Kranti Sambhav Blog
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एक सोशल मीडिया योद्धा की ट्रैवल डायरी
- Thursday June 28, 2018
- क्रांति संभव
छुट्टियों पर जाकर तस्वीरें खींचना जीवन की अद्भुत व्यथा है, जिसे भरपूर एन्जॉय किया जाता है. जब नौकरी और प्रोडक्टिविटी के मकड़जाल में यह समय के सदुपयोग के हिसाब से परम धर्म लगता रहता था. अब इस व्याधि की गहराई और ज़्यादा अंडरग्राउंड चली गई है.
- ndtv.in
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राहुल गांधी पर बीजेपी का उपकाऱ और ब्लॉग को लेकर मेरी दुविधा...
- Friday May 18, 2018
- क्रांति संभव
विचार बदलना मुश्किल काम होता है. दिमाग़ की चक्की में नई बातों को डालना पड़ता है, पुर्ज़ों में तेल डालते रहना पड़ता है कि चक्की चलती रहे. बातों को बारीक़ पीसकर विचार में तब्दील करती रहे. इससे ज़्यादा मुश्किल काम होता है धारणा बदलना. धारणा विचारों की बोरियों को एक पर एक रखने पर बनती हैं. इसी लिए धारणा बदलने के लिए ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है.
- ndtv.in
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कुशीनगर में ग़लती किसकी थी? और सज़ा का गणित क्या होता है?
- Friday April 27, 2018
- क्रांति संभव
बारह इंतज़ार अब कभी ख़त्म नहीं होंगे, जिनके सफ़र घर और स्कूल के बीच ख़त्म हो गए. ये इंतज़ार ना तो उनके परिवारों के लिए ख़त्म होगा ना ही उनके स्कूल के दोस्तों के लिए. उनके मां-बाप कुछ दिनों तक, सुबह उनके टिफ़िन में क्या दिया जाएगा, सोने से पहले हर रात आदतन सोचेंगे. आदतन सुबह उठेंगे भी लेकिन नाश्ता नहीं बनाएंगे.
- ndtv.in
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पूजा और लाठीचार्ज के बीच एक देवी, एक मनुष्य और एक शरीर
- Saturday September 30, 2017
- क्रांति संभव
बीएचयू में धरना चल रहा था. छात्राओं की स्टोरी चल रही थी. न्यूज़ एजेंसी की माइक पर लड़कियां बता रहीं थीं छेड़ख़ानी की शिकायत के बारे में. एक लड़का भी साउंड बाइट देने आया.
- ndtv.in
-
दिल्ली की ट्रैफिक में साइकिल चलाने से मुझे क्या सबक मिला...
- Saturday September 23, 2017
- क्रांति संभव
सेहत की फिक्र करने वाले और थोड़ा बहुत पर्यावरण की चिंता करने वाले अपर मिडिल क्लास लोगों ने जब से हजारों और लाखों रुपये की साइकिलें खरीदनी शुरू की है, लोगों का नजरिया बदला है.
- ndtv.in
-
“बयान”: एक सस्ती एंथ्रोपोलॉजिकल स्टडी
- Saturday September 16, 2017
- क्रांति संभव
बयान शाश्वत है. ना तो वो दिया जाता है, ना वो सुना जाता है. ब्रह्मांड का अकाट्य तत्व है बयान जो सिर्फ़ मुंह बदलता है. बयान अपनी पार्टी और अपना फ़ॉर्म बदलता है, नेता और वोट बैंक भी बदलता है क्योंकि बयान एक कॉस्मिक एनर्जी हैं. वो एनर्जी जिससे छिटक कर मनुष्य बना है.
- ndtv.in
-
क्या बीएमडब्ल्यू के विज़न डायनैमिक्स से चुनौती मिलेगी टेस्ला कारों को?
- Friday September 15, 2017
- क्रांति संभव
फ्रैंकफर्ट मोटर शो में कार कंपनियों में नई कार और फ़्यूचरिस्टिक कारों को दिखाने के लिए होड़ लगी हुई है और इस बार भी ज़्यादातर का फ़ोकस भविष्य की कारों पर ही है, जो चाहे ईंधन के मामले में हो या ड्राइव के मामले में.
- ndtv.in
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नितिन गडकरी के बयान से क्यों भौंचक्की रह गईं कार कंपनियां?
- Monday September 11, 2017
- क्रांति संभव
ये मामला शुरू हुआ था ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफ़ैक्चर्रस की कांफ्रेंस में. वे कंपनियां जो गाड़ी कंपनियों के लिए पार्ट पुर्ज़े बनाती हैं उनका असोसिएशन है ACMA और उसी के कांफ्रेंस में देश-विदेश की कंपनियों के नुमाइंदे आए हुए थे.
- ndtv.in
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सोशल मीडिया कॉम्पैटिबल मुद्दों को उठाने की जरूरत नहीं, उठे-उठाए आते हैं...
- Wednesday August 30, 2017
- क्रांति संभव
बहुत समय से एक विड्रॉल सिम्प्टम महसूस हो रहा है. लग रहा है कि मन में कुछ बेचैनी है, अंगूठे कसमसा रहे हैं, ट्विटर टाइमलाइन तड़पड़ा रहा है, फेसबुक फड़फड़ा रहा है, बाकी सोशल मीडिया के तमाम प्लैटफ़ॉर्म पर भी इत्यादि टाइप की समस्याएं देखने को मिल रही थीं. लग रहा है एक खालीपन ने पूरे यूनिवर्स को घेर लिया है. इस मनोस्थिति को पकड़ने के लिए हेलो जिंदगी वाले शाहरुख खान काफी हैं, फ़्रॉयड की जरूरत नहीं पड़ेगी. समस्या सीधी और सिंपल है, हुआ दरअसल ये है कि मार्केट में मुद्दों की भारी कमी हो गई है, अब कोई ऐसा मुद्दा बच ही नहीं पा रहा है जिसे मैं उठा पाऊं.
- ndtv.in
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राइट टू प्राइवेसी आयोग से लिस्ट में ऑफ़िस के वॉशरूम और शादी का बुफ़े को जोड़ने का आवेदन
- Friday August 25, 2017
- क्रांति संभव
मैं एक 'जनरलिस्ट' हूं. और आदर्श 'जनरलिस्ट' की तरह ना तो मुझे पता है कि किस फ़ॉर्मैट के तहत ये आवेदन भेजना चाहिए और ना ही मैं जानने की कोशिश में मेहनत करना चाहता हूं.
- ndtv.in
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सराहा में लॉगिन करने के बाद मैंने फेसबुक और मित्रों के बारे में क्या जाना?
- Thursday August 24, 2017
- क्रांति संभव
ख़ैर सराहा से मेरा तो एजेंडा को पूरा हो गया. ब्लाग हो गया. अब सोच रहा हूं कि तुरंत लॉग आउट करूं या अपने कुछ और ईगो-बूस्टिंग संदेशों का इंतज़ार करूं?
- ndtv.in
-
क्या केवल सुपरबाइक पर चर्चा से देश के बाकी हिमांशु बंसल बच पाएंगे...?
- Wednesday August 16, 2017
- Written by: क्रांति संभव
एक और दुखद हादसा. एक और दर्दनाक मौत. एक बार फिर चर्चा सुपरबाइक्स की. सुपरबाइक्स की ख़ामियों की, ख़तरों की और नौजवानों पर रफ़्तार के जुनून की.
- ndtv.in
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कब हार मानी होगी गोरखपुर के अस्पताल में बैठे उस पिता ने...
- Saturday August 12, 2017
- क्रांति संभव
बच्चा दिमाग़ कई विडंबनाओं को देखकर उलझ जाता है. ऐसे ही किसी एक याद ना आने वाली बारीक़ी को जब समझने में दिक्कत हो रही थी तो मुझसे ठीक बड़ी बहन ने मुझसे कहा कि मां बनोगे तो समझोगे.
- ndtv.in
-
क्या 'कंपस' की आकर्षक क़ीमत भारतीय एसयूवी बाज़ार में 'जीप' की सफलता के लिए काफ़ी है?
- Wednesday August 2, 2017
- क्रांति संभव
जीप एक ऐसा ब्रांड है जो ऑफ़रोडिंग के लिए दुनिया में जाना जाता है, कंपनी ने भारत में पहले से अपनी रैंगलर और ग्रैंड चेरोकी उतारी हुई हैं.
- ndtv.in
-
'लेडी विराट कोहली' नहीं हैं ये - वक्त आ गया है शब्दावली बदलने का
- Monday July 24, 2017
- क्रांति संभव
...'हार गए, पर दिल जीता' जैसी पंचलाइन जब थोड़ी बसिया जाएंगी, तो उसके बाद भी हमें इस मुद्दे पर सोचना होगा, नई शब्दावलियों पर काम करना होगा. हम शब्दावलियां बदलने के युग में प्रवेश कर चुके हैं.
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एक सोशल मीडिया योद्धा की ट्रैवल डायरी
- Thursday June 28, 2018
- क्रांति संभव
छुट्टियों पर जाकर तस्वीरें खींचना जीवन की अद्भुत व्यथा है, जिसे भरपूर एन्जॉय किया जाता है. जब नौकरी और प्रोडक्टिविटी के मकड़जाल में यह समय के सदुपयोग के हिसाब से परम धर्म लगता रहता था. अब इस व्याधि की गहराई और ज़्यादा अंडरग्राउंड चली गई है.
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राहुल गांधी पर बीजेपी का उपकाऱ और ब्लॉग को लेकर मेरी दुविधा...
- Friday May 18, 2018
- क्रांति संभव
विचार बदलना मुश्किल काम होता है. दिमाग़ की चक्की में नई बातों को डालना पड़ता है, पुर्ज़ों में तेल डालते रहना पड़ता है कि चक्की चलती रहे. बातों को बारीक़ पीसकर विचार में तब्दील करती रहे. इससे ज़्यादा मुश्किल काम होता है धारणा बदलना. धारणा विचारों की बोरियों को एक पर एक रखने पर बनती हैं. इसी लिए धारणा बदलने के लिए ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है.
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कुशीनगर में ग़लती किसकी थी? और सज़ा का गणित क्या होता है?
- Friday April 27, 2018
- क्रांति संभव
बारह इंतज़ार अब कभी ख़त्म नहीं होंगे, जिनके सफ़र घर और स्कूल के बीच ख़त्म हो गए. ये इंतज़ार ना तो उनके परिवारों के लिए ख़त्म होगा ना ही उनके स्कूल के दोस्तों के लिए. उनके मां-बाप कुछ दिनों तक, सुबह उनके टिफ़िन में क्या दिया जाएगा, सोने से पहले हर रात आदतन सोचेंगे. आदतन सुबह उठेंगे भी लेकिन नाश्ता नहीं बनाएंगे.
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पूजा और लाठीचार्ज के बीच एक देवी, एक मनुष्य और एक शरीर
- Saturday September 30, 2017
- क्रांति संभव
बीएचयू में धरना चल रहा था. छात्राओं की स्टोरी चल रही थी. न्यूज़ एजेंसी की माइक पर लड़कियां बता रहीं थीं छेड़ख़ानी की शिकायत के बारे में. एक लड़का भी साउंड बाइट देने आया.
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दिल्ली की ट्रैफिक में साइकिल चलाने से मुझे क्या सबक मिला...
- Saturday September 23, 2017
- क्रांति संभव
सेहत की फिक्र करने वाले और थोड़ा बहुत पर्यावरण की चिंता करने वाले अपर मिडिल क्लास लोगों ने जब से हजारों और लाखों रुपये की साइकिलें खरीदनी शुरू की है, लोगों का नजरिया बदला है.
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“बयान”: एक सस्ती एंथ्रोपोलॉजिकल स्टडी
- Saturday September 16, 2017
- क्रांति संभव
बयान शाश्वत है. ना तो वो दिया जाता है, ना वो सुना जाता है. ब्रह्मांड का अकाट्य तत्व है बयान जो सिर्फ़ मुंह बदलता है. बयान अपनी पार्टी और अपना फ़ॉर्म बदलता है, नेता और वोट बैंक भी बदलता है क्योंकि बयान एक कॉस्मिक एनर्जी हैं. वो एनर्जी जिससे छिटक कर मनुष्य बना है.
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क्या बीएमडब्ल्यू के विज़न डायनैमिक्स से चुनौती मिलेगी टेस्ला कारों को?
- Friday September 15, 2017
- क्रांति संभव
फ्रैंकफर्ट मोटर शो में कार कंपनियों में नई कार और फ़्यूचरिस्टिक कारों को दिखाने के लिए होड़ लगी हुई है और इस बार भी ज़्यादातर का फ़ोकस भविष्य की कारों पर ही है, जो चाहे ईंधन के मामले में हो या ड्राइव के मामले में.
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नितिन गडकरी के बयान से क्यों भौंचक्की रह गईं कार कंपनियां?
- Monday September 11, 2017
- क्रांति संभव
ये मामला शुरू हुआ था ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफ़ैक्चर्रस की कांफ्रेंस में. वे कंपनियां जो गाड़ी कंपनियों के लिए पार्ट पुर्ज़े बनाती हैं उनका असोसिएशन है ACMA और उसी के कांफ्रेंस में देश-विदेश की कंपनियों के नुमाइंदे आए हुए थे.
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सोशल मीडिया कॉम्पैटिबल मुद्दों को उठाने की जरूरत नहीं, उठे-उठाए आते हैं...
- Wednesday August 30, 2017
- क्रांति संभव
बहुत समय से एक विड्रॉल सिम्प्टम महसूस हो रहा है. लग रहा है कि मन में कुछ बेचैनी है, अंगूठे कसमसा रहे हैं, ट्विटर टाइमलाइन तड़पड़ा रहा है, फेसबुक फड़फड़ा रहा है, बाकी सोशल मीडिया के तमाम प्लैटफ़ॉर्म पर भी इत्यादि टाइप की समस्याएं देखने को मिल रही थीं. लग रहा है एक खालीपन ने पूरे यूनिवर्स को घेर लिया है. इस मनोस्थिति को पकड़ने के लिए हेलो जिंदगी वाले शाहरुख खान काफी हैं, फ़्रॉयड की जरूरत नहीं पड़ेगी. समस्या सीधी और सिंपल है, हुआ दरअसल ये है कि मार्केट में मुद्दों की भारी कमी हो गई है, अब कोई ऐसा मुद्दा बच ही नहीं पा रहा है जिसे मैं उठा पाऊं.
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राइट टू प्राइवेसी आयोग से लिस्ट में ऑफ़िस के वॉशरूम और शादी का बुफ़े को जोड़ने का आवेदन
- Friday August 25, 2017
- क्रांति संभव
मैं एक 'जनरलिस्ट' हूं. और आदर्श 'जनरलिस्ट' की तरह ना तो मुझे पता है कि किस फ़ॉर्मैट के तहत ये आवेदन भेजना चाहिए और ना ही मैं जानने की कोशिश में मेहनत करना चाहता हूं.
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सराहा में लॉगिन करने के बाद मैंने फेसबुक और मित्रों के बारे में क्या जाना?
- Thursday August 24, 2017
- क्रांति संभव
ख़ैर सराहा से मेरा तो एजेंडा को पूरा हो गया. ब्लाग हो गया. अब सोच रहा हूं कि तुरंत लॉग आउट करूं या अपने कुछ और ईगो-बूस्टिंग संदेशों का इंतज़ार करूं?
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क्या केवल सुपरबाइक पर चर्चा से देश के बाकी हिमांशु बंसल बच पाएंगे...?
- Wednesday August 16, 2017
- Written by: क्रांति संभव
एक और दुखद हादसा. एक और दर्दनाक मौत. एक बार फिर चर्चा सुपरबाइक्स की. सुपरबाइक्स की ख़ामियों की, ख़तरों की और नौजवानों पर रफ़्तार के जुनून की.
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कब हार मानी होगी गोरखपुर के अस्पताल में बैठे उस पिता ने...
- Saturday August 12, 2017
- क्रांति संभव
बच्चा दिमाग़ कई विडंबनाओं को देखकर उलझ जाता है. ऐसे ही किसी एक याद ना आने वाली बारीक़ी को जब समझने में दिक्कत हो रही थी तो मुझसे ठीक बड़ी बहन ने मुझसे कहा कि मां बनोगे तो समझोगे.
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क्या 'कंपस' की आकर्षक क़ीमत भारतीय एसयूवी बाज़ार में 'जीप' की सफलता के लिए काफ़ी है?
- Wednesday August 2, 2017
- क्रांति संभव
जीप एक ऐसा ब्रांड है जो ऑफ़रोडिंग के लिए दुनिया में जाना जाता है, कंपनी ने भारत में पहले से अपनी रैंगलर और ग्रैंड चेरोकी उतारी हुई हैं.
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'लेडी विराट कोहली' नहीं हैं ये - वक्त आ गया है शब्दावली बदलने का
- Monday July 24, 2017
- क्रांति संभव
...'हार गए, पर दिल जीता' जैसी पंचलाइन जब थोड़ी बसिया जाएंगी, तो उसके बाद भी हमें इस मुद्दे पर सोचना होगा, नई शब्दावलियों पर काम करना होगा. हम शब्दावलियां बदलने के युग में प्रवेश कर चुके हैं.
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