यूपी में तकनीकी खराबी से स्मार्ट मीटर ट्रिप कर गए थे जिनसे बहुत बड़े इलाके में बिजली गुल हो गई थी. जिसके बाद व्यवस्था पर सवाल खड़े होने लगे थे. तकनीकी खराबी को ठीक कर लिया गया है. साथ ही मामले में EESL के आदेश सक्सेना
और L&T के शशिकांत अग्रवाल को सस्पेंड कर दिया गया है. बताते चले कि एक सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी दी थी कि 12-13 हज़ार मीटरों में लाइट बंद हुई थी. प्रवक्ता का कहना था कि जिन लोगों के बिजली के बिल जमा करने की बुधवार को आखिरी तारीख थी उनके कनेक्शन गुरुवार को कटने थे लेकिन तकनीकी खराबी से वो आज ही कट गए थे. उनके साथ साथ जिन लोगों ने बिल जमा कर दिए थे उनकी भी लाइट कट गई थी.
लेकिन आल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र दुबे ने कहा था कि लाइट बंद होने वाले घरों की संख्या सरकारी दावे से बहुत ज़्यादा थी. उनका कहना था कि स्मार्ट मीटरों के सर्वर को ऑपरेट करने का काम दो निजी कंपनियों को दिया गया है.उन्होंने कहा था कि उनकी ग़लती से सॉफ्टवेयर एरर आने से बड़े पैमाने पर लाइट चली गई है. इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषी पाए जाने पर निजी कंपनियों का कॉन्ट्रैक्ट निरस्त किया जाना चाहिए.
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