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गीज़र फटने की वजह होती हैं ये 5 गलतियां, जानें और बचाएं अपने परिवार की जान

गीज़र की नियमित सर्विस कराएं, सही वेंटिलेशन रखें, तापमान सीमित रखें और समय-समय पर सेफ्टी वाल्व की जांच करते रहें. अगर गीज़र बहुत पुराना हो चुका है या उसमें जंग के संकेत दिखें, तो उसे बदल लें.

गीज़र फटने की वजह होती हैं ये 5 गलतियां, जानें और बचाएं अपने परिवार की जान

सर्दियों के मौसम में घरों में सबसे ज्यादा हादसों की वजह गीज़र और हीटर होते हैं. इन दोनों में थोड़ी-सी लापरवाही इसे जानलेवा बना देती हैं. हर साल गीज़र फटने की कई घटनाएं सामने आती हैं, जिनमें लोगों को गंभीर चोटें आती हैं और कई बार जान तक चली जाती है. ज़्यादातर मामलों में वजह कोई तकनीकी खराबी नहीं, बल्कि हमारी रोज़मर्रा की कुछ आम लेकिन खतरनाक गलतियां होती हैं. अगर आप समय रहते इन्हें समझ लें, तो बड़े हादसे से बचा जा सकता है. यहां आपको उन्हीं गलतियों के बारे में बताते हैं, जिनकी मदद से आप हादसों से बच सकते हैं.

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1. वेंटिलेशन - गीज़र फटने की सबसे आम वजह बाथरूम या किचन में सही वेंटिलेशन न होना है. गैस गीज़र के इस्तेमाल के दौरान कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी जहरीली गैस निकलती है. अगर कमरे में हवा के आने-जाने का रास्ता नहीं है, तो गैस जमा होकर प्रेशर बढ़ा देती है, जिससे ब्लास्ट का खतरा पैदा हो जाता है. कई लोग सर्दी से बचने के लिए बाथरूम पूरी तरह बंद रखते हैं, और हादसे का शिकार हो जाते हैं. इसीलिए बाथरूम में वेंटिलेशन रखें.

2. सेफ्टी वाल्व - हर गीज़र में सेफ्टी वाल्व लगाया जाता है, जो ज्यादा प्रेशर बनने पर पानी और भाप बाहर निकाल देता है. अगर यह वाल्व खराब हो जाए, जाम हो जाए या लोग इसे जानबूझकर बंद कर दें, तो अंदर प्रेशर लगातार बढ़ता रहता है. यही बढ़ा हुआ प्रेशर गीज़र फटने की सीधी वजह बनता है.

3. ओवरहीटिंग - गीज़र का थर्मोस्टेट पानी का तापमान कंट्रोल करता है. जब यह सही से काम नहीं करता, तो पानी जरूरत से ज्यादा गर्म हो जाता है. ओवरहीटिंग से टैंक के अंदर भाप बनने लगती है और दबाव तेजी से बढ़ता है. कई लोग बहुत ज्यादा तापमान पर गीज़र सेट कर देते हैं, यह सोचकर कि पानी जल्दी गर्म होगा, लेकिन यही आदत हादसे को न्योता देती है.

4. जंग लगा गीज़र - समय के साथ गीज़र के टैंक में जंग लग जाती है, खासकर अगर पानी हार्ड हो. जंग लगे टैंक की दीवारें कमजोर हो जाती हैं और ज्यादा प्रेशर सहन नहीं कर पातीं. ऐसे में थोड़ा-सा ज्यादा दबाव भी ब्लास्ट का कारण बन सकता है. इसीलिए गीज़र पर अगर जंग दिखे तो इसकी सर्विस कराएं.

5. गलत इंस्टॉलेशन - गीज़र को अगर किसी अनट्रेंड व्यक्ति ने लगाया है, तो गैस पाइप, वायरिंग या पानी के कनेक्शन में गड़बड़ी रह सकती है. सस्ती और लोकल क्वालिटी की फिटिंग्स भी प्रेशर को संभाल नहीं पातीं. यही छोटी-छोटी गलतियां आगे चलकर बड़े हादसे में बदल जाती हैं.

ध्यान रखें:-
गीज़र की नियमित सर्विस कराएं, सही वेंटिलेशन रखें, तापमान सीमित रखें और समय-समय पर सेफ्टी वाल्व की जांच करते रहें. अगर गीज़र बहुत पुराना हो चुका है या उसमें जंग के संकेत दिखें, तो उसे बदल लें. इन्हीं कुछ बातों का ध्यान रख आपको गीजर से होने वाले हादसों से बच सकते हैं.

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