बुलंद हौसलों से लबरेज दिल्ली वेवराइर्ड्स टीम ने एस्ट्रो टर्फ हॉकी स्टेडियम में बुधवार को खेले गए हीरो हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) के 11वें मुकाबले में रांची राइनोज को 5-4 से हरा दिया। वेवराइर्ड्स की ओर से रुपिंदर पाल सिंह ने दो गोल किए।
                                            
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                                                                                रांची: 
                                        बुलंद हौसलों से लबरेज दिल्ली वेवराइर्ड्स टीम ने एस्ट्रो टर्फ हॉकी स्टेडियम में बुधवार को खेले गए हीरो हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) के 11वें मुकाबले में रांची राइनोज को 5-4 से हरा दिया। वेवराइर्ड्स की ओर से रुपिंदर पाल सिंह ने दो गोल किए।
वेवराइर्ड्स के लिए आकाशदीप ने छठे, गुरविंदर सिंह चांडी ने 52वें, रुपिंदर पाल सिंह ने 49वें और 57वें, तथा टिम जेनिसकेंस ने 66वें मिनट में गोल किए। वेवराइर्ड्स के अंत के तीन गोल पेनाल्टी कार्नर के माध्यम से हुए। राइनोज के लिए जस्टिन रॉस ने 14वें, एश्ले जैक्सन ने 45वें तथा 64वें और मंदीप सिंह ने 60वें मिनट में गोल दागा। राइनोज का दूसरा गोल पेनाल्टी स्ट्रोक पर हुआ।
वेवराइर्ड्स ने अपेक्षित शुरुआत करते हुए छठे मिनट में खाता खोला। चांडी ने आकाशदीप को सर्किल में एक तेज गति का क्रास दिया, जिस पर गोल करके आकाशदीप ने अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया।
राइनोज को वेवराइर्ड्स की यह बढ़त देखी नहीं गई और उसने 14वें मिनट में ही स्कोर बराबर कर दिया। मोरित्ज फुस्ते ने दिल्ली के सर्किल के मध्य में रॉस को एक अच्छा पास दिया। रास ने बिना गलती किए गेंद वेवराइर्ड्स के पाले में डाल दी।
अगले आधे घंटे तक दोनों टीमों के बीच आगे निकलने की होड़ लगी रही। 45वें मिनट में दानिश मुत्जबा की गलती के कारण राइनोज को पेनाल्टी कार्नर मिला। इस कार्नर को बचाने के प्रयास के दौरान वेवराइर्ड्स के एक डिफेंडर ने राइनोज के खिलाड़ी के खिलाफ फाउल कर दिया, जिस पर रेफरी ने पेनाल्टी स्ट्रोक दे दिया।
इस स्ट्रोक पर गोल करके जैक्सन ने अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया। यह एचआईएल के पहले संस्करण में पेनाल्टी स्ट्रोक से किया गया पहला गोल था।
वेवराइर्ड्स ने राइनोज की यह खुशी ज्यादा देर तक कायम नहीं रहने दी और 29वें मिनट में पेनाल्टी कार्नर पर गोल करके स्कोर एक बार बराबर कर दिया। इस बार रुपिंदर ने डाइरेक्ट हिट पर गोल किया।
तीसरे क्वार्टर के समाप्त होने से ठीक पहले और अपने दूसरे गोल के बाद वेवराइर्ड्स ने एक बार फिर राइनोज के गोल पोस्ट पर जोरदार हमला बोला और गोल करके ही दम लिया। चांडी द्वारा किए गए इस गोल ने वेवराइर्ड्स को 3-2 से आगे कर दिया। चांडी ने यह गोल दानिश के जोरदार हिट पर रिफ्लेक्शन के जरिए किया।
तीसरे क्वार्टर के शुरू होने के साथ ही वेवराइर्ड्स को दो पेनाल्टी कार्नर मिले। 53वें मिनट में हासिल पेनाल्टी कार्नर पर तो कोई सफलता नहीं मिली लेकिन 56वें मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर पर रुपिंदर ने एक तेज फ्लिक पर गोल करके स्कोर 4-2 कर दिया।
रांची को वेवराइर्ड्स की यह बढ़त नागवार गुजरी। उसने तुरंत हमला किया और 60वें मिनट में गोल करके स्कोर 3-4 कर दिया। यह गोल मंदीप सिंह ने किया। पूरा स्टेडियम राइनोज की सफलता पर गरज उठा। मेजबान टीम के लिए मैच में जान लौट चुकी थी।
राइनोज के लिए यह सफलता उत्साह बढ़ाने वाली थी। उसने इसी उत्साह में 62वें मिनट में पेनाल्टी कार्नर हासिल किया। यह प्रयास बेकार गया लेकिन उसे एक और पेनाल्टी कार्नर मिला, जिस पर गोल करके जैक्सन ने अपनी टीम को बराबरी पर ला दिया।
अब हमले की बारी वेवराइर्ड्स की थी। उसने जवाबी हमला किया और 65वें मिनट में ही पेनाल्टी कार्नर हासिल किया। रुपिंदर के फ्लिक को रोक लिया गया लेकिन टिम जेनिसकेंस ने रीबाउंड पर गोल करके वेवराइर्ड्स को 5-4 से आगे कर दिया।
                                                                        
                                    
                                वेवराइर्ड्स के लिए आकाशदीप ने छठे, गुरविंदर सिंह चांडी ने 52वें, रुपिंदर पाल सिंह ने 49वें और 57वें, तथा टिम जेनिसकेंस ने 66वें मिनट में गोल किए। वेवराइर्ड्स के अंत के तीन गोल पेनाल्टी कार्नर के माध्यम से हुए। राइनोज के लिए जस्टिन रॉस ने 14वें, एश्ले जैक्सन ने 45वें तथा 64वें और मंदीप सिंह ने 60वें मिनट में गोल दागा। राइनोज का दूसरा गोल पेनाल्टी स्ट्रोक पर हुआ।
वेवराइर्ड्स ने अपेक्षित शुरुआत करते हुए छठे मिनट में खाता खोला। चांडी ने आकाशदीप को सर्किल में एक तेज गति का क्रास दिया, जिस पर गोल करके आकाशदीप ने अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया।
राइनोज को वेवराइर्ड्स की यह बढ़त देखी नहीं गई और उसने 14वें मिनट में ही स्कोर बराबर कर दिया। मोरित्ज फुस्ते ने दिल्ली के सर्किल के मध्य में रॉस को एक अच्छा पास दिया। रास ने बिना गलती किए गेंद वेवराइर्ड्स के पाले में डाल दी।
अगले आधे घंटे तक दोनों टीमों के बीच आगे निकलने की होड़ लगी रही। 45वें मिनट में दानिश मुत्जबा की गलती के कारण राइनोज को पेनाल्टी कार्नर मिला। इस कार्नर को बचाने के प्रयास के दौरान वेवराइर्ड्स के एक डिफेंडर ने राइनोज के खिलाड़ी के खिलाफ फाउल कर दिया, जिस पर रेफरी ने पेनाल्टी स्ट्रोक दे दिया।
इस स्ट्रोक पर गोल करके जैक्सन ने अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया। यह एचआईएल के पहले संस्करण में पेनाल्टी स्ट्रोक से किया गया पहला गोल था।
वेवराइर्ड्स ने राइनोज की यह खुशी ज्यादा देर तक कायम नहीं रहने दी और 29वें मिनट में पेनाल्टी कार्नर पर गोल करके स्कोर एक बार बराबर कर दिया। इस बार रुपिंदर ने डाइरेक्ट हिट पर गोल किया।
तीसरे क्वार्टर के समाप्त होने से ठीक पहले और अपने दूसरे गोल के बाद वेवराइर्ड्स ने एक बार फिर राइनोज के गोल पोस्ट पर जोरदार हमला बोला और गोल करके ही दम लिया। चांडी द्वारा किए गए इस गोल ने वेवराइर्ड्स को 3-2 से आगे कर दिया। चांडी ने यह गोल दानिश के जोरदार हिट पर रिफ्लेक्शन के जरिए किया।
तीसरे क्वार्टर के शुरू होने के साथ ही वेवराइर्ड्स को दो पेनाल्टी कार्नर मिले। 53वें मिनट में हासिल पेनाल्टी कार्नर पर तो कोई सफलता नहीं मिली लेकिन 56वें मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर पर रुपिंदर ने एक तेज फ्लिक पर गोल करके स्कोर 4-2 कर दिया।
रांची को वेवराइर्ड्स की यह बढ़त नागवार गुजरी। उसने तुरंत हमला किया और 60वें मिनट में गोल करके स्कोर 3-4 कर दिया। यह गोल मंदीप सिंह ने किया। पूरा स्टेडियम राइनोज की सफलता पर गरज उठा। मेजबान टीम के लिए मैच में जान लौट चुकी थी।
राइनोज के लिए यह सफलता उत्साह बढ़ाने वाली थी। उसने इसी उत्साह में 62वें मिनट में पेनाल्टी कार्नर हासिल किया। यह प्रयास बेकार गया लेकिन उसे एक और पेनाल्टी कार्नर मिला, जिस पर गोल करके जैक्सन ने अपनी टीम को बराबरी पर ला दिया।
अब हमले की बारी वेवराइर्ड्स की थी। उसने जवाबी हमला किया और 65वें मिनट में ही पेनाल्टी कार्नर हासिल किया। रुपिंदर के फ्लिक को रोक लिया गया लेकिन टिम जेनिसकेंस ने रीबाउंड पर गोल करके वेवराइर्ड्स को 5-4 से आगे कर दिया।
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