केंद्रीय खेल मंत्रालय ने मलेशिया में अगले महीने होने वाले 22वें सुल्तान अजलान शाह कप हॉकी टूर्नामेंट के लिए भारत की पुरुष टीम को हवाई खर्च न देने सम्बंधी साई के फैसले को बदलते हुए टीम को मलेशिया जाने की अनुमति दे दी है।
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नई दिल्ली:
केंद्रीय खेल मंत्रालय ने मंगलवार को मलेशिया में अगले महीने होने वाले 22वें सुल्तान अजलान शाह कप हॉकी टूर्नामेंट के लिए भारत की पुरुष टीम को हवाई खर्च न देने सम्बंधी भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के फैसले को बदलते हुए टीम को मलेशिया जाने की अनुमति दे दी है लेकिन साथ ही साथ उसने हॉकी इंडिया (एचआई) को भविष्य में अपने लिए तय बजट से अधिक खर्च न करने की हिदायत दी।
खेल मंत्रालय का यह फैसला एचआई द्वारा इस टूर्नामेंट से नाम वापस लेने के कुछ ही समय बाद आ गया। एचआई ने साई द्वारा टीम को यात्रा के लिए हवाई खर्च देने से इनकार किए जाने के बाद टूर्नामेंट से नाम वापस लेने का फैसला किया था। यह टूर्नामेंट 9-17 मार्च तक मलेशिया के शहर इपोह में होना है।
खेल सचिव प्रदीप कुमार देब ने कहा कि मंत्रालय ने भारत की मलेशिया यात्रा को हरी झंडी दे दी है। यह फैसला साई द्वारा इस मामले को उसके सामने रखे जाने के बाद किया गया। साई ने मंत्रालय से कहा था कि उसने बजट को लेकर टीम की यात्रा का खर्च उठाने से इनकार किया था।
देब ने कहा, "हमने एचआई के लिए 4.94 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट रखा है लेकिन वह इससे कहीं अधिक 11.27 करोड़ रुपये खर्च कर चुका है। ऐसे में साई अपनी मर्जी से कोई फैसला नहीं ले सकता था।"
"मामला हमारे पास आया। हमने यात्रा को हरी झंडी दे दी है क्योंकि इस टूर्नामेंट से भारतीय टीम को काफी कुछ सीखने को मिलेगा। लेकिन हमने एचआई से कह दिया है कि वह भविष्य में अपने बजट के अंदर ही काम करना सीखे।"
साई की क्षेत्रीय निदेशक (टीम विंग) राधिका श्रीमन ने आईएएनएस से कहा कि इस सत्र की शुरुआत में एचआई से कहा गया था कि वह खर्चे के हिसाब से टूर्नामेंटों की प्राथमिकता तय करे और अजलान शाह कप एचआई की सूची में नहीं शामिल था।
राधिका ने कहा, "इस साल के लिए तय कार्यक्रमों में अजलान शाह एचआई की सूची में नहीं था। इस बारे में संघ को ही फैसला लेना था। एचआई महासचिव नरेंद्र बत्रा ने यहां तक कहा था कि चूंकि आयोजक रहने और खाने का खर्च उठाते हैं, लिहाजा एचआई ही हवाई खर्च वहन करेगा।"
"अब अचानक एचआई ने सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया कि वह टीम के लिए हवाई खर्च दे। खेल मंत्रालय के सचिव के साथ बातचीत के बाद इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम को अनुमति दे दी गई है।"
इससे पहले, एचआई ने एक बयान जारी कर कहा कि साई ने साफ कर दिया है कि सरकार टीम से जुड़ा कोई भी खर्च नहीं उठा सकती।
एचआई ने कहा, "साई ने साफ कर दिया है कि सरकार राष्ट्रीय टीम का हवाई यात्रा खर्च वहन नहीं कर सकती। इस कारण हॉकी इंडिया ने टूर्नामेंट में हिस्सेदारी से हाथ खींच लिया है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने अब तक हमेशा ही इस टूर्नामेंट के लिए राष्ट्रीय टीम का हवाई खर्च का भार उठाया है।"
इस महीने की शुरुआत में हॉकी इंडिया ने इस टूर्नामेंट के लिए टीम की घोषणा करते हुए फारवर्ड खिलाड़ी दानिश मुज्तबा को कप्तान नियुक्त किया था।
भारतीय टीम इस टूर्नामेंट के लिए नई दिल्ली में अभ्यासरत है। भारत ने अब तक पांच बार सुल्तान अजलान शाह कप खिताब जीता है। 2012 में टीम तीसरे स्थान पर रही थी। यह अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ की सूची में ग्रेड-ए का आयोजन है।
खेल मंत्रालय का यह फैसला एचआई द्वारा इस टूर्नामेंट से नाम वापस लेने के कुछ ही समय बाद आ गया। एचआई ने साई द्वारा टीम को यात्रा के लिए हवाई खर्च देने से इनकार किए जाने के बाद टूर्नामेंट से नाम वापस लेने का फैसला किया था। यह टूर्नामेंट 9-17 मार्च तक मलेशिया के शहर इपोह में होना है।
खेल सचिव प्रदीप कुमार देब ने कहा कि मंत्रालय ने भारत की मलेशिया यात्रा को हरी झंडी दे दी है। यह फैसला साई द्वारा इस मामले को उसके सामने रखे जाने के बाद किया गया। साई ने मंत्रालय से कहा था कि उसने बजट को लेकर टीम की यात्रा का खर्च उठाने से इनकार किया था।
देब ने कहा, "हमने एचआई के लिए 4.94 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट रखा है लेकिन वह इससे कहीं अधिक 11.27 करोड़ रुपये खर्च कर चुका है। ऐसे में साई अपनी मर्जी से कोई फैसला नहीं ले सकता था।"
"मामला हमारे पास आया। हमने यात्रा को हरी झंडी दे दी है क्योंकि इस टूर्नामेंट से भारतीय टीम को काफी कुछ सीखने को मिलेगा। लेकिन हमने एचआई से कह दिया है कि वह भविष्य में अपने बजट के अंदर ही काम करना सीखे।"
साई की क्षेत्रीय निदेशक (टीम विंग) राधिका श्रीमन ने आईएएनएस से कहा कि इस सत्र की शुरुआत में एचआई से कहा गया था कि वह खर्चे के हिसाब से टूर्नामेंटों की प्राथमिकता तय करे और अजलान शाह कप एचआई की सूची में नहीं शामिल था।
राधिका ने कहा, "इस साल के लिए तय कार्यक्रमों में अजलान शाह एचआई की सूची में नहीं था। इस बारे में संघ को ही फैसला लेना था। एचआई महासचिव नरेंद्र बत्रा ने यहां तक कहा था कि चूंकि आयोजक रहने और खाने का खर्च उठाते हैं, लिहाजा एचआई ही हवाई खर्च वहन करेगा।"
"अब अचानक एचआई ने सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया कि वह टीम के लिए हवाई खर्च दे। खेल मंत्रालय के सचिव के साथ बातचीत के बाद इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम को अनुमति दे दी गई है।"
इससे पहले, एचआई ने एक बयान जारी कर कहा कि साई ने साफ कर दिया है कि सरकार टीम से जुड़ा कोई भी खर्च नहीं उठा सकती।
एचआई ने कहा, "साई ने साफ कर दिया है कि सरकार राष्ट्रीय टीम का हवाई यात्रा खर्च वहन नहीं कर सकती। इस कारण हॉकी इंडिया ने टूर्नामेंट में हिस्सेदारी से हाथ खींच लिया है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने अब तक हमेशा ही इस टूर्नामेंट के लिए राष्ट्रीय टीम का हवाई खर्च का भार उठाया है।"
इस महीने की शुरुआत में हॉकी इंडिया ने इस टूर्नामेंट के लिए टीम की घोषणा करते हुए फारवर्ड खिलाड़ी दानिश मुज्तबा को कप्तान नियुक्त किया था।
भारतीय टीम इस टूर्नामेंट के लिए नई दिल्ली में अभ्यासरत है। भारत ने अब तक पांच बार सुल्तान अजलान शाह कप खिताब जीता है। 2012 में टीम तीसरे स्थान पर रही थी। यह अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ की सूची में ग्रेड-ए का आयोजन है।
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