फ्रांस के 29वीं वरीयता प्राप्त जुलियन बेनातू के खिलाफ पहले दो सेट गंवाने के बाद वह एक समय विम्बलडन में पिछले 10 साल में अपनी सबसे बुरी हार से केवल दो अंक पीछे थे।
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लंदन:
दिग्गज टेनिस स्टार रोजर फेडरर ने हार की कगार पर पहुंचने के बाद वापसी करके पीट सम्प्रास का सात विम्बलडन खिताब जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी करने का सपना जीवंत बनाए रखा।
छह बार के चैंपियन फेडरर एक समय उलटफेर का शिकार बनने के करीब पहुंच गए थे। फ्रांस के 29वीं वरीयता प्राप्त जुलियन बेनातू के खिलाफ पहले दो सेट गंवाने के बाद वह एक समय विम्बलडन में पिछले 10 साल में अपनी सबसे बुरी हार से केवल दो अंक पीछे थे।
फेडरर ने हालांकि अपने करियर में आठवीं बार पहले दो सेट गंवाने के बाद वापसी करके जीत दर्ज की। उन्होंने बेनातू को 4-6, 6-7, 6-2, 7-6, 6-1 से हराया। फेडरर को क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए बेल्जियम के गैर-वरीय जेवियर मालिसे से भिड़ना होगा।
अपने 16 ग्रैंडस्लैम में से आखिरी खिताब 2010 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के रूप में जीतने वाला स्विस स्टार ऑल इंग्लैंड क्लब में 2002 के बाद पहली बार जल्दी बाहर होने की स्थिति में पहुंच गया था। फेडरर 10 साल पहले मारियो एनचिच के हाथों पहले दौर में हार गए थे।
वह चौथे सेट के 12वें गेम में राफेल नडाल की तरह बाहर होने से केवल दो अंक दूर थे। फेडरर ने हालांकि मैच को निर्णायक सेट तक पहुंचाया और फिर थकान से त्रस्त बेनातू को हराकर अंतिम सोलह में जगह बनाई। बेनातू को दो बार अपने ट्रेनर से उपचार लेना पड़ा था।
छह बार के चैंपियन फेडरर एक समय उलटफेर का शिकार बनने के करीब पहुंच गए थे। फ्रांस के 29वीं वरीयता प्राप्त जुलियन बेनातू के खिलाफ पहले दो सेट गंवाने के बाद वह एक समय विम्बलडन में पिछले 10 साल में अपनी सबसे बुरी हार से केवल दो अंक पीछे थे।
फेडरर ने हालांकि अपने करियर में आठवीं बार पहले दो सेट गंवाने के बाद वापसी करके जीत दर्ज की। उन्होंने बेनातू को 4-6, 6-7, 6-2, 7-6, 6-1 से हराया। फेडरर को क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए बेल्जियम के गैर-वरीय जेवियर मालिसे से भिड़ना होगा।
अपने 16 ग्रैंडस्लैम में से आखिरी खिताब 2010 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के रूप में जीतने वाला स्विस स्टार ऑल इंग्लैंड क्लब में 2002 के बाद पहली बार जल्दी बाहर होने की स्थिति में पहुंच गया था। फेडरर 10 साल पहले मारियो एनचिच के हाथों पहले दौर में हार गए थे।
वह चौथे सेट के 12वें गेम में राफेल नडाल की तरह बाहर होने से केवल दो अंक दूर थे। फेडरर ने हालांकि मैच को निर्णायक सेट तक पहुंचाया और फिर थकान से त्रस्त बेनातू को हराकर अंतिम सोलह में जगह बनाई। बेनातू को दो बार अपने ट्रेनर से उपचार लेना पड़ा था।
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