
- बरेली प्रशासन ने मौलाना तौकीर रजा के सहयोगी फरहत खान के अवैध निर्माण वाले मकान को सील करने की तैयारी की है.
- फरहत खान और मोहम्मद आरिफ पर सरकारी जमीन व सड़कों पर अतिक्रमण का आरोप लगाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
- दशहरे से पहले प्रशासन ने बरेली में सौ से अधिक अवैध संपत्तियां चिन्हित कर बुलडोजर कार्रवाई की योजना बनाई है.
उत्तर प्रदेश के बरेली में हाल ही में हुए 'आई लव मुहम्मद' विवाद से उपजी हिंसा के मद्देनजर प्रशासन ने आरोपी मौलाना तौकीर रजा के सहयोगियों की संपत्तियों पर सख्ती बढ़ा दी है. बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) मौलाना तौकीर रजा के करीबी सहयोगी फरहत खान के फाइक एन्क्लेव स्थित तीन मंजिला मकान को सील करने जा रहा है.
अवैध निर्माण पर बुलडोजर की तैयारी
यह कार्रवाई अवैध निर्माण के खिलाफ की जा रही है. फरहत खान, जो इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के करीबी हैं और हाल ही में गिरफ्तार किए गए थे, उन पर 120 वर्ग मीटर के प्लॉट पर बिना अनुमति निर्माण का आरोप है.

फरहत के इसी मकान में रुके थे तौकीर
हिंसा की पूर्व संध्या पर मौलाना तौकीर, फरहत के इसी मकान में रुके थे, जहां से बाद में दोनों की गिरफ्तारी हुई थी. पुलिस ने फरहत के परिवार को मकान खाली करने का नोटिस भेजा था, जिसमें 3 अक्टूबर से पहले खाली करने का निर्देश था. लेकिन परिवार ने ऐसा नहीं किया. परिवार ने बुलडोजर एक्शन न करने की गुहार लगाई है.
BDA के उपाध्यक्ष डॉ. मणिकंदन ए ने बताया कि फरहत और उनके सहयोगी मोहम्मद आरिफ ने सरकारी जमीन, सड़कों और छत क्षेत्रों पर अतिक्रमण किया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी. सीलिंग की कार्रवाई के दौरान ड्रोन से पूरे क्षेत्र की निगरानी की जाएगी.

100 से अधिक अवैध संपत्ति चिन्हित
प्रशासन दशहरे से पहले 100 से अधिक अवैध संपत्तियों को चिन्हित कर चुका है, जहां सीलिंग के बाद बुलडोजर एक्शन की कार्रवाई हो सकती है. यह दिखाता है कि प्रशासन अवैध निर्माण और हिंसा से जुड़े तत्वों के खिलाफ व्यापक अभियान चला रहा है.
यह हिंसा ‘आई लव मुहम्मद' पोस्टर विवाद को लेकर इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान द्वारा प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को रद्द किये जाने के बाद शुरू हुई थी. बरेली में 26 सितंबर को हुई हिंसा के सिलसिले में बुधवार तक 81 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
रेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) और जिला प्रशासन की टीम ने फाइक एन्क्लेव, जगतपुर और पुराने शहर के इलाकों में एक संयुक्त अभियान चलाया. चिह्नित की गई इमारतों के बारे में आरोप है कि वे बगैर नक्शा स्वीकृत कराए बनवाई गई हैं. इनमें से कुछ इमारतें सरकारी और सीलिंग की जमीन पर निर्मित कराई गई हैं.
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि फाइक एन्क्लेव हाल के वर्षों में अपराधियों के लिए एक पनाहगाह के रूप में उभरा है. उन्होंने कहा कि इससे पहले, गैंगस्टर अतीक अहमद के साले सद्दाम से जुड़े एक परिसर को यहां सील किया गया था. उन्होंने बताया कि अब तौकीर के सहयोगी फरहत और मोहम्मद आरिफ के भी इसी तरह की गतिविधियों से जुड़े होने का पता चला है.

बीडीए के अधिकारियों ने कहा कि आरिफ और उसके सहयोगियों ने सरकारी जमीन, सड़कों और सीलिंग क्षेत्रों पर अतिक्रमण किया था. उन्होंने बताया कि आरिफ से जुड़े होटल और लॉन स्काईलार्क, फहम लॉन और फ्लोरा गार्डन को अवैध निर्माण बताते हुए पिछले रविवार को सील कर दिया गया.
यह कार्रवाई 26 सितंबर को बरेली में हुई हिंसक झड़पों के बाद की गई है. शुक्रवार की नमाज के बाद कोतवाली क्षेत्र में एक मस्जिद के बाहर दो हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई थी. इसके बाद पथराव हुआ और लाठी चार्ज में कई लोग तथा पुलिसकर्मी घायल हो गये थे.
पुलिस ने इस मामले में अब तक 180 नामजद और 2,500 अज्ञात लोगों के खिलाफ 10 प्राथमिकी दर्ज की हैं. इनमें खान, उनके सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है. भड़काऊ सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए जिले में इंटरनेट सेवा को बंद किया गया था. अब तक करीब 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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