भारतीय हॉकी टीम का फाइल फोटो
- बेल्जियम ने भारत को 2-0 से हराया
- खेल के 8वें और 34वें मिनट में खाए गोल
- मेजबान शनिवार को न्यूजीलैंड से भिड़ंत
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नई दिल्ली:
न्यूजीलैंड के टौरंगा में खेले जा रहे चतुष्कोणीय हॉकी टूर्नामेंट में भारत को अपन दूसरे मैच में बेल्जियम के हाथों हार का सामना करना पड़ा है. बेलिज्यम ने भारत को 2-0 से हराया. विजेता टीम की तरफ से ये दोनों गोल सबेस्टियन डोकियर (8वें मिनट) और विक्टर वेगनेज (34वे) मिनट ने किए. दरअसल भारतीय की हार की वजह बनी वह खामी, जिसने पिछले कई दशकों से उसे घर रखा है. और इसी के चलते बेलिज्यम के हाथों भारत को हार का घूंट पीना पड़ा.भारत अपने तीसरे मैच में शनिवार को मेजबान न्यूजीलैंड से भिड़ेगा.
बेल्जियम ने खेल के चौथे मिनट में ही अच्छा मूव बनाया, लेकिन चोट के कारण लंबे समय बाद टीम में वापसी कर रहे गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने इस हमले को नाकाम कर दिया. चार मिनट बाद डोकियर ने हालांकि रिवर्स हिट पर श्रीजेश को छकाते हुए बेल्जियम को 1-0 की बढ़त दिला दी. भारत को 12वें मिनट में मैच का पहला पेनल्टी कार्नर मिला, लेकिन यह बर्बाद गया क्योंकि गेंद को डी के ऊपर नहीं रोका जा सका. बेल्जियम के मजबूत डिफेंस ने दूसरे क्वार्टर में भारतीय अग्रिम पंक्ति को अधिक आक्रमण नहीं करने दिया.
यह भी पढ़ें : हॉकी: भारतीय टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा, राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतना हमारा लक्ष्य
दूसरे क्वार्टर के सातवें मिनट में हालांकि युवा खिलाड़ियों अरमान, विवेक प्रसाद और मनदीप की तिकड़ी ने बेल्जियम के डिफेंडरों को गलती करने को मजबूर किया और भारत को दूसरा पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन हरमनप्रीत की ड्रैग फ्लिक को बेल्जियम के डिफेंडर ने रोक दिया. कुछ मिनटों बाद फॉरवर्ड रमनदीप सिंह ने शनदार मूव बनाते हुए बेल्जियम के सर्किल में जगह बनाई, लेकिन उनका पास ऊंचा रहा जिस पर मनदीप ने स्टिक तो लगाई, लेकिन गेंद क्रास बार के ऊपर से बाहर चली गई. मध्यांतर तक बेल्जियम की टीम 1-0 से आगे थी. दूसरा हाफ शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही विक्टर ने 34वें मिनट में एक और गोल दागकर बेल्जियम को 2-0 से आगे कर दिया.
VIDEO : जब भारत ने पिछले साल मलयेशिया को हराकर तीसरी बार एशिया कप जीता.
भारत की हार की सबसे बड़ी वजह उसकी सालों पुरानी 'बीमारी' पेनल्टी कॉर्नर को गोल में न बदल पाने का खामियाजा भुगतना पड़ा. भारत को चार पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन खिलाड़ी एक को भी गोल में तब्दील नहीं ही कर सके.
FT! A solid performance from @BELRedLions sees India take a tough loss in the Four Nations Invitational Tournament in NZ on 18th January 2018.
— Hockey India (@TheHockeyIndia) January 18, 2018
#IndiaKaGame #INDvBEL #NZ4Nations pic.twitter.com/pjwzT9fy2g
बेल्जियम ने खेल के चौथे मिनट में ही अच्छा मूव बनाया, लेकिन चोट के कारण लंबे समय बाद टीम में वापसी कर रहे गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने इस हमले को नाकाम कर दिया. चार मिनट बाद डोकियर ने हालांकि रिवर्स हिट पर श्रीजेश को छकाते हुए बेल्जियम को 1-0 की बढ़त दिला दी. भारत को 12वें मिनट में मैच का पहला पेनल्टी कार्नर मिला, लेकिन यह बर्बाद गया क्योंकि गेंद को डी के ऊपर नहीं रोका जा सका. बेल्जियम के मजबूत डिफेंस ने दूसरे क्वार्टर में भारतीय अग्रिम पंक्ति को अधिक आक्रमण नहीं करने दिया.
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दूसरे क्वार्टर के सातवें मिनट में हालांकि युवा खिलाड़ियों अरमान, विवेक प्रसाद और मनदीप की तिकड़ी ने बेल्जियम के डिफेंडरों को गलती करने को मजबूर किया और भारत को दूसरा पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन हरमनप्रीत की ड्रैग फ्लिक को बेल्जियम के डिफेंडर ने रोक दिया. कुछ मिनटों बाद फॉरवर्ड रमनदीप सिंह ने शनदार मूव बनाते हुए बेल्जियम के सर्किल में जगह बनाई, लेकिन उनका पास ऊंचा रहा जिस पर मनदीप ने स्टिक तो लगाई, लेकिन गेंद क्रास बार के ऊपर से बाहर चली गई. मध्यांतर तक बेल्जियम की टीम 1-0 से आगे थी. दूसरा हाफ शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही विक्टर ने 34वें मिनट में एक और गोल दागकर बेल्जियम को 2-0 से आगे कर दिया.
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भारत की हार की सबसे बड़ी वजह उसकी सालों पुरानी 'बीमारी' पेनल्टी कॉर्नर को गोल में न बदल पाने का खामियाजा भुगतना पड़ा. भारत को चार पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन खिलाड़ी एक को भी गोल में तब्दील नहीं ही कर सके.
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