वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने मंगलवार को अपना हाई-स्पीड ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा किया. राजस्थान के कोटा-नागदा रेल सेक्शन पर किए गए इस ट्रायल में ट्रेन ने 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार हासिल की. यह ट्रायल रेलवे सेफ्टी कमिश्नर की मौजूदगी में हुआ, जिसका मकसद स्पीड टेस्ट के साथ-साथ तेज रफ्तार पर भी ट्रेन की सुरक्षा और कम्फर्ट बरकरार रखना था.
वॉटर टेस्ट
इस ट्रायल के दौरान ट्रेन के अंदर खास ‘वॉटर टेस्ट' किया गया. रेलवे अधिकारियों ने एक टेबल पर पानी से भरे गिलास रखे. जब ट्रेन 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी, तब भी गिलास में रखे पानी की एक बूंद भी नहीं गिरी. इससे साफ पता चलता है कि वंदे भारत स्लीपर की सस्पेंशन और वाइब्रेशन कंट्रोल टेक्नोलॉजी काफी एडवांस है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस ट्रायल का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर किया. उन्होंने लिखा, 'वंदे भारत स्लीपर को कोटा–नागदा सेक्शन पर ट्रेन 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ाया गया. वॉटर टेस्ट ने इस नई पीढ़ी की ट्रेन की तकनीकी खूबियों को साबित किया'.
Vande Bharat Sleeper tested today by Commissioner Railway Safety. It ran at 180 kmph between Kota Nagda section. And our own water test demonstrated the technological features of this new generation train. pic.twitter.com/w0tE0Jcp2h
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) December 30, 2025
किस रूट में दौड़ेगी पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन?
कहा जा रहा है कि देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन पटना और नई दिल्ली के बीच चलाई जा सकती है. पटना-दिल्ली वंदे भारत स्लीपर करीब 1,000 किलोमीटर की दूरी को 12 घंटे से भी कम समय में पूरा करेगी. यह ट्रेन हफ्ते में छह दिन चलेगी. यह ट्रेन देश के सबसे व्यस्त रूट्स में से एक पटना-दिल्ली मार्ग पर यात्रियों को बड़ी राहत देगी. हालांकि इसको लेकर अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.
दूसरी ओर पश्चिम बंगाल के हावड़ा से दिल्ली से हावड़ा के बीच ट्रेन चलाए जाने की भी बात हो रही है. झारखंड BJP ने तो इसके लिए बधाई भी दे दी है. इसने X पर बताया है कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में 16 अत्यााधुनिक स्लीपर कोच लगे होंगे. हावड़ा से नई दिल्ली के बीच ट्रेन हफ्ते में 6 दिन चलेगी.
रेलवे ने अभी किराये की आधिकारिक जानकारी नहीं दी है, लेकिन माना जा रहा है कि इसका किराया राजधानी एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनों के आसपास हो सकता है.

लंबी दूरी के सफर का बदलेगा अनुभव
वंदे भारत स्लीपर को खासतौर पर रात में लंबी दूरी की यात्रा के लिए डिजाइन किया गया है. इसमें पूरी तरह एयर कंडीशन सुविधा और आधुनिक कम्फर्ट फीचर्स दिए गए हैं. अभी इसके दो प्रोटोटाइप रेक का परीक्षण चल रहा है, जिन्हें BEML ने तैयार किया है. आने वाले समय में भारतीय रेलवे 200 से ज्यादा वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें चलाने की योजना बना रहा है.
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की खासियतें
इस ट्रेन में कुल 16 कोच हैं, जिनमें 11 AC थ्री-टियर, 4 AC टू-टियर और 1 AC फर्स्ट क्लास कोच शामिल है. ट्रेन में आरामदायक बर्थ, ऊपर की बर्थ तक आसान पहुंच, हल्की नाइट लाइट, ऑडियो-विजुअल अनाउंसमेंट, CCTV कैमरे, बायो-वैक्यूम टॉयलेट, बेबी केयर यूनिट और AC फर्स्ट क्लास में गर्म पानी से नहाने की सुविधा भी दी गई है.
सुरक्षा के लिए ट्रेन में कवच एंटी-कोलिजन सिस्टम, रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग, सील्ड गैंगवे और इमरजेंसी कम्युनिकेशन सिस्टम लगाया गया है. हर कोच में रीडिंग लैंप, चार्जिंग पॉइंट और फोल्डिंग टेबल भी मौजूद हैं.
हाई-स्पीड ट्रायल: कोटा-नागदा सेक्शन क्यों चुना गया
कोटा और नागदा के बीच का रेल सेक्शन अपनी सीधी और मजबूत पटरियों के लिए जाना जाता है. यही वजह है कि हाई-स्पीड ट्रायल के लिए इस सेक्शन को चुना गया. यह ट्रैक 180 से 200 किमी प्रति घंटा की रफ्तार के लिए तैयार किया गया है, जिससे प्रदर्शन और सुरक्षा दोनों की जांच आसानी से हो पाती है.
वंदे भारत स्लीपर का यह सफल ट्रायल भारतीय रेलवे और ‘मेक इन इंडिया' अभियान के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. तेज रफ्तार, कम्फर्ट और आधुनिक तकनीक से लैस यह ट्रेन भारत को दुनिया के टॉप रेल नेटवर्क वाले देशों की कतार में खड़ा करने की दिशा में एक मजबूत कदम है. अब जल्द ही यात्री स्मूद और हाई-स्पीड रात की यात्राओं का अनुभव कर सकेंगे.
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