बुलेट ट्रेन का परीक्षण 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से होगाl

बुलेट ट्रेन का परीक्षण 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से किया जाएगा जो लगभग विमानों के उड़ान भरते समय की गति होती है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी.

बुलेट ट्रेन का परीक्षण 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से होगाl

बुलेट ट्रेन का परीक्षण 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से किया जाएगा जो लगभग विमानों के उड़ान भरते समय की गति होती है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि ऐसा पहला परीक्षण गुजरात में बिलिमोरा और सूरत के बीच 2026 में किया जाएगा और उसके बाद इसके अन्य खंडों में होगा. ट्रेन के परिचालन की गति 320 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी. एक अधिकारी ने कहा कि यह परियोजना यात्रियों के लिए तथा हवाई यात्रा से प्रतिस्पर्धा के लिहाज से बड़ा बदलाव लाने वाली होगी.

उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन में चढ़ने में यात्रियों को कम समय (चैक-इन टाइम) लगेगा, अधिक जगह होगी और इन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी होगी जो विमानों में सवार रहने के दौरान नहीं मिलती. अधिकारी ने कहा, ‘‘हम 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से परीक्षण करेंगे, लेकिन परिचालन गति 320 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी.''

उन्होंने बताया कि ये ट्रेनें ‘स्लैब ट्रैक प्रणाली' वाली विशेष पटरियों पर दौड़ेगी जिसे पटरियों के निर्माण की एचएसआर तकनीक कहा जाता है और इसका पेटेंट जापानियों के पास है. अधिकारी ने कहा कि बुलेट ट्रेन इन पटरियों पर 350 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ने के लिहाज से फिट रहेंगी. सूत्रों ने कहा कि इसका किराया इकोनॉमी श्रेणी की उड़ान के समकक्ष होगा और इसमें निशुल्क सामान की सीमा भी अपेक्षाकृत अधिक होगी.

गुजरात में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं और इस पृष्ठभूमि में परियोजना की गति बढ़ाने पर जोर है. इसके परीक्षण के लिए भी गुजरात के सेक्शन को चुना गया है जहां राष्ट्रीय उच्च गति रेल निगम लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने पहले ही जरूरी 99 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण कर लिया है.

जापान से प्राप्त डिजाइनों का इस्तेमाल करते हुए ‘फुल स्पैन लांचिंग मैथड' (एफएलएसएम) के माध्यम से निर्माण किया जा रहा है. यह दुनिया की सबसे आधुनिक पुल निर्माण प्रौद्योगिकियों में से एक है. एनएचएसआरसीएल ने बिलिमोरा और सूरत के बीच प्रति महीने 200 से 250 पिलर का निर्माण किया है.

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इस परियोजना के तहत सबसे लंबा (1.26 किलोमीटर) पुल नर्मदा नदी पर बनाया जा रहा है जिसे जुलाई 2024 में पूरा किया जाएगा. अधिकारियों के अनुसार वापी से साबरमती के बीच सभी आठ हाई-स्पीड रेल स्टेशनों पर निर्माण कार्य अनेक स्तरों पर है. बुलेट ट्रेन कॉरिडोर की कुल लंबाई 508.17 किलोमीटर है और इससे अहमदाबाद से मुंबई के बीच की दूरी करीब दो घंटे 58 मिनट में पूरी होने की संभावना है. इस मार्ग में आठ स्टेशन गुजरात में और चार महाराष्ट्र में पड़ेंगे.
 



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)