Vidhan Sabha Election 2018
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जिन राज्यों में होने हैं विधानसभा चुनाव वहां से किन नेताओं को मिली है मोदी मंत्रिमंडल में जगह
- Friday May 31, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की भी झलक देखी जा सकती है. महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, दिल्ली और हरियाणा में चुनाव होने हैं. इनमें दिल्ली को छोड़े दें तो हर राज्य में बीजेपी की ही सरकार है. साल 2018 के दिसंबर में हुए तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अपनी सरकार गवां चुकी है. हालांकि लोकसभा चुनाव में इन राज्यों में बीजेपी ने जबरदस्त वापसी की और एक तरह से कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया.
- ndtv.in
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मध्यप्रदेश में कमलनाथ का पलड़ा भारी, लेकिन राहुल गांधी लेंगे अंतिम फैसला
- Thursday December 13, 2018
- Reported by: अनुराग द्वारी
चुनावी नतीजों के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक दल के नेता का चुनाव पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर छोड़ा गया है. बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक आरिफ अकील ने कहा कि परंपरा रही है आलाकमान तय करे. वहीं, दूसरे विधायक और वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह ने इसका समर्थन किया. इसके बाद सभी विधायकों ने हामी भरी, यानि अब आलाकमान ही तय करेगा मुख्यमंत्री का चेहरा.
- ndtv.in
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अटल बिहारी वाजपेयी की इस कविता को याद कर बोले शिवराज, हार की जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ मेरी
- Wednesday December 12, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
शिवराज सिंह ने राज्यपाल आनंदी पटेल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया. शिवराज सिंह चौहान ने इस मौके पर कहा कि सरकार बनाने के लिए उनके पास संख्या नहीं है इसलिए वो अपना दावा पेश नहीं करेंगे.
- ndtv.in
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मध्य प्रदेश में कांग्रेस का सियासी वनवास खत्म, मगर किसका होगा राजतिलक, अब भी बड़ा सवाल
- Wednesday December 12, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
मध्य प्रदेश विधानसभा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने के साथ ही कांग्रेस ने अपना सियासी वनवास खत्म कर लिया है. राज्य में करीब 15 साल तक सत्ता से बाहर रही कांग्रेस लिए यह जश्न का वक्त है क्योंकि बसपा और सपा के साथ मिलकर कांग्रेस सरकार बनाती दिख रही है. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी 230 सीटों के परिणाम आने के बाद 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी कांग्रेस ने प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश किया है. हालांकि, कांग्रेस की सरकार मध्य प्रदेश में बनती तो दिख रही है, जिसके लिए कांग्रेस ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है और राजभवन ने अपनी सहमति भी जता दी है. मगर अभी बड़ा सवाल है कि आखिर कांग्रेस मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर किसका राजतिकल करेगी. मध्य प्रदेश की ताज का सरताज कौन होगा यह अब भी बड़ा सवाल है. क्योंकि दावेदार दो बताए जा रहे हैं- कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया.
- ndtv.in
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मायावती ने पहले कांग्रेस को फटकारा, फिर समर्थन देने का किया एलान, कहा- भाजपा को सत्ता से दूर रखना है
- Wednesday December 12, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
मायावती ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस को समर्थन देने का एलान किया. उन्होंने कहा, 'भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए हमारी पार्टी ने यह चुनाव लड़ा था. दुख की बात है कि हमारी पार्टी इसमें उस तरह से कामयाब नहीं हो पाई. भाजपा अभी भी सत्ता में आने के लिए जोर-तोड़ कर रही है. इसलिए हमने कांग्रेस पार्टी को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का फैसला किया है. भाजपा को सत्ता से दूर रखने का यही तरीका है. अगर राजस्थान में भी जरूरत हुई, तो वहां भी भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए बसपा समर्थन दे सकती है.'
- ndtv.in
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मध्य प्रदेश में कांग्रेस का वनवास खत्म, राज्यपाल से मिल सरकार बनाने का दावा पेश किया
- Wednesday December 12, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी 230 सीटों के परिणाम आने के बाद 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी कांग्रेस ने प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश किया है. वहीं 109 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर मौजूद भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि वह भी निर्दलीय तथा अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने की मंशा रखती है. हालांकि, कांग्रेस ने राज्यपाल मिलने के लिए समय मांगा था, जिस पर अब राजभवन ने हामी भर दी है. गवर्नर से कांग्रेस को मिलने का समय मिल गया है और अब कांग्रेस 12 बजे राजभवन मं राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेगी.
- ndtv.in
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वसुंधरा राजे, रमन सिंह ने दे दिया CM पद से इस्तीफा, पर शिवराज सिंह ने अब तक नहीं, जानें- क्या हो सकते हैं इसके मायने
- Wednesday December 12, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
इसके पीछे हो सकता है कि भाजपा की चाल हो. हो सकता है भाजपा मध्य प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश करे. ऐसी संभावना इसलिए जताई जा रही है क्योंकि मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने मंगलवार रात तो ट्वीट करके कहा था, 'कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. निर्दलीय और कई अन्य उम्मीदवार भाजपा के संपर्क में हैं. हम कल राज्यपाल से मुलाकात करेंग.' हालांकि, कांग्रेस ने मंगलवार रात ही राज्यपाल को खत लिखकर मिलने का समय मांगा था और सरकार बनाने का दावा पेश किया था. लेकिन सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल ने कांग्रेस को कहा था कि अभी मतगणना को पूरी होने दीजिए.
- ndtv.in
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LIVE UPDATES: राजस्थान और मध्यप्रदेश में कौन बनेगा मुख्यमंत्री? आलाकमान के हाथों में फैसला
- Thursday December 13, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी को विधानसभा चुनावों में मसलन, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बड़ा झटका लगा है. 2019 लोकसभा चुनाव से पहले तीन राज्यों की सत्ता से बेदखल हो जाना भारतीय जनता पार्टी के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है. कांग्रेस ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ को जीत लिया है, वहीं मध्य प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी तो है, मगर बहुमत के आंकड़े से 2 सीट दूर रह गई है. राजस्थान में कांग्रेस को 99 सीटें मिली हैं मगर अजीत सिंह की पार्टी आरएलडी ने अपनी एक सीट से समर्थन देना का वादा किया है, जिससे यह तह है कि कांग्रेस बहुमत के लिए 100 का आंकड़ा छू लेगी और आसानी से सरकार बना लेगी. वहीं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बीजेपी को क्लीन स्वीप कर दिया है. मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला, मगर बीजेपी एंटी इनकंबेंसी के लहर को खत्म नहीं कर पाई और कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर आई. मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 114 सीटें और बीजेपी को 109 सीटें मिली हैं. आज राजस्थान में कांग्रेस विधायक दलों की बैठक है और कांग्रेस सरकार बनाने का दावा कर सकती है और अपने मुख्यमंत्री का चेहरा भी चुन सकती है.
- ndtv.in
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MP में सियासी टि्वस्ट: कांग्रेस के बाद अब BJP करेगी सरकार बनाने का दावा, बोली- कई संपर्क में हैं
- Wednesday December 12, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
मध्य प्रदेश की 230 सीटों में से 114 कांग्रेस को, 109 भाजपा को, दो बसपा को, एक सपा को और चार सीटें अन्य को मिली हैं. यहां सरकार बनाने के लिए 116 सीटों की जरूरत है.
- ndtv.in
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शिवराज सिंह चौहान खुद तो बच गए, पर उनके 11 मंत्री नहीं बचा पाए अपनी सीट, जानें किस-किस ने दी शिकस्त
- Wednesday December 12, 2018
- Reported by: अनुराग द्वारी
कांग्रेस को 230 सीटों में से 114 पर जीत हासिल हुई है, वहीं दूसरे नंबर पर भाजपा रही जिसके खाते में 109 सीटें आई हैं. इसके अलावा बसपा ने दो, सपा ने एक और अन्य ने चार सीटों पर कब्जा किया है. कांग्रेस बहुमत के आंकड़े से दो सीट दूर रह गई. शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी सीट पर कांग्रेस के अरुण सुभाष चंद्र को करीब 59 हजार वोटों से हराया है.
- ndtv.in
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मध्य प्रदेश में बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाई कांग्रेस, सत्ता बचाने का अब बीजेपी के पास ये है आखिरी रास्ता!
- Wednesday December 12, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के आधिकारिक नतीजे घोषित होने के बाद अब असल सियासी उठा-पटक के आसार दिखने लगे हैं. वोटों की गिनती में काफी आगे-पीछे होने के बाद अब कांग्रेस राज्य में बड़ी पार्टी बनकर तो उभर गई है, मगर वह बहुमत का जादुई आंकड़ा नहीं छू पाई. कांग्रेस बहुमत के आंकड़े से दो सीटें दूर रह गई और 114 सीटों पर सिमट गई. वहीं, बीजेपी को 109 सीटों से संतोष करना पड़ा. हालांकि, चुनावी समीकरणों से ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस आसानी से मध्य प्रदेश में सरकार बना लेगी, मगर ऐसा नहीं है कि बीजेपी के लिए सारे रास्ते बंद हो गए हों. राज्य की सत्ता में बकरार रहने का बीजेपी के लिए अभी भी उम्मीद की किरण है, बशर्ते उसे वह दांव चलना होगा, जिसके लिए अमित शाह जाने जाते हैं.
- ndtv.in
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मध्य प्रदेश में बहुमत के जादुई आंकड़े से दो कदम दूर रह गई कांग्रेस, जानें अब क्या होगा सियासी समीकरण
- Wednesday December 12, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के आधिकारिक नतीजे घोषित हो गए हैं. करीब 15 सालों से वनवास झेल रही कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी को हरा दिया है और सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर चुकी है, मगर वह बहुमत के जादुई आंकड़े से दो कदम दूर रह गई. चुनाव आयोग द्वारा जारी नतीजों के मुताबिक, मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को 114 सीटों पर जीत मिली है, जो बहुमत के आंकडे से दो कम है. वहीं बीजेपी को राज्य में 109 सीटों पर संतोष करना पड़ा है. दरअसल, कांग्रेस को राज्य में सरकार बनाने के लिए 116 सीटों की जरूरत है, मगर अब उसके पास 114 नंबर होने से मदद की जरूरत पड़ गई है. हालांकि, जिस तरह के सियासी समीकरण दिख रहे हैं उससे यह लग रहा है कि कांग्रेस सहयोगियों की मदद से आसानी से सरकार बना लेगी और अपना वनवास खत्म कर लेगी.
- ndtv.in
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मध्य प्रदेश में 'पिक्चर अभी बाकी है', इनके पास होगी कांग्रेस की सत्ता की चाबी!
- Wednesday December 12, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने अपना वनवास खत्म कर लिया है और बीजेपी को सत्ता से बेदखल कर दिया है. हालांकि, विधानसभा चुनाव के नतीजे अभी पूरी तरह से घोषित नहीं किए गये हैं, मगर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और बहुमत से महज दो-चार कदम ही दूर है. मध्य प्रदेश में अभी भी रिजल्ट आने बाकी ही हैं. अभी 4 सीटों पर रिजल्ट घोषित नहीं किए गए हैं.
- ndtv.in
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Telangana Vidhan Sabha Chunav Result 2018: अकेले दम पर PM मोदी, राहुल, सीएम नायडू और ओवैसी को धो डाला इस शख्स ने, 10 बातें
- Tuesday December 11, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
कांग्रेस के साधारण कार्यकर्ता के रूप में लगभग गुमनामी में सियासी सफर की शुरूआत से तेलंगाना गौरव का चेहरा बनने तक के. चंद्रशेखर राव ने राजनीति की तेज लहरों पर बड़े सधे अंदाज में अपनी चुनावी नैया पार की है. उन्होंने कांग्रेस को झुकने पर मजबूर करके अलग तेलंगाना राज्य के गठन में सफलता भी हासिल की. अलग तेलंगाना राज्य के दशकों पुराने एकमात्र स्वप्न को साकार करने के लिए बनी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की मंगलवार को घोषित परिणामों में जबरदस्त जीत के बाद केसीआर के नाम से लोकप्रिय के. चंद्रशेखर राव (64) ने देश के सबसे नये राज्य का सबसे ऊंचे कद वाला नेता होने का अपना दावा बरकरार रखा है. जून 2014 में तेलंगाना के गठन के बाद से हुए पहले विधानसभा चुनाव में मिली यह सफलता उनके लिए राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने की उनकी आकांक्षा को मूर्त रूप देने में अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हो सकती है.
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जिन राज्यों में होने हैं विधानसभा चुनाव वहां से किन नेताओं को मिली है मोदी मंत्रिमंडल में जगह
- Friday May 31, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की भी झलक देखी जा सकती है. महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, दिल्ली और हरियाणा में चुनाव होने हैं. इनमें दिल्ली को छोड़े दें तो हर राज्य में बीजेपी की ही सरकार है. साल 2018 के दिसंबर में हुए तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अपनी सरकार गवां चुकी है. हालांकि लोकसभा चुनाव में इन राज्यों में बीजेपी ने जबरदस्त वापसी की और एक तरह से कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया.
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मध्यप्रदेश में कमलनाथ का पलड़ा भारी, लेकिन राहुल गांधी लेंगे अंतिम फैसला
- Thursday December 13, 2018
- Reported by: अनुराग द्वारी
चुनावी नतीजों के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक दल के नेता का चुनाव पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर छोड़ा गया है. बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक आरिफ अकील ने कहा कि परंपरा रही है आलाकमान तय करे. वहीं, दूसरे विधायक और वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह ने इसका समर्थन किया. इसके बाद सभी विधायकों ने हामी भरी, यानि अब आलाकमान ही तय करेगा मुख्यमंत्री का चेहरा.
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अटल बिहारी वाजपेयी की इस कविता को याद कर बोले शिवराज, हार की जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ मेरी
- Wednesday December 12, 2018
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शिवराज सिंह ने राज्यपाल आनंदी पटेल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया. शिवराज सिंह चौहान ने इस मौके पर कहा कि सरकार बनाने के लिए उनके पास संख्या नहीं है इसलिए वो अपना दावा पेश नहीं करेंगे.
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मध्य प्रदेश में कांग्रेस का सियासी वनवास खत्म, मगर किसका होगा राजतिलक, अब भी बड़ा सवाल
- Wednesday December 12, 2018
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मध्य प्रदेश विधानसभा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने के साथ ही कांग्रेस ने अपना सियासी वनवास खत्म कर लिया है. राज्य में करीब 15 साल तक सत्ता से बाहर रही कांग्रेस लिए यह जश्न का वक्त है क्योंकि बसपा और सपा के साथ मिलकर कांग्रेस सरकार बनाती दिख रही है. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी 230 सीटों के परिणाम आने के बाद 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी कांग्रेस ने प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश किया है. हालांकि, कांग्रेस की सरकार मध्य प्रदेश में बनती तो दिख रही है, जिसके लिए कांग्रेस ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है और राजभवन ने अपनी सहमति भी जता दी है. मगर अभी बड़ा सवाल है कि आखिर कांग्रेस मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर किसका राजतिकल करेगी. मध्य प्रदेश की ताज का सरताज कौन होगा यह अब भी बड़ा सवाल है. क्योंकि दावेदार दो बताए जा रहे हैं- कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया.
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मायावती ने पहले कांग्रेस को फटकारा, फिर समर्थन देने का किया एलान, कहा- भाजपा को सत्ता से दूर रखना है
- Wednesday December 12, 2018
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मायावती ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस को समर्थन देने का एलान किया. उन्होंने कहा, 'भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए हमारी पार्टी ने यह चुनाव लड़ा था. दुख की बात है कि हमारी पार्टी इसमें उस तरह से कामयाब नहीं हो पाई. भाजपा अभी भी सत्ता में आने के लिए जोर-तोड़ कर रही है. इसलिए हमने कांग्रेस पार्टी को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का फैसला किया है. भाजपा को सत्ता से दूर रखने का यही तरीका है. अगर राजस्थान में भी जरूरत हुई, तो वहां भी भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए बसपा समर्थन दे सकती है.'
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मध्य प्रदेश में कांग्रेस का वनवास खत्म, राज्यपाल से मिल सरकार बनाने का दावा पेश किया
- Wednesday December 12, 2018
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मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी 230 सीटों के परिणाम आने के बाद 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी कांग्रेस ने प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश किया है. वहीं 109 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर मौजूद भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि वह भी निर्दलीय तथा अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने की मंशा रखती है. हालांकि, कांग्रेस ने राज्यपाल मिलने के लिए समय मांगा था, जिस पर अब राजभवन ने हामी भर दी है. गवर्नर से कांग्रेस को मिलने का समय मिल गया है और अब कांग्रेस 12 बजे राजभवन मं राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेगी.
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वसुंधरा राजे, रमन सिंह ने दे दिया CM पद से इस्तीफा, पर शिवराज सिंह ने अब तक नहीं, जानें- क्या हो सकते हैं इसके मायने
- Wednesday December 12, 2018
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इसके पीछे हो सकता है कि भाजपा की चाल हो. हो सकता है भाजपा मध्य प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश करे. ऐसी संभावना इसलिए जताई जा रही है क्योंकि मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने मंगलवार रात तो ट्वीट करके कहा था, 'कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. निर्दलीय और कई अन्य उम्मीदवार भाजपा के संपर्क में हैं. हम कल राज्यपाल से मुलाकात करेंग.' हालांकि, कांग्रेस ने मंगलवार रात ही राज्यपाल को खत लिखकर मिलने का समय मांगा था और सरकार बनाने का दावा पेश किया था. लेकिन सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल ने कांग्रेस को कहा था कि अभी मतगणना को पूरी होने दीजिए.
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LIVE UPDATES: राजस्थान और मध्यप्रदेश में कौन बनेगा मुख्यमंत्री? आलाकमान के हाथों में फैसला
- Thursday December 13, 2018
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी को विधानसभा चुनावों में मसलन, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बड़ा झटका लगा है. 2019 लोकसभा चुनाव से पहले तीन राज्यों की सत्ता से बेदखल हो जाना भारतीय जनता पार्टी के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है. कांग्रेस ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ को जीत लिया है, वहीं मध्य प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी तो है, मगर बहुमत के आंकड़े से 2 सीट दूर रह गई है. राजस्थान में कांग्रेस को 99 सीटें मिली हैं मगर अजीत सिंह की पार्टी आरएलडी ने अपनी एक सीट से समर्थन देना का वादा किया है, जिससे यह तह है कि कांग्रेस बहुमत के लिए 100 का आंकड़ा छू लेगी और आसानी से सरकार बना लेगी. वहीं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बीजेपी को क्लीन स्वीप कर दिया है. मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला, मगर बीजेपी एंटी इनकंबेंसी के लहर को खत्म नहीं कर पाई और कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर आई. मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 114 सीटें और बीजेपी को 109 सीटें मिली हैं. आज राजस्थान में कांग्रेस विधायक दलों की बैठक है और कांग्रेस सरकार बनाने का दावा कर सकती है और अपने मुख्यमंत्री का चेहरा भी चुन सकती है.
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MP में सियासी टि्वस्ट: कांग्रेस के बाद अब BJP करेगी सरकार बनाने का दावा, बोली- कई संपर्क में हैं
- Wednesday December 12, 2018
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मध्य प्रदेश की 230 सीटों में से 114 कांग्रेस को, 109 भाजपा को, दो बसपा को, एक सपा को और चार सीटें अन्य को मिली हैं. यहां सरकार बनाने के लिए 116 सीटों की जरूरत है.
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शिवराज सिंह चौहान खुद तो बच गए, पर उनके 11 मंत्री नहीं बचा पाए अपनी सीट, जानें किस-किस ने दी शिकस्त
- Wednesday December 12, 2018
- Reported by: अनुराग द्वारी
कांग्रेस को 230 सीटों में से 114 पर जीत हासिल हुई है, वहीं दूसरे नंबर पर भाजपा रही जिसके खाते में 109 सीटें आई हैं. इसके अलावा बसपा ने दो, सपा ने एक और अन्य ने चार सीटों पर कब्जा किया है. कांग्रेस बहुमत के आंकड़े से दो सीट दूर रह गई. शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी सीट पर कांग्रेस के अरुण सुभाष चंद्र को करीब 59 हजार वोटों से हराया है.
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मध्य प्रदेश में बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाई कांग्रेस, सत्ता बचाने का अब बीजेपी के पास ये है आखिरी रास्ता!
- Wednesday December 12, 2018
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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के आधिकारिक नतीजे घोषित होने के बाद अब असल सियासी उठा-पटक के आसार दिखने लगे हैं. वोटों की गिनती में काफी आगे-पीछे होने के बाद अब कांग्रेस राज्य में बड़ी पार्टी बनकर तो उभर गई है, मगर वह बहुमत का जादुई आंकड़ा नहीं छू पाई. कांग्रेस बहुमत के आंकड़े से दो सीटें दूर रह गई और 114 सीटों पर सिमट गई. वहीं, बीजेपी को 109 सीटों से संतोष करना पड़ा. हालांकि, चुनावी समीकरणों से ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस आसानी से मध्य प्रदेश में सरकार बना लेगी, मगर ऐसा नहीं है कि बीजेपी के लिए सारे रास्ते बंद हो गए हों. राज्य की सत्ता में बकरार रहने का बीजेपी के लिए अभी भी उम्मीद की किरण है, बशर्ते उसे वह दांव चलना होगा, जिसके लिए अमित शाह जाने जाते हैं.
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मध्य प्रदेश में बहुमत के जादुई आंकड़े से दो कदम दूर रह गई कांग्रेस, जानें अब क्या होगा सियासी समीकरण
- Wednesday December 12, 2018
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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के आधिकारिक नतीजे घोषित हो गए हैं. करीब 15 सालों से वनवास झेल रही कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी को हरा दिया है और सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर चुकी है, मगर वह बहुमत के जादुई आंकड़े से दो कदम दूर रह गई. चुनाव आयोग द्वारा जारी नतीजों के मुताबिक, मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को 114 सीटों पर जीत मिली है, जो बहुमत के आंकडे से दो कम है. वहीं बीजेपी को राज्य में 109 सीटों पर संतोष करना पड़ा है. दरअसल, कांग्रेस को राज्य में सरकार बनाने के लिए 116 सीटों की जरूरत है, मगर अब उसके पास 114 नंबर होने से मदद की जरूरत पड़ गई है. हालांकि, जिस तरह के सियासी समीकरण दिख रहे हैं उससे यह लग रहा है कि कांग्रेस सहयोगियों की मदद से आसानी से सरकार बना लेगी और अपना वनवास खत्म कर लेगी.
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मध्य प्रदेश में 'पिक्चर अभी बाकी है', इनके पास होगी कांग्रेस की सत्ता की चाबी!
- Wednesday December 12, 2018
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मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने अपना वनवास खत्म कर लिया है और बीजेपी को सत्ता से बेदखल कर दिया है. हालांकि, विधानसभा चुनाव के नतीजे अभी पूरी तरह से घोषित नहीं किए गये हैं, मगर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और बहुमत से महज दो-चार कदम ही दूर है. मध्य प्रदेश में अभी भी रिजल्ट आने बाकी ही हैं. अभी 4 सीटों पर रिजल्ट घोषित नहीं किए गए हैं.
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Telangana Vidhan Sabha Chunav Result 2018: अकेले दम पर PM मोदी, राहुल, सीएम नायडू और ओवैसी को धो डाला इस शख्स ने, 10 बातें
- Tuesday December 11, 2018
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कांग्रेस के साधारण कार्यकर्ता के रूप में लगभग गुमनामी में सियासी सफर की शुरूआत से तेलंगाना गौरव का चेहरा बनने तक के. चंद्रशेखर राव ने राजनीति की तेज लहरों पर बड़े सधे अंदाज में अपनी चुनावी नैया पार की है. उन्होंने कांग्रेस को झुकने पर मजबूर करके अलग तेलंगाना राज्य के गठन में सफलता भी हासिल की. अलग तेलंगाना राज्य के दशकों पुराने एकमात्र स्वप्न को साकार करने के लिए बनी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की मंगलवार को घोषित परिणामों में जबरदस्त जीत के बाद केसीआर के नाम से लोकप्रिय के. चंद्रशेखर राव (64) ने देश के सबसे नये राज्य का सबसे ऊंचे कद वाला नेता होने का अपना दावा बरकरार रखा है. जून 2014 में तेलंगाना के गठन के बाद से हुए पहले विधानसभा चुनाव में मिली यह सफलता उनके लिए राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने की उनकी आकांक्षा को मूर्त रूप देने में अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हो सकती है.
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