सिक्की-प्रणव ने ब्राजील ओपन में अपने से ऊंची वरीयता की जोड़ी को हराया था (फोटो सिक्की के फेसबुक पेज से)
- इंडिया सुपर सीरीज में 10वें नंबर की जोड़ी को हरा चुके हैं
- फिलहाल वर्ल्ड रैंकिंग में 65वें स्थान पर है यह भारतीय जोड़ी
- कोच किम के फैसले के बाद जोड़ी बनाकर खेले थे सिक्की-प्रणव
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नई दिल्ली.:
ब्राजील ओपन में पहला ग्रांप्री खिताब जीतकर उत्साहित भारत की मिक्सड डबल्स जोड़ी एन. सिक्की रेड्डी और प्रणव जेरी चोपड़ा की नजरें अब 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में मेडल जीतने पर टिकी हैं.
विश्व रैंकिंग में 65वें स्थान पर काबिज प्रणव और सिक्की ने कनाडा के दूसरी वरीयता प्राप्त टोबी एंग और रशेल होंडेरिच को 21-15, 21-16 से मात दी. सिक्की ने कहा,‘मैं बयान नहीं कर सकती.मैं बहुत खुश हूं. इस खिताब से मेरा आत्मविश्वास बढ़ेगा और मुझे आगे कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा मिलेगी. मैं और प्रणव जेरी अच्छा खेल रहे हैं. हमने इंडिया सुपर सीरीज में दुनिया की 10वें नंबर की जोड़ी को हराया और सिंगापुर सुपर सीरिज में दुनिया की तीसरे नंबर की जोड़ी को कड़ी चुनौती दी.’
फाइनल मैच के बारे में प्रणव ने कहा,‘यह आसान मैच नहीं था और हमें टोबी के बारे में पता था क्योंकि वह हमारे साथ पीबीएल में एक ही टीम में था. हमें पता था कि वह कितना अच्छा खेलता है और हमें अपनी तैयारी पुख्ता करनी पड़ी.’ यह पूछने पर कि वे एक साथ कैसे खेलने लगे, प्रणव ने कहा,‘यह हमारे कोच किम तान हेर का फैसला था जिन्होंने हमें साथ खेलने को कहा.’
सिक्की ने कहा,‘जब तान भारत के कोच बने तब हमें पता चला कि मिक्सड डबल्स आखिर है क्या. उन्होंने यह साझेदारी बनाई और बताया कि पेशेवर मिक्सड डबल्स कैसे खेला जाता है. हमने नौ महीने पहले साथ खेलना शुरू किया और सात टूर्नामेंटों में शीर्ष 50 में पहुंच गए.’
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
विश्व रैंकिंग में 65वें स्थान पर काबिज प्रणव और सिक्की ने कनाडा के दूसरी वरीयता प्राप्त टोबी एंग और रशेल होंडेरिच को 21-15, 21-16 से मात दी. सिक्की ने कहा,‘मैं बयान नहीं कर सकती.मैं बहुत खुश हूं. इस खिताब से मेरा आत्मविश्वास बढ़ेगा और मुझे आगे कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा मिलेगी. मैं और प्रणव जेरी अच्छा खेल रहे हैं. हमने इंडिया सुपर सीरीज में दुनिया की 10वें नंबर की जोड़ी को हराया और सिंगापुर सुपर सीरिज में दुनिया की तीसरे नंबर की जोड़ी को कड़ी चुनौती दी.’
फाइनल मैच के बारे में प्रणव ने कहा,‘यह आसान मैच नहीं था और हमें टोबी के बारे में पता था क्योंकि वह हमारे साथ पीबीएल में एक ही टीम में था. हमें पता था कि वह कितना अच्छा खेलता है और हमें अपनी तैयारी पुख्ता करनी पड़ी.’ यह पूछने पर कि वे एक साथ कैसे खेलने लगे, प्रणव ने कहा,‘यह हमारे कोच किम तान हेर का फैसला था जिन्होंने हमें साथ खेलने को कहा.’
सिक्की ने कहा,‘जब तान भारत के कोच बने तब हमें पता चला कि मिक्सड डबल्स आखिर है क्या. उन्होंने यह साझेदारी बनाई और बताया कि पेशेवर मिक्सड डबल्स कैसे खेला जाता है. हमने नौ महीने पहले साथ खेलना शुरू किया और सात टूर्नामेंटों में शीर्ष 50 में पहुंच गए.’
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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