जमैका के फर्राटा धावक उसैन बोल्ट के पास ढेरों स्वर्ण पदक हैं, लेकिन अभी उनकी भूख मिटी नहीं है। इस सुपरस्टार ने कहा कि उनका लक्ष्य 2016 में रियो डि जनेरियो में होने वाले ओलिंपिक खेलों तक दबदबा बनाए रखना है।
                                            
                                            क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
 हमें बताएं।
                                        
                                        
                                                                                पेरिस: 
                                        जमैका के फर्राटा धावक उसैन बोल्ट के पास ढेरों स्वर्ण पदक हैं, लेकिन अभी उनकी भूख मिटी नहीं है। इस सुपरस्टार ने कहा कि उनका लक्ष्य 2016 में रियो डि जनेरियो में होने वाले ओलिंपिक खेलों तक दबदबा बनाए रखना है।
बोल्ट ने पिछले साल लंदन ओलिंपिक में 100 मीटर, 200 मीटर और चार गुणा 100 मीटर रिले रेस में स्वर्ण पदक जीते, जो बीजिंग ओलिंपिक 2008 की पुनरावृत्ति थी।
इस बीच, उन्होंने 2009 में बर्लिन विश्व चैंपियनशिप में तीन और दीगू में 2011 में दो स्वर्ण पदक जीते। उनके नाम पर 100 और 200 मीटर (9.58 सेकेंड और 19.19 सेकेंड, दोनों बर्लिन में) का रिकॉर्ड है। इसके अलावा वह लंदन ओलिंपिक में 36.84 सेकेंड का रिकॉर्ड बनाने वाली जमैकाई टीम के हिस्सा थे।
स्टेड डि फ्रांस में शनिवार को होने वाली डायमंड लीग के पेरिस चरण में 200 मीटर की दौड़ में भाग लेने की तैयारियों में जुटे 26-वर्षीय बोल्ट ने कहा कि वह आगे भी इस खेल में दबदबा बनाए रखना चाहते हैं। बोल्ट ने कहा, मैं रियो खेलों तक फर्राटा दौड़ में दबदबा बनाए रखना चाहता हूं। कई युवा और महत्वाकांक्षी फर्राटा धावक आ रहे हैं, जो मुझे हराना चाहते हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रतियोगिता में दबदबा बनाए रखना सर्वश्रेष्ठ होता है।
उन्होंने कहा, मुझे याद है कि जब (अमेरिका के दिग्गज धावक) माइकल जॉनसन ने खेल से संन्यास लिया था, तो मैंने उनसे पूछा था कि वह अपने करियर के बारे में क्या सोचते हैं। उन्होंने कहा था कि उन्हें गर्व है कि वह आखिर तक खेल में दबदबा बनाए रखने में सफल रहे। मेरा लक्ष्य भी यही है।
                                                                        
                                    
                                बोल्ट ने पिछले साल लंदन ओलिंपिक में 100 मीटर, 200 मीटर और चार गुणा 100 मीटर रिले रेस में स्वर्ण पदक जीते, जो बीजिंग ओलिंपिक 2008 की पुनरावृत्ति थी।
इस बीच, उन्होंने 2009 में बर्लिन विश्व चैंपियनशिप में तीन और दीगू में 2011 में दो स्वर्ण पदक जीते। उनके नाम पर 100 और 200 मीटर (9.58 सेकेंड और 19.19 सेकेंड, दोनों बर्लिन में) का रिकॉर्ड है। इसके अलावा वह लंदन ओलिंपिक में 36.84 सेकेंड का रिकॉर्ड बनाने वाली जमैकाई टीम के हिस्सा थे।
स्टेड डि फ्रांस में शनिवार को होने वाली डायमंड लीग के पेरिस चरण में 200 मीटर की दौड़ में भाग लेने की तैयारियों में जुटे 26-वर्षीय बोल्ट ने कहा कि वह आगे भी इस खेल में दबदबा बनाए रखना चाहते हैं। बोल्ट ने कहा, मैं रियो खेलों तक फर्राटा दौड़ में दबदबा बनाए रखना चाहता हूं। कई युवा और महत्वाकांक्षी फर्राटा धावक आ रहे हैं, जो मुझे हराना चाहते हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रतियोगिता में दबदबा बनाए रखना सर्वश्रेष्ठ होता है।
उन्होंने कहा, मुझे याद है कि जब (अमेरिका के दिग्गज धावक) माइकल जॉनसन ने खेल से संन्यास लिया था, तो मैंने उनसे पूछा था कि वह अपने करियर के बारे में क्या सोचते हैं। उन्होंने कहा था कि उन्हें गर्व है कि वह आखिर तक खेल में दबदबा बनाए रखने में सफल रहे। मेरा लक्ष्य भी यही है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
                                        उसैन बोल्ट, यूसेन बोल्ट, जमैका, फर्राटा धावक, रियो ओलिंपिक, Usain Bolt, Athletics, 2016 Olympics, Rio Olympics