दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल अगले हफ्ते से शुरू होने वाले ऑस्ट्रेलियाई ओपन ग्रैंडस्लैम में नोवाक जोकोविच को पछाड़ कर टेनिस जगत में अपनी श्रेष्ठता साबित करने का प्रयास करेंगे। इसके साथ ही मशहूर कोचों की परीक्षा की भी नई लहर शुरू होगी।
नडाल पिछले साल चोट के कारण इस टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सके थे, लेकिन उन्होंने 2013 में 10 खिताब जीतकर शानदार वापसी की, जिसमें फ्रेंच ओपन और अमेरिकी ओपन भी शामिल था।
अब स्पेन का यह धुरंधर जोकोविच की मेलबर्न पार्क पर तीन साल की बादशाहत खत्म करना चाहेगा और 2012 के फाइनल में इस सर्बियाई से छह घंटे तक चले मुकाबले में मिली हार का बदला चुकता करना चाहेगा।
टेनिस वेबसाइट के अनुसार, नडाल ऐसे खिलाड़ी के तौर पर यहां खेलेगा जो बिना किसी स्टार कोच के है। जोकोविच और रोजर फेडरर ने एंडी र्मे के इवान लेंडिल को नियुक्त करने की नकल करते हुए क्रमश: बोरिस बेकर और स्टेफान एडबर्ग को कोच बनाया।
र्मे हालांकि चोट से वापसी कर रहे हैं और फेडरर अब 32 साल के हैं। हालांकि अन्य दावेदार जैसे जुआन मार्टिन डेल पोत्रो और डेविड फेरर के लिये भी मौका कायम रहेगा। नडाल को अब भी उनके चाचा टोनी नडाल कोचिंग दे रहे हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं