं. इसके अलावा पैरामिलिट्री फोर्स, पीएसी और पुलिस के लगभग 8000 जवान तैनात किए गए हैं. बरेली मंडल के चार ज़िले हाई अलर्ट पर रखे गए हैं. ड्रोन के जरिये भी निगरानी की जा रही है. मुस्लिम धर्मगुरुओं ने अपील की है कि लोग शांतिपूर्ण तरीके से नमाज़ पढ़ें और किसी प्रदर्शन में शामिल न हों. इंटरनेट सेवा फिलहाल बंद की गई है. अगर हालात सामान्य रहे तो इंटरनेट आगे बहाल किया जा सकता है. गत शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कोतवाली क्षेत्र की एक मस्जिद के बाहर दो हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई थी. इस दौरान हुए पथराव और लाठीचार्ज में कुछ पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गये थे.
यह हिंसा ‘आई लव मुहम्मद' पोस्टर विवाद को लेकर इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां द्वारा प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को रद्द किये जाने के बाद शुरू हुई.
मंडलायुक्त भूपेंद्र एस चौधरी ने बताया कि बरेली में हाल में हुई हिंसा के बाद आज दशहरे के त्योहार के मद्देनजर बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं जिलों के लिए ‘हाई अलर्ट' जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि गृह विभाग के गोपनीय अनुभाग-3 द्वारा जारी अधिसूचना के तहत जिले में मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और एसएमएस सेवाएं अगले 48 घंटे के लिए निलंबित कर दी गई हैं. उन्होंने कहा कि यह आदेश दो अक्टूबर अपराह्न तीन बजे से चार अक्टूबर अपराह्न तीन बजे तक प्रभावी रहेगा.
81 लोग गिरफ्तार
गृह विभाग के सचिव गौरव दयाल ने आदेश में कहा कि हालात को देखते हुए सोशल मीडिया मंचों जैसे फेसबुक, यूट्यूब, व्हाट्सऐप और मैसेजिंग सिस्टम के दुरुपयोग से अफवाहें फैलने और सांप्रदायिक तनाव भड़कने की आशंका है, ऐसे में जिले में शांति-व्यवस्था बनाये रखने के लिए यह कदम उठाना जरूरी है. बरेली में 26 सितंबर को हुई हिंसा के सिलसिले में बुधवार तक 81 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
संभल सपा सांसद का बयान

उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने विवाद के बीच 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि 'आई लव मोहम्मद' जैसे शब्दों में कुछ भी गलत नहीं है. इस पोस्टर से किसी की आस्था प्रभावित नहीं होती है और न ही इससे कोई गलत संदेश जाता है. सांसद जिया उर रहमान बर्क ने बरेली हंगामे की घटना पर कहा, "पैगंबर मोहम्मद का संदेश यही था कि कहीं भी शांति व्यवस्था भंग नहीं होनी चाहिए. सभी को सुकून के साथ अपने मजहब और समाज के लिए काम करना चाहिए. बरेली की घटना को लेकर मैंने अपील की थी कि शांति व्यवस्था कायम रहे. प्रशासन से भी अपील की थी कि दबाव में आकर कोई ऐसी कार्रवाई न हो, जिससे मासूम लोगों की गिरफ्तारी न हो."
'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद पर उन्होंने कहा कि हम अपने मजहब से मोहब्बत करते हैं, जैसे हम देश से मोहब्बत करते हैं. 'आई लव मोहम्मद' लिखने या पोस्टर लगाने से कोई गलत संदेश नहीं जाता है. सपा सांसद ने यह भी कहा कि हम लोग संविधान पर विश्वास रखने वाले लोग हैं. इस दौरान, बुलडोजर एक्शन पर जिया उर रहमान बर्क ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई बिल्कुल ठीक नहीं है. सुप्रीम कोर्ट भी ऐसे मामलों में टिप्पणी कर चुका है, लेकिन उत्तर प्रदेश में सरकार के आदेश पर बुलडोजर कार्रवाई हो रही है, जो गलत है. वर्क ने सवाल उठाया कि जिन लोगों ने मकबरे पर पुलिस के सामने हंगामा किया, उनके खिलाफ समान कार्रवाई क्यों नहीं हुई? अगर बुलडोजर चलना है, तो सबके खिलाफ चले. कानून एक है तो कार्रवाई भी समान होनी चाहिए.
झांसी में दिग्विजय सिंह का बयान

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह बृहस्पतिवार को झांसी पहुंचे. संभल में हुई बुलडोजर कार्यवाही को लेकर उन्होंने कहा कि "अवैधानिक निर्माण हो तो उस पर बुलडोजर कार्यवाही कीजिए, लेकिन किसी एक व्यक्ति के अपराध पर उसके परिवार को आप दंड दे रहे हैं, यह कहां तक न्याय है. दिग्विजय सिंह ने आई लव मोहम्मद को लेकर कहा कि "अगर कोई आई लव मोहम्मद कहता है तो उसमें आई लव रामजी, आई लव महादेव, आई लव कृष्ण भगवान, आई लव गांधीजी कहता है तो इसमें किसी को दिक्कत क्या है. इसमें मुकदमा दर्ज करने की क्या जरुरत है. दंगे तो सरकारी अधिकारी और कर्मचारी व सरकार पर निर्भर होते हैं. सरकार चाहे तो कभी दंगा नहीं हो सकता है. सरकार ही ऐसे मसलों पर जो संवेदनशील हैं, उन पर यदि समय पर कदम उठा लें और आगे न बढ़ने दे तो दंगे किस बात के होंगे. बरेली की घटना को लेकर उन्होंने कहा कि बात यह है कि कुछ फितरती लोग हिदुओं में भी है और कुछ मुसलमानों में भी. यह लोग भड़काउ भाषण देते हैं."
मौलाना बरेलवी ने की अपील
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने शुक्रवार को शांतिपूर्वक नमाज अदा करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि नमाज के बाद सभी भाई अपने घरों और दुकानों पर लौट जाएं. कहीं भीड़ का हिस्सा न बनें. उन्होंने कहा कि अगर नमाज के बाद कोई व्यक्ति या संगठन बुलाता है तो वहां पर भी न जाएं. बरेली के सियासी हालात को देखते हुए अपनी-अपनी मस्जिदों में अमन व शांति बनाए रखने की अपील करें और नौजवानों को समझाएं कि किसी के बहकावे व भड़कावे में न आएं और अगर कोई व्यक्ति या संगठन जमा होने के लिए कहीं बुलाता है तो न जाएं.
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