Missile Defence System
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
- वेब स्टोरी
-
भारत ने आर्मेनिया को आकाश एयर डिफेंस सिस्टम बेचा
- Wednesday November 13, 2024
- Reported by: राजीव रंजन
हथियारों के निर्यात के मामले में भारत ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. भारत ने आकाश एयर डिफेंस सिस्टम की आर्मेनिया को पहली बैटरी भेजी है. आकाश एयर डिफेंस सिस्टम को बनाने वाली भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड ने सोशल एक्स पर यह जानकारी साझा की. हालांकि अपनी पोस्ट में बीईएल ने उस देश का नाम नही बताया है जिसे उसने आकाश सिस्टम को निर्यात किया है. वैसे रक्षा सूत्रों ने कन्फर्म किया है कि भारत ने आर्मेनिया को ही यह सिस्टम निर्यात किया है.
- ndtv.in
-
दुनिया में मंडराए विश्व युद्ध के खतरे के बीच भारत की क्या है तैयारी, जानिए
- Thursday November 14, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है. इजरायल का हमास के खात्मे के लिए गाज़ा पर हमला, इजरायल का लेबनान पर हमला, इजरायल का सीरिया पर हमला और अब इजरायल और ईरान के बीच भी एक दूसरे पर हमले के बाद इसके बढ़ने के आसार बन गए हैं. इसके अलावा चीन और ताइवान के बीच तनाव बरकरार है और अब पिछले कुछ दिनों से उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच में तनाव बढ़ता जा रहा है.
- ndtv.in
-
India ने बनाया खुद का 'Iron Dome', पोखरण में किया परीक्षण;खूबियां जान कांप उठेंगे दुश्मन
- Monday October 14, 2024
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: विजय शंकर पांडेय
India New Defence System: भारत ने अब इजरायल की तर्ज पर नया डिफेंस सिस्टम बना लिया है. इसे अगर भारत का आयरन डोम कहा जाए तो गलत नहीं होगा. जानिए इसकी खासियत...
- ndtv.in
-
Exclusive: 'ईरान से डील करना आता है...' - अब क्या करेगा इजरायल? राजदूत ने बताया
- Wednesday October 2, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
Iran-Israel conflict: इजरायल के राजदूत ने कहा कि, ''ईरान का इजरायल पर हमला सिर्फ मिसाइलों की बौछार नहीं थी, यह 181 बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार थी, जिनमें से प्रत्येक में 700 से 1,000 किलोग्राम का वारहेड पेलोड था, जो कि पूरी बिल्डिंगों को नष्ट कर सकता है. यह हमारे युद्ध के इतिहास में अभूतपूर्व है.'' भारत में इजरायल के राजदूत रूवेन अजार (Reuven Azar) ने बुधवार को एनडीटीवी से बातचीत में यह बात कही.
- ndtv.in
-
Explainer: इजरायल के मल्टी-टीयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम के सामने ईरानी हथियार कितने कारगर?
- Wednesday October 2, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
Iran-Israel conflict: ईरान ने मंगलवार को रात में इजरायल पर हमले में किस तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया? ईरान के शस्त्रागार (Arsenal) में बैलिस्टिक मियाइल, क्रूज मिसाइल और ड्रोन हैं, जिनका इस्तेमाल उसने हाल ही में इजरायल को निशाना बनाने के लिए किया. ऐसा माना जाता है कि मंगलवार को रात में ईरान ने करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं.
- ndtv.in
-
इजरायल एयर डिफेंस सिस्टम को देख इंप्रेस हुए आनंद महिंद्रा, मिसाइल की तस्वीरें शेयर कर भारत को दी ये सलाह
- Tuesday April 16, 2024
- Edited by: शालिनी सेंगर
आनंद महिंद्रा ने इस पूरे सिस्टम के काम करने के तरीके के बारे में बताया है और जोर दिया है कि, भारत के पास ऐसा सिस्टम क्यों होना चाहिए.
- ndtv.in
-
VIDEO: इजरायली विमानों ने सैकड़ों ईरानी Drones और मिसाइलों को रोक दिया, देखें - कैसे?
- Sunday April 14, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
Israel-Iran war : इजरायल (Israel) ने आज एक वीडियो शेयर किया जिसमें दिख रहा है कि कैसे उसने इजरायली क्षेत्र पर ईरान (Iran) के हमले के दौरान दागी गईं सैकड़ों मिसाइलों (Missiles) और ड्रोनों को रोक दिया. ईरान ने शनिवार की रात में इजरायल पर हमला किया. यह हमला एक अप्रैल को सीरिया के दमिश्क में ईरान के दूतावास परिसर पर किए गए संदिग्ध इजरायली हवाई हमले के जवाब में किया गया. दमिश्क के हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के अधिकारी मारे गए थे.
- ndtv.in
-
क्यों खास है भारत को रूस से मिला एयर डिफेंस सिस्टम S-400? दुश्मन के हर वार को हवा में कर देगा नष्ट
- Tuesday October 31, 2023
- Reported by: राजीव रंजन
भारत ने इस एयर डिफेंस सिस्टम को रूस से खरीदा है. फिलहाल भारत को तीन स्क्वाड्रन मिल चुके हैं और बाकी के दो स्क्वाड्रन एक साल के भीतर मिल जाएंगे.
- ndtv.in
-
"अमेरिका के पास इजरायली मिसाइल एयर डिफेंस जैसा खुद का सिस्टम होना चाहिए": विवेक रामास्वामी
- Sunday October 22, 2023
- Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: पीयूष
आयरन डोम इजरायल द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक मिसाइल रोधी रक्षा प्रणाली है. इसे 4 से 70 किलोमीटर (लगभग 2.5 से 43 मील) की दूरी से दागे गए कम दूरी के रॉकेट और तोपखाने के गोले को रोकने और नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
- ndtv.in
-
विवेक रामास्वामी ने अमेरिका में इजराइल की तरह आयरन डोम रक्षा प्रणाली की जरूरत जताई
- Saturday October 21, 2023
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
अमेरिका (US) में राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार विवेक रामास्वामी (Vivek Ramaswamy) ने कहा है कि विदेशी खतरों से बचाने के लिए अमेरिका के पास इजरायली आयरन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली (Iron Dome missile defence system) का अपना वर्जन होना चाहिए. भारतीय मूल के अरबपति का मानना है कि रूस जैसे देशों की उन्नत मिसाइल क्षमताओं को देखते हुए ऐसी प्रणाली मातृभूमि की रक्षा के लिए जरूरी हैं.
- ndtv.in
-
चीन से तनाव के चलते भारतीय सेना के लिए बहुत जरूरी है S-400, जानिए क्या खासियत है इस सिस्टम की
- Monday June 22, 2020
- Edited by: पवन पांडे
दूर तक मार करने की क्षमता की वजह से इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम को दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है. एस-400 दुश्मन के सभी हवाई हमलों को नाकाम करने में सक्षम है और यह जमीन में लड़ रहे सैनिकों की मदद भी रोक सकता है.
- ndtv.in
-
अब भारत की ओर आंख उठाना हो सकती है बड़ी गलती, आ रहा है दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार S-400, जानें इसकी 10 बड़ी बातें
- Friday January 17, 2020
- Edited by: मानस मिश्रा
रूस के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन रोमन बबुश्किन ने शुक्रवार को कहा कि भारत को सभी एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों की अपूर्ति 2025 तक कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि भारत को दी जाने वाली एस-400 मिसाइलों का निर्माण शुरू हो गया है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर रूस-भारत-चीन त्रिपक्षीय बैठक में भाग लेने के लिए 22 और 23 मार्च को रूस जाएंगे. एस-300 का उन्नत संस्करण एस-400 पहले रूस के रक्षा बलों को ही उपलब्ध थीं. इसका निर्माण अल्माज-एंते करता है और यह 2007 से रूस के बेड़े में शामिल है. आपको बता दें कि एस 400 खरीदने वाला भारत तीसरा देश है. चीन ने भी रूस से इसे खरीदा है. इस मिसाइल सिस्टम अपने आप में बेजोड़ है. इसका पूरा नाम S-400 ट्रायम्फ है जिसे नाटो देशों में SA-21 ग्रोलर के नाम से पुकारा जाता है. यह लंबी दूरी का जमीन से हवा में मार करने वाला मिसाइल सिस्टम है जिसे रूस ने बनाया है. S-400 का सबसे पहले साल 2007 में उपयोग हुआ था जो कि S-300 का अपडेटेड वर्जन है. इस एक मिसाइल सिस्टम में कई सिस्टम एकसाथ लगे होने के कारण इसकी सामरिक क्षमता काफी मजबूत मानी जाती है. इसकी मारक क्षमता अचूक है क्योंकि यह एक साथ तीन दिशाओं में मिसाइल दाग सकता है. 400 किमी के रेंज में एक साथ कई लड़ाकू विमान, बैलिस्टिक व क्रूज मिसाइल और ड्रोन पर यह हमला कर सकता है.
- ndtv.in
-
हथियार खरीदने में भारत की मदद के लिए तैयार अमेरिका, पर रखी एक खास शर्त
- Friday June 14, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
‘एस-400’ रूस का सबसे आधुनिक सतह से हवा तक लंबी दूरी वाला मिसाइल रक्षा तंत्र है. चीन 2014 में इस तंत्र की खरीद के लिए सरकार से सरकार के बीच करार करने वाला पहला देश बन गया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच पिछले वर्ष अक्टूबर में अनेक मुद्दों पर विचार विमर्श के बाद भारत और रूस के बीच पांच अरब डॉलर में ‘एस-400’ हवाई रक्षा तंत्र खरीद सौदे पर हस्ताक्षर हुए थे. विदेश मंत्रालय की विशेष अधिकारी एलिस जी वेल्स ने एशिया, प्रशांत एवं परमाणु अप्रसार के लिए विदेश मामलों में सदन की उपसमिति को बताया कि अमेरिका अब किसी अन्य देश के मुकाबले भारत के साथ सबसे अधिक सैन्य अभ्यास करता है.
- ndtv.in
-
भारत ने आर्मेनिया को आकाश एयर डिफेंस सिस्टम बेचा
- Wednesday November 13, 2024
- Reported by: राजीव रंजन
हथियारों के निर्यात के मामले में भारत ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. भारत ने आकाश एयर डिफेंस सिस्टम की आर्मेनिया को पहली बैटरी भेजी है. आकाश एयर डिफेंस सिस्टम को बनाने वाली भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड ने सोशल एक्स पर यह जानकारी साझा की. हालांकि अपनी पोस्ट में बीईएल ने उस देश का नाम नही बताया है जिसे उसने आकाश सिस्टम को निर्यात किया है. वैसे रक्षा सूत्रों ने कन्फर्म किया है कि भारत ने आर्मेनिया को ही यह सिस्टम निर्यात किया है.
- ndtv.in
-
दुनिया में मंडराए विश्व युद्ध के खतरे के बीच भारत की क्या है तैयारी, जानिए
- Thursday November 14, 2024
- Written by: राजीव मिश्र
रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है. इजरायल का हमास के खात्मे के लिए गाज़ा पर हमला, इजरायल का लेबनान पर हमला, इजरायल का सीरिया पर हमला और अब इजरायल और ईरान के बीच भी एक दूसरे पर हमले के बाद इसके बढ़ने के आसार बन गए हैं. इसके अलावा चीन और ताइवान के बीच तनाव बरकरार है और अब पिछले कुछ दिनों से उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच में तनाव बढ़ता जा रहा है.
- ndtv.in
-
India ने बनाया खुद का 'Iron Dome', पोखरण में किया परीक्षण;खूबियां जान कांप उठेंगे दुश्मन
- Monday October 14, 2024
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: विजय शंकर पांडेय
India New Defence System: भारत ने अब इजरायल की तर्ज पर नया डिफेंस सिस्टम बना लिया है. इसे अगर भारत का आयरन डोम कहा जाए तो गलत नहीं होगा. जानिए इसकी खासियत...
- ndtv.in
-
Exclusive: 'ईरान से डील करना आता है...' - अब क्या करेगा इजरायल? राजदूत ने बताया
- Wednesday October 2, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
Iran-Israel conflict: इजरायल के राजदूत ने कहा कि, ''ईरान का इजरायल पर हमला सिर्फ मिसाइलों की बौछार नहीं थी, यह 181 बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार थी, जिनमें से प्रत्येक में 700 से 1,000 किलोग्राम का वारहेड पेलोड था, जो कि पूरी बिल्डिंगों को नष्ट कर सकता है. यह हमारे युद्ध के इतिहास में अभूतपूर्व है.'' भारत में इजरायल के राजदूत रूवेन अजार (Reuven Azar) ने बुधवार को एनडीटीवी से बातचीत में यह बात कही.
- ndtv.in
-
Explainer: इजरायल के मल्टी-टीयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम के सामने ईरानी हथियार कितने कारगर?
- Wednesday October 2, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
Iran-Israel conflict: ईरान ने मंगलवार को रात में इजरायल पर हमले में किस तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया? ईरान के शस्त्रागार (Arsenal) में बैलिस्टिक मियाइल, क्रूज मिसाइल और ड्रोन हैं, जिनका इस्तेमाल उसने हाल ही में इजरायल को निशाना बनाने के लिए किया. ऐसा माना जाता है कि मंगलवार को रात में ईरान ने करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं.
- ndtv.in
-
इजरायल एयर डिफेंस सिस्टम को देख इंप्रेस हुए आनंद महिंद्रा, मिसाइल की तस्वीरें शेयर कर भारत को दी ये सलाह
- Tuesday April 16, 2024
- Edited by: शालिनी सेंगर
आनंद महिंद्रा ने इस पूरे सिस्टम के काम करने के तरीके के बारे में बताया है और जोर दिया है कि, भारत के पास ऐसा सिस्टम क्यों होना चाहिए.
- ndtv.in
-
VIDEO: इजरायली विमानों ने सैकड़ों ईरानी Drones और मिसाइलों को रोक दिया, देखें - कैसे?
- Sunday April 14, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
Israel-Iran war : इजरायल (Israel) ने आज एक वीडियो शेयर किया जिसमें दिख रहा है कि कैसे उसने इजरायली क्षेत्र पर ईरान (Iran) के हमले के दौरान दागी गईं सैकड़ों मिसाइलों (Missiles) और ड्रोनों को रोक दिया. ईरान ने शनिवार की रात में इजरायल पर हमला किया. यह हमला एक अप्रैल को सीरिया के दमिश्क में ईरान के दूतावास परिसर पर किए गए संदिग्ध इजरायली हवाई हमले के जवाब में किया गया. दमिश्क के हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के अधिकारी मारे गए थे.
- ndtv.in
-
क्यों खास है भारत को रूस से मिला एयर डिफेंस सिस्टम S-400? दुश्मन के हर वार को हवा में कर देगा नष्ट
- Tuesday October 31, 2023
- Reported by: राजीव रंजन
भारत ने इस एयर डिफेंस सिस्टम को रूस से खरीदा है. फिलहाल भारत को तीन स्क्वाड्रन मिल चुके हैं और बाकी के दो स्क्वाड्रन एक साल के भीतर मिल जाएंगे.
- ndtv.in
-
"अमेरिका के पास इजरायली मिसाइल एयर डिफेंस जैसा खुद का सिस्टम होना चाहिए": विवेक रामास्वामी
- Sunday October 22, 2023
- Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: पीयूष
आयरन डोम इजरायल द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक मिसाइल रोधी रक्षा प्रणाली है. इसे 4 से 70 किलोमीटर (लगभग 2.5 से 43 मील) की दूरी से दागे गए कम दूरी के रॉकेट और तोपखाने के गोले को रोकने और नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
- ndtv.in
-
विवेक रामास्वामी ने अमेरिका में इजराइल की तरह आयरन डोम रक्षा प्रणाली की जरूरत जताई
- Saturday October 21, 2023
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
अमेरिका (US) में राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार विवेक रामास्वामी (Vivek Ramaswamy) ने कहा है कि विदेशी खतरों से बचाने के लिए अमेरिका के पास इजरायली आयरन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली (Iron Dome missile defence system) का अपना वर्जन होना चाहिए. भारतीय मूल के अरबपति का मानना है कि रूस जैसे देशों की उन्नत मिसाइल क्षमताओं को देखते हुए ऐसी प्रणाली मातृभूमि की रक्षा के लिए जरूरी हैं.
- ndtv.in
-
चीन से तनाव के चलते भारतीय सेना के लिए बहुत जरूरी है S-400, जानिए क्या खासियत है इस सिस्टम की
- Monday June 22, 2020
- Edited by: पवन पांडे
दूर तक मार करने की क्षमता की वजह से इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम को दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है. एस-400 दुश्मन के सभी हवाई हमलों को नाकाम करने में सक्षम है और यह जमीन में लड़ रहे सैनिकों की मदद भी रोक सकता है.
- ndtv.in
-
अब भारत की ओर आंख उठाना हो सकती है बड़ी गलती, आ रहा है दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार S-400, जानें इसकी 10 बड़ी बातें
- Friday January 17, 2020
- Edited by: मानस मिश्रा
रूस के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन रोमन बबुश्किन ने शुक्रवार को कहा कि भारत को सभी एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों की अपूर्ति 2025 तक कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि भारत को दी जाने वाली एस-400 मिसाइलों का निर्माण शुरू हो गया है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर रूस-भारत-चीन त्रिपक्षीय बैठक में भाग लेने के लिए 22 और 23 मार्च को रूस जाएंगे. एस-300 का उन्नत संस्करण एस-400 पहले रूस के रक्षा बलों को ही उपलब्ध थीं. इसका निर्माण अल्माज-एंते करता है और यह 2007 से रूस के बेड़े में शामिल है. आपको बता दें कि एस 400 खरीदने वाला भारत तीसरा देश है. चीन ने भी रूस से इसे खरीदा है. इस मिसाइल सिस्टम अपने आप में बेजोड़ है. इसका पूरा नाम S-400 ट्रायम्फ है जिसे नाटो देशों में SA-21 ग्रोलर के नाम से पुकारा जाता है. यह लंबी दूरी का जमीन से हवा में मार करने वाला मिसाइल सिस्टम है जिसे रूस ने बनाया है. S-400 का सबसे पहले साल 2007 में उपयोग हुआ था जो कि S-300 का अपडेटेड वर्जन है. इस एक मिसाइल सिस्टम में कई सिस्टम एकसाथ लगे होने के कारण इसकी सामरिक क्षमता काफी मजबूत मानी जाती है. इसकी मारक क्षमता अचूक है क्योंकि यह एक साथ तीन दिशाओं में मिसाइल दाग सकता है. 400 किमी के रेंज में एक साथ कई लड़ाकू विमान, बैलिस्टिक व क्रूज मिसाइल और ड्रोन पर यह हमला कर सकता है.
- ndtv.in
-
हथियार खरीदने में भारत की मदद के लिए तैयार अमेरिका, पर रखी एक खास शर्त
- Friday June 14, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
‘एस-400’ रूस का सबसे आधुनिक सतह से हवा तक लंबी दूरी वाला मिसाइल रक्षा तंत्र है. चीन 2014 में इस तंत्र की खरीद के लिए सरकार से सरकार के बीच करार करने वाला पहला देश बन गया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच पिछले वर्ष अक्टूबर में अनेक मुद्दों पर विचार विमर्श के बाद भारत और रूस के बीच पांच अरब डॉलर में ‘एस-400’ हवाई रक्षा तंत्र खरीद सौदे पर हस्ताक्षर हुए थे. विदेश मंत्रालय की विशेष अधिकारी एलिस जी वेल्स ने एशिया, प्रशांत एवं परमाणु अप्रसार के लिए विदेश मामलों में सदन की उपसमिति को बताया कि अमेरिका अब किसी अन्य देश के मुकाबले भारत के साथ सबसे अधिक सैन्य अभ्यास करता है.
- ndtv.in