Love For English
- सब
- ख़बरें
-
Gifting के लिए नहीं मिल रहा आइडिया, तो ये हैं बेहतरीन ऑप्शन, सामने वाला भी हो जाएगा आपसे इंप्रेस
- Wednesday April 30, 2025
- Edited by: शिखा शर्मा
शादी में जाना है, आप रेडी हैं लेकिन फिर भी परेशान है, क्योंकि होस्ट को क्या गिफ्ट देना है, ये आप तय नहीं कर पा रहे हैं. गिफ्ट ऐसा होना चाहिए, जो सामने वाले के काम तो आए है, साथ ही अट्रैक्टिव भी हो. ऐसे में आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. गिफ्ट ऑप्शन को लेकर आपकी तलाश खत्म हो रही है, Amazon के साथ.
-
ndtv.in
-
New Year Shayari: 'पिछला बरस तो खून रुला कर गुजर गया. क्या गुल खिलाएगा ये नया साल दोस्तो- पढ़ें चुनिंदा शायरी
- Thursday December 31, 2020
- Written by: नरेंद्र सैनी
New Year Shayari: 2020 में जहां कोरोना महामारी ने पूरे जमाने को दहशत में और घरों बंद रखा, वहीं 2021 (Happy New Year 2021) के शुभ और मुबारक होने की दुआ मांगी जा रही है.
-
ndtv.in
-
दिल छू लिया 'हिन्दी मीडियम' ने...
- Wednesday May 31, 2017
- ऋचा जैन कालरा
'हिन्दी मीडियम' की कहानी फिल्मी सही, लेकिन असली-सी लगती है... संदेश दे जाती है कि मीडियम हिन्दी हो या अंग्रेज़ी, स्थायी तरक्की जड़ों से कटकर कभी नहीं होती और असली तरक्की के लिए किसी के अरमानों के बलि मत दीजिए... काश, यह बात सब समझ पाएं...
-
ndtv.in
-
Gifting के लिए नहीं मिल रहा आइडिया, तो ये हैं बेहतरीन ऑप्शन, सामने वाला भी हो जाएगा आपसे इंप्रेस
- Wednesday April 30, 2025
- Edited by: शिखा शर्मा
शादी में जाना है, आप रेडी हैं लेकिन फिर भी परेशान है, क्योंकि होस्ट को क्या गिफ्ट देना है, ये आप तय नहीं कर पा रहे हैं. गिफ्ट ऐसा होना चाहिए, जो सामने वाले के काम तो आए है, साथ ही अट्रैक्टिव भी हो. ऐसे में आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. गिफ्ट ऑप्शन को लेकर आपकी तलाश खत्म हो रही है, Amazon के साथ.
-
ndtv.in
-
New Year Shayari: 'पिछला बरस तो खून रुला कर गुजर गया. क्या गुल खिलाएगा ये नया साल दोस्तो- पढ़ें चुनिंदा शायरी
- Thursday December 31, 2020
- Written by: नरेंद्र सैनी
New Year Shayari: 2020 में जहां कोरोना महामारी ने पूरे जमाने को दहशत में और घरों बंद रखा, वहीं 2021 (Happy New Year 2021) के शुभ और मुबारक होने की दुआ मांगी जा रही है.
-
ndtv.in
-
दिल छू लिया 'हिन्दी मीडियम' ने...
- Wednesday May 31, 2017
- ऋचा जैन कालरा
'हिन्दी मीडियम' की कहानी फिल्मी सही, लेकिन असली-सी लगती है... संदेश दे जाती है कि मीडियम हिन्दी हो या अंग्रेज़ी, स्थायी तरक्की जड़ों से कटकर कभी नहीं होती और असली तरक्की के लिए किसी के अरमानों के बलि मत दीजिए... काश, यह बात सब समझ पाएं...
-
ndtv.in