
- बरेली उपद्रव मामले में अब तक कुल 56 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है
- पुलिस ने तौकीर रजा के करीबी नफीस खान की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर कार्रवाई तेज की
- बरेली के मुख्य बाजार में 40 से अधिक अवैध दुकानों को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच सील किया गया
उत्तर प्रदेश के बरेली उपद्रव मामले में अब तक 56 गिरफ्तारियां (Bareilly I Love Muhammad Row) हो चुकी है. गिरफ्तार आरोपियों में मौलाना तौकीर रजा का खास करीबी नदीम शामिल हैं. यूपी पुलिस इस मामले में बहुत ही सख्ती से पेश आ रही है. उपद्रव के आरोपी नफीस की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर एक्शन (Bulldozer Action) की तैयारी चल रही है. वहीं उसके चाचा ओमान रजा की संपत्ति पर बुलडोजर चला दिया गया है. बताया जा रहा है कि ये संपत्तियां मौलाना तौकीर रजा से जुड़ी हुई हैं.
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ओमान रजा का बारातघर सीज
मौलाना तौकीर से जुड़े लोगों की कई संपत्तियां सील कर दी गई हैं. वहीं तौकीर के रिश्तेदार ओमान रजा भी निशाने पर है. बरेली शहर में एक साथ कई इलाकों में सीलिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है. वहीं एक और बारात घर को किया गया सील, तौकीर से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया है. प्रशासन, पुलिस, बीडीए, नगर निगम का जॉइंट ऑपरेशन जारी है. बुलडोजर भी मौके पर मंगाए गए हैं. जो जानकारी आ रही है उसके अनुसार तौकीर के करीबी ओमान रजा का दोमंजिला कॉम्प्लेक्स और शराफत ख़ां का बारातघर सीज कर दिया गया है.
वहीं तौकीर रजा के करीबी नदीम खान की संपत्ति भी सील कर दी गई है. सोमवार को नदीम खान को गिरफ्तार किया गया था. नदीम खान का हमसफर बारात घर को सील कर दिया गया. बरेली में तौकीर रजा के क़रीबियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. इस दौरान पांच संपत्तियों को चिन्हित किया गया है. सीलिंग की कार्रवाई चल रही है.
तौकीर रजा के खास गुर्गे की संपत्ति पर चलेगा बुलडोजर
बरेली के मुख्य बाज़ार में तौकीर रजा के खास सहयोगी डा नफीस और तौफीक से जुड़ी करोड़ों की अवैध संपत्ति पर जल्द बुलडोजर चल सकता है. बता दें कि बरेली के मुख्य बाज़ार में 40 से ज्यादा अवैध दुकानों को भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में नगर निगम ने सील कर दिया है. दरअसल तौकीर रजा के गुर्गों ने उसके धार्मिक रसूख़ का फ़ायदा उठाकर अवैध आर्थिक साम्राज्य खड़ा किया था.
मजार की आड़ में बनाईं 70 अवैध दुकानें
बरेली के पॉश इलाके सिविल लाइंस में मजार की आड़ में तौकीर रजा के खास सहयोगी डॉ. तौसीफ ने 70 अवैध दुकानें बना ली, जिनका वह हर महीने लाखों रुपए किराया वसूलता था. सोमवार को जब निगम की टीम इन दुकानों को सील करने पहुंची तो वहां पोस्टर लगा हुआ था. जिस पर लिखा था कि इन संपत्तियों का किसी व्यक्ति या राजनीतिक संगठन से कोई लेना देना नहीं है. ये वप्फ बोर्ड की संपत्ति है, जिसका मुक़दमा हाईकोर्ट में चल रहा है.
हालांकि इससे पहले भी निगम ने तीन से चार नोटिस देकर इन संपत्तियों पर कार्रवाई करने की बात कही थी. लेकिन तौकीर रजा की धार्मिक और राजनीतिक ताक़त के चलते कार्रवाई नहीं हो पाई छी. अब इन दुकानों को सील करके बुलडोजर चलाने की तैयारी क जा रही है, जबकि डॉ. तौफीक़ फ़रार है.
नदीम खान के पास से तमंचा बरामद
गिरफ्तार आरोपियों में मौलाना तौकीर रजा का खास करीबी नदीम खान भी शामिल है. नदीम वही शख्स है, जिस पर जुमे की नमाज के बाद भीड़ जुटाने का आरोप है. पुलिस ने ख़ुलासा किया है कि नदीम खान ने ही पुलिस का वायरलेस सेट छीना था. उसके पास से एक तमंचा भी मिला था. नदीम खान ने ही भीड़ को व्हॉट्सऐप मैसेज के जरिए जुटाया था. बरेली के एसएसपी अनुराग आर्या ने बताया कि उपद्रव आखिर भड़का कैसे.
बरेली उपद्रव में क्या है नदीम खान का रोल?
नदीम खान मौलाना तौकीर रजा का दाहिना हाथ माना जाता है. वह बरेली उपद्रव के मुख्य आरोपियों में से एक है. पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद नदीम ख़ान की दूसरे आरोपियों के साथ परेड कराई. उपद्रव के आरोपियों के साथ लाल टी-शर्ट में नदीम खान भी हाथ बांधे खड़ा दिखा. इलाके में नदीम ख़ान का दबदबा था, लोग उससे डरते थे. उसके एक इशारे पर हज़ारों लोग खड़े हो जाते थे. जुमे की नमाज वाले दिन भी नदीम ने अपने इसी रसूख का फायदा उठाकर हजारों लोगों की भीड़ जमा कर ली थी.
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