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This Article is From Apr 13, 2011

मुंबई में भिड़ेंगी पुणे और कोच्चि की टीमें

यह मैच जहां पुणे को दूसरी जीत हासिल करने का मौका देगा, वहीं कोच्चि का प्रयास पहले मैच में मिली हार को भुलाकर जीत का खाता खोलने का होगा।
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Mumbai: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के चौथे संस्करण के अंतर्गत बुधवार को डॉ डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स काम्पलेक्स मैदान पर पुणे वारियर्स और कोच्चि टस्कर्स केरल टीमों के बीच लीग मैच खेला जाएगा। आईपीएल की इन दो सबसे नई टीमों के बीच होने वाला यह मुकाबला कई लिहाज से रोचक होगा। यह मैच जहां युवराज सिंह की कप्तानी में खेल रही पुणे की टीम को दूसरी जीत हासिल करने का मौका देगा, वहीं कोच्चि का प्रयास पहले मैच में मिली हार को भुलाकर जीत का खाता खोलने का होगा। पुणे की टीम ने विदर्भ के युवा गेंदबाज श्रीकांत वाघ की शानदार गेंदबाजी की बदौलत इसी मैदान पर शनिवार को किंग्स इलेवन पंजाब को सात विकेट से पराजित किया था। उस मैच में वाघ ने तीन विकेट लिए थे और मैन ऑफ द मैच चुने गए थे। बल्लेबाजी में मिथुन मन्हास और जेसी राइडर के अलावा कप्तान युवराज और रोबिन उथप्पा ने खुलकर हाथ दिखाए थे और 113 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही अपनी टीम को 41 गेंद शेष रहते ही विजयश्री दिला दी थी। गेंदबाजी के दौरान युवराज ने स्पिन और मध्यम गति का शानदार मिश्रण करते हुए अपनी पुरानी टीम किंग्स इलेवन के बल्लेबाजों को चौंकाया था। मजबूत पंजाब की टीम को हराने के बाद कोच्चि के खिलाफ भी युवराज की यही रणनीति रहेगी। दूसरी ओर, कोच्चि की टीम को अपने पहले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हाथों छह विकेट से हार मिली थी। श्रीलंका के पूर्व कप्तान माहेला जयवर्धने की कप्तानी में खेल रही इस टीम ने बल्लेबाजी में अच्छा दमखम दिखाते हुए पांच विकेट पर 161 रन बनाए थे, लेकिन उसके गेंदबाज स्तरीय प्रदर्शन नहीं कर सके थे। बल्लेबाजी में ब्रेंडन मैक्लम, वीवीएस लक्ष्मण, ब्रैड हॉज और रविंद्र जडेजा ने अच्छी पारियां खेली थीं, लेकिन डेक्कन चार्जर्स को खिताब दिलाने में अहम किरदार निभाने वाले रुद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में कोच्चि के गेंदबाज अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर सके थे। यहां तक कि मुथैया मुरलीधरन जैसे चैम्पियन गेंदबाज को एक भी सफलता नहीं मिली थी, क्योंकि अब्राहम डिविलियर्स के नेतृत्व में बैंगलोर के बल्लेबाजों ने स्तरीय प्रदर्शन करते हुए चार विकेट के नुकसान पर ही लक्ष्य हासिल कर लिया था। डिविलियर्स ने अर्धशतक लगाया था जबकि मयंक अग्रवाल ने 33 रनों का शानदार पारी खेली थी। वह मैच कोच्चि के लिए एक सबक था, क्योंकि अच्छा स्कोर खड़ा करने के बावजूद वह जीत हासिल नहीं कर सका था। ऐसे में पुणे के खिलाफ उसकी रणनीति मुख्य तौर पर बड़ा स्कोर खड़ा करने और अपनी गेंदबाजी तथा क्षेत्ररक्षण के स्तर को अच्छा बनाए रखने पर केंद्रित होगी।

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क्रिकेट, आईपीएल-4, पुणे, कोच्चि
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