Covid Protest China
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चीन ने विरोध प्रदर्शनों के बाद कोविड-19 से जुड़ी पाबंदियों में दी ढील
- Wednesday December 7, 2022
- Edited by: चंदन वत्स
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि देश में तीन साल से लागू इन प्रतिबंधों के चलते आम जनजीवन, यात्रा और रोजगार प्रभावित हुआ है, साथ ही अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है.
- ndtv.in
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चीन में हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर पहली बार आई शी जिनपिंग की प्रतिक्रिया : रिपोर्ट
- Friday December 2, 2022
- Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, Edited by: सूर्यकांत पाठक
अपनी सख्त शून्य-कोविड नीति के खिलाफ अभूतपूर्व सार्वजनिक विरोध पर अपनी पहली टिप्पणी में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने यूरोपीय संघ (EU) के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल (Charles Michel) से कहा कि विरोध "मुख्य रूप से छात्रों" द्वारा किया गया, जो कि महामारी के तीन साल बाद "निराश" थे. शुक्रवार को आई एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है.
- ndtv.in
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China: देश भर में विरोध प्रदर्शनों के बाद Zero Covid पॉलिसी के नियमों में ढ़ील के संकेत
- Thursday December 1, 2022
- Reported by: एएफपी, Edited by: वर्तिका
चीन (China) की ज़ीरो कोविड पॉलिसी (Zero Covid Policy) में बड़े पैमाने पर लॉकडाउन (Lockdown) लगाए जाते हैं, लगातार टेस्टिंग (Mass Testing) की जाती है और संक्रमित ना होने पर भी लोगों को क्वारेंटीन (Quarantine) में डाल दिया जाता है. इसके कारण बीजिंग, शंघाई और गुआंगझू जैसे बड़े शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे.
- ndtv.in
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China में थियानमेन चौक पहुंची प्रदर्शनों की चिंगारी, 33 साल पहले ऐसे बना था नरसंहार का गवाह
- Monday November 28, 2022
- Edited by: वर्तिका
चीन (China) थियानमेन (Tiananmen) की याद को मिटाने की पूरी कोशिश कर रहा है. थियानमेन चौक के इतिहास की किताबों से हटा दिया गया है. चीन के इंटरनेट से थियानमेन के संदर्भ को हटा दिया गया है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से भी थियानमेन के प्रदर्शनों (Protests) की याद खत्म की गई है.
- ndtv.in
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पत्रकार को 'हिरासत में लेकर लात मारने' के BBC के आरोप पर चीन ने दिया यह जवाब
- Monday November 28, 2022
- Reported by: एएफपी, Edited by: वर्तिका
बीबीसी पत्रकार की पिटाई के आरोप पर चीन ने कहा है कि बीबीसी रिपोर्टर ने यह नहीं बताया था कि वो एक पत्रकार है.
- ndtv.in
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"बेहद चिंतित" : China में BBC के पत्रकार की पिटाई के बाद आया बयान, कहा- हथकड़ी भी डाली गई
- Monday November 28, 2022
- Edited by: वर्तिका
शंघाई (Shanghai) , चीन (China) के उन शहरों में से एक है जहां सख्त कोरोना प्रतिबंधों (Covid Restrictions) के कारण विरोध प्रदर्शन (Protest) हो रहे हैं.
- ndtv.in
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Xi Jinping इस्तीफा दो! : China में फैले विरोध प्रदर्शन, सोशल मीडिया पर तेज़ हुई सेंसरशिप
- Monday November 28, 2022
- Edited by: वर्तिका
चीन में प्रदर्शनकारी केंद्र सरकार की जीरो-कोविड पॉलिसी के खिलाफ गुस्साए हुए हैं जिसमें अधिकारी अचानक लॉकडाउन (Snap Lockdown) लगा देते हैं, क्वारेंटीन (Quarantine) का लंबा समय होता है और कुछ मामलों के चलते सभी की टेस्टिंग (Mass Testing) की जाती है.
- ndtv.in
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चीन में जीरो कोविड पॉलिसी से गुस्साए लोगों का प्रदर्शन, राष्ट्रपति शी चिनफिंग के खिलाफ लगे नारे
- Monday November 28, 2022
- Reported by: एएफपी, Edited by: पीयूष
शिंजियांग क्षेत्र की राजधानी उरुमकी में गुरुवार को एक ऊंची इमारत में आग लगने से 10 लोगों की मौत हो गई. इससे पूरे चीन में गुस्सा फैल गया है.
- ndtv.in
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चीन में उठी शी चिनफिंग को हटाने की मांग, आग से 10 लोगों की मौत के बाद Covid-19 नियमों के खिलाफ प्रदर्शन
- Sunday November 27, 2022
- Translated by: विजय शंकर पांडेय
मौके पर काफी संख्या में पुलिस भी मौजूद है और उसके सामने ही लोग नारे लगा रहे हैं. चीन की सोशल मीडिया पर भी लोग इस विरोध प्रदर्शन को सपोर्ट कर रहे हैं.
- ndtv.in
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चीन के लोगों के पसंदीदा बनें बप्पी लाहिड़ी और मिथुन, खाली बर्तन लेकर गा रहे हैं 'जिमी जिमी आजा आजा', कारण जानकर रह जाएंगे हैरान
- Friday November 4, 2022
- Written by: प्रियंका तिवारी
यह गाना बप्पी लाहिरी द्वारा लिखा गया है और पार्वती खान द्वारा गाया गया है. जि मी जि मी का मतलब है 'मुझे चावल दो, मुझे चावल दो'. वीडियो में लोग खाली बर्तन लिए यह गाना गाते दिख रहे है, जिन्हें लॉकडाउन के बाद राशन संबंधी दिक्कतें हो रही है.
- ndtv.in
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4 जून का इतिहास: आज ही हुआ था 'थ्येनआनमन नरसंहार', जब चीन की सेना ने निहत्थों का बंदूकों, टैंकों से किया था कत्लेआम
- Thursday June 4, 2020
- Reported by: भाषा
इतिहास में हर दिन किसी न किसी अहम घटना से जुड़ा होता है. 4 जून एक ऐसी तारीख है, जिस दिन कई बड़ी घटनाओं ने देश और दुनिया पर अपनी छाप छोड़ी. ऐसी ही एक घटना 4 जून, 1989 को चीन की राजधानी बीजिंग में घटी, जहां चीन की सेना ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे निहत्थे नागरिकों पर बंदूकों और टैंकों से कार्रवाई की, जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए. इसे इतिहास में ‘थ्येनआनमन स्क्वायर नरसंहार' के तौर पर जाना जाता है.
- ndtv.in
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चीन ने विरोध प्रदर्शनों के बाद कोविड-19 से जुड़ी पाबंदियों में दी ढील
- Wednesday December 7, 2022
- Edited by: चंदन वत्स
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि देश में तीन साल से लागू इन प्रतिबंधों के चलते आम जनजीवन, यात्रा और रोजगार प्रभावित हुआ है, साथ ही अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है.
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चीन में हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर पहली बार आई शी जिनपिंग की प्रतिक्रिया : रिपोर्ट
- Friday December 2, 2022
- Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, Edited by: सूर्यकांत पाठक
अपनी सख्त शून्य-कोविड नीति के खिलाफ अभूतपूर्व सार्वजनिक विरोध पर अपनी पहली टिप्पणी में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने यूरोपीय संघ (EU) के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल (Charles Michel) से कहा कि विरोध "मुख्य रूप से छात्रों" द्वारा किया गया, जो कि महामारी के तीन साल बाद "निराश" थे. शुक्रवार को आई एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है.
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China: देश भर में विरोध प्रदर्शनों के बाद Zero Covid पॉलिसी के नियमों में ढ़ील के संकेत
- Thursday December 1, 2022
- Reported by: एएफपी, Edited by: वर्तिका
चीन (China) की ज़ीरो कोविड पॉलिसी (Zero Covid Policy) में बड़े पैमाने पर लॉकडाउन (Lockdown) लगाए जाते हैं, लगातार टेस्टिंग (Mass Testing) की जाती है और संक्रमित ना होने पर भी लोगों को क्वारेंटीन (Quarantine) में डाल दिया जाता है. इसके कारण बीजिंग, शंघाई और गुआंगझू जैसे बड़े शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे.
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China में थियानमेन चौक पहुंची प्रदर्शनों की चिंगारी, 33 साल पहले ऐसे बना था नरसंहार का गवाह
- Monday November 28, 2022
- Edited by: वर्तिका
चीन (China) थियानमेन (Tiananmen) की याद को मिटाने की पूरी कोशिश कर रहा है. थियानमेन चौक के इतिहास की किताबों से हटा दिया गया है. चीन के इंटरनेट से थियानमेन के संदर्भ को हटा दिया गया है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से भी थियानमेन के प्रदर्शनों (Protests) की याद खत्म की गई है.
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पत्रकार को 'हिरासत में लेकर लात मारने' के BBC के आरोप पर चीन ने दिया यह जवाब
- Monday November 28, 2022
- Reported by: एएफपी, Edited by: वर्तिका
बीबीसी पत्रकार की पिटाई के आरोप पर चीन ने कहा है कि बीबीसी रिपोर्टर ने यह नहीं बताया था कि वो एक पत्रकार है.
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"बेहद चिंतित" : China में BBC के पत्रकार की पिटाई के बाद आया बयान, कहा- हथकड़ी भी डाली गई
- Monday November 28, 2022
- Edited by: वर्तिका
शंघाई (Shanghai) , चीन (China) के उन शहरों में से एक है जहां सख्त कोरोना प्रतिबंधों (Covid Restrictions) के कारण विरोध प्रदर्शन (Protest) हो रहे हैं.
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Xi Jinping इस्तीफा दो! : China में फैले विरोध प्रदर्शन, सोशल मीडिया पर तेज़ हुई सेंसरशिप
- Monday November 28, 2022
- Edited by: वर्तिका
चीन में प्रदर्शनकारी केंद्र सरकार की जीरो-कोविड पॉलिसी के खिलाफ गुस्साए हुए हैं जिसमें अधिकारी अचानक लॉकडाउन (Snap Lockdown) लगा देते हैं, क्वारेंटीन (Quarantine) का लंबा समय होता है और कुछ मामलों के चलते सभी की टेस्टिंग (Mass Testing) की जाती है.
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चीन में जीरो कोविड पॉलिसी से गुस्साए लोगों का प्रदर्शन, राष्ट्रपति शी चिनफिंग के खिलाफ लगे नारे
- Monday November 28, 2022
- Reported by: एएफपी, Edited by: पीयूष
शिंजियांग क्षेत्र की राजधानी उरुमकी में गुरुवार को एक ऊंची इमारत में आग लगने से 10 लोगों की मौत हो गई. इससे पूरे चीन में गुस्सा फैल गया है.
- ndtv.in
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चीन में उठी शी चिनफिंग को हटाने की मांग, आग से 10 लोगों की मौत के बाद Covid-19 नियमों के खिलाफ प्रदर्शन
- Sunday November 27, 2022
- Translated by: विजय शंकर पांडेय
मौके पर काफी संख्या में पुलिस भी मौजूद है और उसके सामने ही लोग नारे लगा रहे हैं. चीन की सोशल मीडिया पर भी लोग इस विरोध प्रदर्शन को सपोर्ट कर रहे हैं.
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चीन के लोगों के पसंदीदा बनें बप्पी लाहिड़ी और मिथुन, खाली बर्तन लेकर गा रहे हैं 'जिमी जिमी आजा आजा', कारण जानकर रह जाएंगे हैरान
- Friday November 4, 2022
- Written by: प्रियंका तिवारी
यह गाना बप्पी लाहिरी द्वारा लिखा गया है और पार्वती खान द्वारा गाया गया है. जि मी जि मी का मतलब है 'मुझे चावल दो, मुझे चावल दो'. वीडियो में लोग खाली बर्तन लिए यह गाना गाते दिख रहे है, जिन्हें लॉकडाउन के बाद राशन संबंधी दिक्कतें हो रही है.
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4 जून का इतिहास: आज ही हुआ था 'थ्येनआनमन नरसंहार', जब चीन की सेना ने निहत्थों का बंदूकों, टैंकों से किया था कत्लेआम
- Thursday June 4, 2020
- Reported by: भाषा
इतिहास में हर दिन किसी न किसी अहम घटना से जुड़ा होता है. 4 जून एक ऐसी तारीख है, जिस दिन कई बड़ी घटनाओं ने देश और दुनिया पर अपनी छाप छोड़ी. ऐसी ही एक घटना 4 जून, 1989 को चीन की राजधानी बीजिंग में घटी, जहां चीन की सेना ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे निहत्थे नागरिकों पर बंदूकों और टैंकों से कार्रवाई की, जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए. इसे इतिहास में ‘थ्येनआनमन स्क्वायर नरसंहार' के तौर पर जाना जाता है.
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