देश में रेलवे (Indian railways) की ओर से वरिष्ठ नागरिकों (Concession to senior citizens on railway tickets) को रेलवे टिकट (Railway ticket concessions) की सभी श्रेणियों में रियायती टिकट दी जाती रही है. कोरोना काल के दौरान सरकार ने सभी रियायती टिकटों पर रोक लगा दी थी और तब से सभी क्लास के रियायत टिकटों की बिक्री बंद है. रेलवे की ओर छात्रों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक और अन्य कई कैटेगरी जैसे स्पोर्ट्स कोटा में रेल टिकट के किराए में अलग-अलग प्रतिशत की छूट दी जाती रही है. लेकिन कोरोना काल के आरंभ में जो यह छूट बंद हुई तब से लेकर अभी तक इसे दोबारा आरंभ नहीं किया गया. लाखों लोग जो इन छूट का लाभ ले रहे थे उन्हें अब इसके दोबारा आरंभ होने का इंतजार है. तमाम सामाजिक और राजनीतिक संगठन सरकार से लगातार छूट दोबारा दिए जाने की मांग कर रहे हैं. कई मौकों पर सरकार के मंत्रियों से लेकर रेल मंत्री तक से यह सवाल अलग अलग मंचों पर पूछ लिया गया है.
हाल ही में यही सवाल रेलमंत्री से संसद में भी पूछा गया था. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि पिछले 2021 में यात्री सेवाओं के लिए 59,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई थी. यह एक बहुत बड़ी राशि है. उन्होंने यह भी कहा कि यह राशि कई राज्यों के बजट से भी ज्यादा है. इसके अलावा रेलवे का पेंशन और वेतन बिल भी बहुत अधिक है.
ट्रेन यात्रा में वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली रियायत कब बहाल होगी पर पूछे गए प्रश्न का जवाब देते हुए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे ने यात्री सेवाओं के लिए 59,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है. साथ ही रेलवे का वार्षिक पेंशन बिल 60,000 करोड़ रुपये है और वेतन बिल 97,000 करोड़ रुपये है जबकि ईंधन पर 40,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे नई सुविधाएं लेकर आ रही है. ऐसे में अगर कोई नया फैसला लेना होगा तो हम लेगें, लेकिन वर्तमान में सभी को रेलवे की स्थितियों पर गौर करना चाहिए.
पिछले ही महीने लोकसभा की स्थाई समिति ने भी यह सिफारिश की है कि रेलवे वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे किराए में दी जाने वाली छूट को दोबारा से आरंभ करे. लेकिन रेलवे ने इस बारे में फिलहाल विचार करने से इनकार कर दिया है. बता दें कि भारतीय रेलवे 60 वर्ष से ज्यादा के पुरुष रेल यात्री को 40 प्रतिशत की छूट और 58 वर्ष से अधिक की महिला रेल यात्री को किराए में 50 प्रतिशत की छूट देती रही है जो अब रुकी हुई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं