आईबीएल नीलामी में ऐन मौके पर बेसप्राइस घटाने के आयोजकों के फैसले से खफा युगल बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने बुधवार को कहा कि वह टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से जवाब देंगी।
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हैदराबाद:
आईबीएल नीलामी में ऐन मौके पर बेसप्राइस घटाने के आयोजकों के फैसले से खफा युगल बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने बुधवार को कहा कि वह टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से जवाब देंगी।
ज्वाला ने पत्रकारों से कहा, हमें कम से कम इसकी सूचना तो दी जानी चाहिए थी। खैर, मैं आईबीएल का हिस्सा बनकर खुश हूं। बैडमिंटन कोर्ट मेरा क्षेत्र है और मैं वहीं अपने प्रदर्शन से जवाब दूंगी। मेरा रैकेट ही मेरे लिए बोलेगा। विवाद उस समय पैदा हुआ, जब ज्वाला और एक अन्य युगल खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा ने आईबीएल पर आरोप लगाया कि उनके साथ ज्यादती की गई है।
उन्होंने कहा, यदि मैं लोगों से बोलूंगी, तो वह कहेंगे कि मैं शिकायत कर रही हूं या बागी हूं। मुझे पहले ही बागी कहा जा चुका है, लेकिन जो हुआ, उसकी अपेक्षा नहीं थी। ज्वाला ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसके प्रदर्शन के कारण ही भारत में युगल प्रारूप लोकप्रिय हुआ।
उन्होंने कहा, मैंने देश के लिए बहुत कुछ किया है। मैंने पदक जीते और अच्छा प्रदर्शन किया। मेरे पहले युगल में कोई नहीं था। मेरे प्रदर्शन के बाद लोगों की युगल प्रारूप में अपेक्षाएं बढ़ी हैं। ज्वाला ने कहा, यह दर्दनाक है। हम भी काफी मेहनत करते हैं। मैं राजनीति में शामिल नहीं होना चाहती, लेकिन मुझे इसमें घसीटा जाता है। मुझे अब इसकी आदत हो गई है।
उन्होंने कहा, जब आपको आइकन खिलाड़ी बताकर अनुबंध पर हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं, तो कौन बाद में ऐसा होने पर दुखी या ठगा हुआ महसूस नहीं करेगा। मैंने आईबीएल का काफी प्रचार किया है। मुझे लगा था कि आइकन खिलाड़ियों के साथ समान व्यवहार किया जाएगा। यह पूछने पर कि क्या महिला युगल स्पर्धा को लीग से हटाना उनकी कीमत कम करने का कारण है, ज्वाला ने कहा, आईबीएल फ्रेंचाइजी को पता है कि मैं युगल खिलाड़ी हूं। यदि वे मुझसे एकल खेलने की उम्मीद कर रहे हैं, तो मुझे नहीं पता कि क्या कहूं। मैं युगल विशेषज्ञ हूं और युगल ही खेलूंगी।
ज्वाला ने पत्रकारों से कहा, हमें कम से कम इसकी सूचना तो दी जानी चाहिए थी। खैर, मैं आईबीएल का हिस्सा बनकर खुश हूं। बैडमिंटन कोर्ट मेरा क्षेत्र है और मैं वहीं अपने प्रदर्शन से जवाब दूंगी। मेरा रैकेट ही मेरे लिए बोलेगा। विवाद उस समय पैदा हुआ, जब ज्वाला और एक अन्य युगल खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा ने आईबीएल पर आरोप लगाया कि उनके साथ ज्यादती की गई है।
उन्होंने कहा, यदि मैं लोगों से बोलूंगी, तो वह कहेंगे कि मैं शिकायत कर रही हूं या बागी हूं। मुझे पहले ही बागी कहा जा चुका है, लेकिन जो हुआ, उसकी अपेक्षा नहीं थी। ज्वाला ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसके प्रदर्शन के कारण ही भारत में युगल प्रारूप लोकप्रिय हुआ।
उन्होंने कहा, मैंने देश के लिए बहुत कुछ किया है। मैंने पदक जीते और अच्छा प्रदर्शन किया। मेरे पहले युगल में कोई नहीं था। मेरे प्रदर्शन के बाद लोगों की युगल प्रारूप में अपेक्षाएं बढ़ी हैं। ज्वाला ने कहा, यह दर्दनाक है। हम भी काफी मेहनत करते हैं। मैं राजनीति में शामिल नहीं होना चाहती, लेकिन मुझे इसमें घसीटा जाता है। मुझे अब इसकी आदत हो गई है।
उन्होंने कहा, जब आपको आइकन खिलाड़ी बताकर अनुबंध पर हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं, तो कौन बाद में ऐसा होने पर दुखी या ठगा हुआ महसूस नहीं करेगा। मैंने आईबीएल का काफी प्रचार किया है। मुझे लगा था कि आइकन खिलाड़ियों के साथ समान व्यवहार किया जाएगा। यह पूछने पर कि क्या महिला युगल स्पर्धा को लीग से हटाना उनकी कीमत कम करने का कारण है, ज्वाला ने कहा, आईबीएल फ्रेंचाइजी को पता है कि मैं युगल खिलाड़ी हूं। यदि वे मुझसे एकल खेलने की उम्मीद कर रहे हैं, तो मुझे नहीं पता कि क्या कहूं। मैं युगल विशेषज्ञ हूं और युगल ही खेलूंगी।
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