1962 Indo China War
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शौर्य गाथा: जब 120 बहादुरों ने 1300 चीनियों को मार गिराया, फटे पेट के साथ आखिरी सांस तक लड़े शैतान सिंह
- Thursday August 14, 2025
Rezang La India China War 1962 Major Shaitan Singh Story: उस दिन, रेजांग ला की बर्फ सिर्फ खून से नहीं, बल्कि अमर शौर्य से भी लाल हुई थी. मेजर शैतान सिंह और उनके 120 बहादुरों की कहानी ये साबित करती है कि संख्या नहीं, साहस जीतता है.
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जानिए भारत को अपना चुके चीनी युद्धबंदी की कहानी, जो नहीं चाहता दोनों देशों के बीच युद्ध
- Monday June 22, 2020
ये कहानी है एक ऐसे युद्ध बंदी की जो कि 1962 की जंग में गलती से भारत की सीमा में प्रवेश कर गया और फिर अगले सात सालों तक देश की अलग अलग जेलों में युद्ध बंदी की तरह रहा. आजाद हुआ तो उसने भारत को ही अपना घर बना लिया.
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सीमा पर 1962 जैसी हरकतें कर रहा चीन, गलवान नदी के पास लगाए टेंट, भारतीय सेना भी मुस्तैद
- Sunday May 17, 2020
पिछले कुछ दिनों से चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अपनी मौजूदगी को बढ़ा रहा है. नॉर्थ ब्लॉक तक पहुंचने वाली रिपोर्ट के अनुसार चीन के रवैये को देखते हुए भारत अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है.भारत सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,"चूंकि पिछले कुछ दिनों से चीन LAC पर अपने सैनिकों की संख्या को बढ़ा रहा है ऐसे में हम उस क्षेत्र में अपनी मौजूदगी बढ़ा रहे हैं."
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Birthday Special: चीन से हार के बाद जवाहरलाल नेहरू ने क्या कहा था?
- Wednesday November 14, 2018
- Prabhat Upadhyay
जब जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) ने बोलना शुरू किया तो करीब डेढ़ घंटे बोलते रहे. प्रेस कांफ्रेंस में चीनी प्रधानमंत्री के प्रति उन्होंने अपनी भड़ास जमकर निकाली'. हार पर नेहरू ने कहा, 'चीन एक सैनिक मानसिकता का राष्ट्र है जो हमेशा सैन्य साजो-सामान को मजबूत करने पर जोर देता है....यह उनके अतीत के गृहयुद्ध की ही एक निरंतरता है. इसलिये आमतौर पर वे मजबूत स्थिति में हैं'. नेहरू ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में विपक्षी नेताओ पर भी निशाना साधा और यहां तक कह डाला कि 'हमारे विपक्षी नेताओं की आदत है कि वे बिना किसी सिद्धांत के हर किसी से गठजोड़ कर लेते हैं. ऐसा भी हो सकता है कि वे चीनियों से गठजोड़ कर लें'.
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1962 की हार के लिए नेहरू सरकार की नीति जिम्मेदार : रिपोर्ट
- Wednesday March 19, 2014
- NDTVIndia
1962 में भारत और चीन के बीच हुई लड़ाई में भारत की हार की जांच करने वाली कमेटी ने जवाहर लाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराया था। जवाहरलाल नेहरू उस वक्त भारत के प्रधानमंत्री थे। इस बात का खुलासा एक ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार नैविल मैक्सवेल ने किया है।
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दोहराया नहीं जा सकता 1962 का युद्ध : सेना प्रमुख
- Thursday September 20, 2012
- Indo Asian News Service
सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने बुधवार को कहा कि चीन के साथ 1962 में हुआ युद्ध दोहराया नहीं जा सकता। इस युद्ध में भारत को पराजय का सामना करना पड़ा था।
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भारत पर आक्रमण अमेरिकी, रूस को सबक सिखाना था : चीनी अखबार
- Thursday June 28, 2012
- Bhasha
सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार ने लिखा है कि वर्ष 1962 का युद्ध पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को एक झटका देकर अमेरिका और पूर्व सोवियत संघ के प्रभाव से जगाने के लिए था।
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1962 की हार के लिए नेहरू सरकार की नीति जिम्मेदार : रिपोर्ट
- Wednesday March 19, 2014
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1962 में भारत और चीन के बीच हुई लड़ाई में भारत की हार की जांच करने वाली कमेटी ने जवाहर लाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराया था। जवाहरलाल नेहरू उस वक्त भारत के प्रधानमंत्री थे। इस बात का खुलासा एक ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार नैविल मैक्सवेल ने किया है।
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दोहराया नहीं जा सकता 1962 का युद्ध : सेना प्रमुख
- Thursday September 20, 2012
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सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने बुधवार को कहा कि चीन के साथ 1962 में हुआ युद्ध दोहराया नहीं जा सकता। इस युद्ध में भारत को पराजय का सामना करना पड़ा था।
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- Thursday June 28, 2012
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सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार ने लिखा है कि वर्ष 1962 का युद्ध पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को एक झटका देकर अमेरिका और पूर्व सोवियत संघ के प्रभाव से जगाने के लिए था।
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