मौजूदा ओलिंपिक चैम्पियन ने फिटनेस समस्याओं के कारण लंदन ओलिंपिक खेलों से नाम वापस लिया, और इससे उनकी लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीतने की संभावना समाप्त हो गई।
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मैड्रिड:
मौजूदा ओलिंपिक चैंपियन राफेल नडाल फिटनेस समस्याओं के कारण लंदन ओलिंपिक खेलों से हट गए हैं, जिससे उनकी लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीतने की संभावनाएं समाप्त हो गई हैं।
विश्व टेनिस रैंकिंग में तीसरे नंबर के स्पेनिश खिलाड़ी ने बयान में कहा, "मैं लंदन ओलिंपिक में भाग लेने की स्थिति में नहीं हूं और इसलिए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार खेलों में भाग लेने वाले स्पेनिश प्रतिनिधिमंडल के साथ नहीं जा पाउंगा।"
राफेल नडाल ने किसी चोट का जिक्र नहीं किया है, लेकिन बाएं पांव के घुटने की चोट के कारण उन्होंने मैड्रिड में 4 जुलाई को चैरिटी मैच भी नहीं खेला था। उल्लेखनीय है कि राफेल नडाल ने विम्बलडन के दूसरे दौर में बाहर होने के बाद कोई मैच नहीं खेला है। उन्होंने कहा, "मुझे अपने साथियों के बारे में सोचना है। मैं स्वार्थी नहीं हो सकता और मुझे सोचना होगा कि स्पेनिश खेल, विशेषकर टेनिस और स्पेनिश खिलाड़ियों के लिए सबसे अच्छा क्या हो सकता है।"
राफेल नडाल ने बीजिंग ओलिंपिक, 2008 में एकल का खिताब जीता था। उनका इस बार उद्घाटन समारोह में स्पेन का ध्वजवाहक बनना तय था। उन्होंने कहा, "यह मेरे करियर के सबसे बुरे दिनों में से एक है। मेरी दिली इच्छा थी कि मैं लंदन में खेलों के उद्घाटन समारोह में स्पेन का ध्वजवाहक बनूं, लेकिन ऐसा नहीं हो सकता। आप अनुमान लगा सकते हो कि मेरे लिए यह फैसला करना कितना मुश्किल था।"
विश्व टेनिस रैंकिंग में तीसरे नंबर के स्पेनिश खिलाड़ी ने बयान में कहा, "मैं लंदन ओलिंपिक में भाग लेने की स्थिति में नहीं हूं और इसलिए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार खेलों में भाग लेने वाले स्पेनिश प्रतिनिधिमंडल के साथ नहीं जा पाउंगा।"
राफेल नडाल ने किसी चोट का जिक्र नहीं किया है, लेकिन बाएं पांव के घुटने की चोट के कारण उन्होंने मैड्रिड में 4 जुलाई को चैरिटी मैच भी नहीं खेला था। उल्लेखनीय है कि राफेल नडाल ने विम्बलडन के दूसरे दौर में बाहर होने के बाद कोई मैच नहीं खेला है। उन्होंने कहा, "मुझे अपने साथियों के बारे में सोचना है। मैं स्वार्थी नहीं हो सकता और मुझे सोचना होगा कि स्पेनिश खेल, विशेषकर टेनिस और स्पेनिश खिलाड़ियों के लिए सबसे अच्छा क्या हो सकता है।"
राफेल नडाल ने बीजिंग ओलिंपिक, 2008 में एकल का खिताब जीता था। उनका इस बार उद्घाटन समारोह में स्पेन का ध्वजवाहक बनना तय था। उन्होंने कहा, "यह मेरे करियर के सबसे बुरे दिनों में से एक है। मेरी दिली इच्छा थी कि मैं लंदन में खेलों के उद्घाटन समारोह में स्पेन का ध्वजवाहक बनूं, लेकिन ऐसा नहीं हो सकता। आप अनुमान लगा सकते हो कि मेरे लिए यह फैसला करना कितना मुश्किल था।"
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