Sovereign Gold Bond 2021-22 Scheme : गोल्ड बॉन्ड निवेश का एक सुरक्षित माध्यम है. जब बाजार में अनिश्चितता हो, तो निवेश के लिए यह विकल्प चुना जा सकता है. अच्छी बात है कि गोल्ड बॉन्ड में निवेश (Gold Bond Investment) करने का मौका आपको अभी तुरंत मिल रहा है. सरकारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना 2021-22 सोमवार से यानी आज से खुल गई है. इस सीरीज की आठवीं किश्त 29 नवंबर से 3 दिसंबर यानी पांच दिनों के लिए निवेशकों के लिए खुली रहेगी. Reserve Bank of India (RBI) की ओर से चलाई जाने वाली इस योजना में बॉन्ड 7 दिसंबर, 2021 को जारी किया जाएगा. बता दें कि इस किश्त के बाद मौजूदा वित्त वर्ष में गोल्ड बॉन्ड की दो और किश्तें आने वाली हैं.
बता दें कि केंद्रीय रिजर्व बैंक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत ब्याज से लिंक्ड बॉन्ड जारी करता है, जिसकी कीमत बाजार में सोने के भाव से तय होती है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को पेपर गोल्ड भी कहते हैं क्योंकि यह एक तरह का दस्तावेज होता है, जिसमें आप निवेश करते हैं. इसकी कीमतें फिजिकल गोल्ड के बाजार के ही हिसाब से ही तय की जाती हैं. फिजिकल गोल्ड से ये अलग इसलिए होता है क्योंकि इसमें आपको स्टोरेज और सुरक्षा की चिंता नहीं करनी पड़ती है, वहीं आपको इसपर फिजिकल गोल्ड की कीमतों के हिसाब से ही रिटर्न मिलता है.
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क्या है इशू प्राइसआठवीं किश्त में इस बार सब्स्क्रिप्शन के लिए गोल्ड बॉन्ड का प्रति यूनिट इशू प्राइस 4,791 रुपये रखा गया है. प्रति यूनिट मूल्य, एक ग्राम गोल्ड की कीमत के बराबर है. इशू प्राइस बॉन्ड खरीदने के पिछले हफ्ते के अंतिम तीन बिज़नेस डेज़ में भारतीय सर्राफा एवं आभूषण संघ लिमिटेड (IBJA) की ओर से जारी किए जाने वाले 999 शुद्धता वाले सोने के बंद भाव के औसत के बराबर होगा.
ऑनलाइन सब्सक्राइबर्स के लिए डिस्काउंटइस बॉन्ड को ऑनलाइन खरीद रहे निवेशकों को ऑनलाइन आवेदन और डिजिटल तरीके से भुगतान करने पर 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट दी जाएगी. ऑनलाइन निवेशकों के लिए इशू प्राइस 4,741 रुपये प्रति ग्राम रखा गया है. योजना में न्यूनतम एक ग्राम सोने का निवेश किया जा सकता है.
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कौन कर सकता है निवेशइस स्कीम के तहत गोल्ड बॉन्ड कोई ट्रस्ट, हिंदू अविभाजित परिवार, चैरिटी संस्था, यूनिवर्सिटी और भारत में रह रहा कोई भी व्यक्ति व्यक्तिगत तौर पर अपने नाम पर या किसी नाबालिग के नाम पर या फिर जॉइंट तरीके से ये बॉन्ड खरीद सकता है.
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