Blogs | रवीश कुमार |मंगलवार जनवरी 31, 2017 09:27 PM IST अगर आप उम्मीद करते हैं कि बजट के पहले इस प्रथम सरकारी दस्तावेज़ में यह सब लिखा होगा कि भारतीय रिज़र्व बैंक के पास कितना पैसा आया, कितना पैसा नहीं आया, कितने नकली नोट जब्त हुए, काला धन कितना पकड़ाया तो आपको निराशा होगी. कैशलेस की वकालत है मगर यह बात भी पढ़ने को मिली कि आर्थिक गतिविधियों के लिए कैश आवश्यक है.