सिंधु और उनके कोच गोपीचंद का आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में सम्मान किया गया
- सिंधु की कामयाबी का श्रेय लेने के लिए आंध्र, तेलंगाना में मची होड़
- डबल डेकर बस में सवार सिंधु ने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया
- सोमवार को तेलंगाना ने सिंधु के स्वागत में किया था कार्यक्रम
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विजयवाड़ा.:
रियो ओलिंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट पीवी सिंधु ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के साथ मंच पर कुछ देर बैडमिंटन खेली. सिंधु के ओलिंपिक में सिल्वर जीतने के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह के दौरान यह अवसर आया.
तेलंगाना में सोमवार को जबर्दस्त स्वागत के बाद सिंधु और उनके कोच पी.गोपीचंद इस समारोह के लिए विशेष फ्लाइट से विजयवाड़ा पहुंचे. सिंधु की कामयाबी का श्रेय लेने को मची होड़ के बीच पड़ोसी राज्य तेलंगाना से बेहतर कार्यक्रम आयोजित करने में आंध्र ने अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी. भारतीय बैडमिंटन स्टार की विजय रैली में करीब एक लाख लोगों ने शिरकत की. सिंधु जब एयरपोर्ट से बाहर निकलीं तो बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स और फैंस ने सड़क के दोनों ओर लाइन लगाकर उनका स्वागत किया. सिंधु अपने कोच गोपीचंद, बहन दिव्या और आंध्र प्रदेश के कुछ मंत्रियों के साथ सजी-धजी ओपन डबल डेकर बस पर सवार हुईं और उपस्थित जनसमूह का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया. इस दौरान ने वे अपने सिल्वर मेडल को भी लोगों को दिखाती जा रही थीं.
ढोल-बाजों की थाप के बीच विजय रैली (विक्टरी रैली) करीब 10:30 बजे प्रारंभ हुई. यह शहर के प्रमुख हिस्सों से होते हुए इंदिरा गांधी म्युनिसिपल स्टेडियम पहुंची जहां चंद्रबाबू नायडू ने सिंधु का स्वागत किया. सिंधु के माता-पिता को बधाई देते हुए नायडू ने कहा, 'हमें पढ़ाई के साथ-साथ खेलना भी चाहिए. हर किसी को अपने जीवन में खेलों को स्थान जरूर देना चाहिए.
इससे पहले सिंधु जब सोमवार को मुंबई से हैदराबाद पहुंची थीं, तो एयरपोर्ट से गाचीबोवली स्टेडियम तक की करीब 30 किमी की दूरी में हजारों लोगों उने उनका स्वागत किया था. खबरों के अनुसार, सिंधु, उनके परिजनों और कोच की कृष्ण नदी में पवित्र डुबकी लगाने और पुष्कर के मंदिर जाने का भी कार्यक्रम है. कृष्णा पुष्कर फेस्टिवल हर 12 वर्ष में आयेाजित होता है और इसके लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगता है. यह फेस्टिवल अभी चल रहा है.
गौरतलब है कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश, दोनों सिंधु के उससे संबंधित होने का दावा करते हैं. तेलंगाना का जन्म करीब दो वर्ष पहले ही हुआ है. दोनों राज्यों ने सिंधु के स्वागत में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया है. सिंधु के कोच गोपीचंद ने सोमवार को कहा थ्ज्ञा कि 'सिंधु भारत की है.' भारतीय बैडमिंटन स्टार के माता-पिता ने भी इसका समर्थन किया था. गौरतलब है कि सिंधु के पिता पीवी रमन्ना जिस स्थान से हैं, वह अब तेलंगाना में है जबकि उनकी मां पी. विजया आंध्र प्रदेश से हैं. दोनों ही राज्यों ने सिंधु के लिए बड़े कैश अवार्ड, प्राइम लोकेशन पर रिहाइशी भूमि और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है.
तेलंगाना में सोमवार को जबर्दस्त स्वागत के बाद सिंधु और उनके कोच पी.गोपीचंद इस समारोह के लिए विशेष फ्लाइट से विजयवाड़ा पहुंचे. सिंधु की कामयाबी का श्रेय लेने को मची होड़ के बीच पड़ोसी राज्य तेलंगाना से बेहतर कार्यक्रम आयोजित करने में आंध्र ने अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी. भारतीय बैडमिंटन स्टार की विजय रैली में करीब एक लाख लोगों ने शिरकत की. सिंधु जब एयरपोर्ट से बाहर निकलीं तो बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स और फैंस ने सड़क के दोनों ओर लाइन लगाकर उनका स्वागत किया. सिंधु अपने कोच गोपीचंद, बहन दिव्या और आंध्र प्रदेश के कुछ मंत्रियों के साथ सजी-धजी ओपन डबल डेकर बस पर सवार हुईं और उपस्थित जनसमूह का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया. इस दौरान ने वे अपने सिल्वर मेडल को भी लोगों को दिखाती जा रही थीं.
ढोल-बाजों की थाप के बीच विजय रैली (विक्टरी रैली) करीब 10:30 बजे प्रारंभ हुई. यह शहर के प्रमुख हिस्सों से होते हुए इंदिरा गांधी म्युनिसिपल स्टेडियम पहुंची जहां चंद्रबाबू नायडू ने सिंधु का स्वागत किया. सिंधु के माता-पिता को बधाई देते हुए नायडू ने कहा, 'हमें पढ़ाई के साथ-साथ खेलना भी चाहिए. हर किसी को अपने जीवन में खेलों को स्थान जरूर देना चाहिए.
इससे पहले सिंधु जब सोमवार को मुंबई से हैदराबाद पहुंची थीं, तो एयरपोर्ट से गाचीबोवली स्टेडियम तक की करीब 30 किमी की दूरी में हजारों लोगों उने उनका स्वागत किया था. खबरों के अनुसार, सिंधु, उनके परिजनों और कोच की कृष्ण नदी में पवित्र डुबकी लगाने और पुष्कर के मंदिर जाने का भी कार्यक्रम है. कृष्णा पुष्कर फेस्टिवल हर 12 वर्ष में आयेाजित होता है और इसके लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगता है. यह फेस्टिवल अभी चल रहा है.
गौरतलब है कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश, दोनों सिंधु के उससे संबंधित होने का दावा करते हैं. तेलंगाना का जन्म करीब दो वर्ष पहले ही हुआ है. दोनों राज्यों ने सिंधु के स्वागत में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया है. सिंधु के कोच गोपीचंद ने सोमवार को कहा थ्ज्ञा कि 'सिंधु भारत की है.' भारतीय बैडमिंटन स्टार के माता-पिता ने भी इसका समर्थन किया था. गौरतलब है कि सिंधु के पिता पीवी रमन्ना जिस स्थान से हैं, वह अब तेलंगाना में है जबकि उनकी मां पी. विजया आंध्र प्रदेश से हैं. दोनों ही राज्यों ने सिंधु के लिए बड़े कैश अवार्ड, प्राइम लोकेशन पर रिहाइशी भूमि और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है.
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