
चांदी की कीमतों (Silver Price in India) में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है और 1 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर को पार कर गई है. हालांकि, अगर आप चांदी खरीदने (Silver Investment) की सोच रहे हैं तो निवेशकों के लिए यह एक दिलचस्प मौका हो सकता है, क्योंकि यह तेजी आगे भी जारी रह सकती है. आइए जानते हैं कि चांदी की कीमतों में आ रही इस तेजी (Silver Price Hike) की वजह क्या है ? चांदी में निवेश को लेकर एक्सपर्ट्स की राय भी जान लेते हैं...
एक्सपर्ट्स का कहना है कि चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे कई वजहें हैं, जिनमें वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ प्लान,और बढ़ती महंगाई की आशंका शामिल हैं. इन सभी कारणों से निवेशक सुरक्षित संपत्तियों (safe-haven assets) की ओर भाग रहे हैं, जिससे सोना और चांदी की मांग बढ़ रही है.
क्या चांदी की कीमत और बढ़ेगी?
कमोडिटी मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि चांदी की कीमतें अभी और ऊंची जा सकती हैं. चांदी का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल, और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) में तेजी से हो रहा है. 5G नेटवर्क और चिप निर्माण में चांदी की अधिक मांग बनी हुई है.वहीं, अमेरिकी अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस साल के अंत तक ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, जिससे इसकी कीमतें और बढ़ सकती हैं.
ग्लोबल अनिश्चितता के बीच कई केंद्रीय बैंक सोने के साथ-साथ चांदी, प्लैटिनम जैसे मेटल का स्टोर कर रहे हैं, जिससे इनकी कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है.
क्या निवेशकों को चांदी खरीदनी चाहिए?
अगर आप निवेश के बारे में सोच रहे हैं, तो चांदी आपके पोर्टफोलियो के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है. यह न केवल महंगाई से बचाव (inflation hedge) के लिए सही मानी जाती है, बल्कि आर्थिक संकट के समय भी इसकी कीमतों में उछाल आता है. हालांकि, ध्यान रहे कि चांदी सोने की तुलना में ज्यादा उतार-चढ़ाव (volatility) वाली होती है, इसलिए निवेश से हर पहलुओं को समझें और एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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