भारत की क्यूबा के हवाना में हुए जिराल्डो कोरदोवा कार्डिन मेमोरियल मुक्केबाजी टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीदों को करारा झटका लगा।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:
भारत की क्यूबा के हवाना में मंगलवार को समाप्त हुए जिराल्डो कोरदोवा कार्डिन मेमोरियल मुक्केबाजी टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीदों को करारा झटका लगा। केवल एक मुक्केबाज ही रजत पदक जीत सका। हालांकि भारत ने पांच कांस्य पदक भी अपने नाम किए। मनप्रीत सिंह (91 किग्रा) ने भारत के लिए एकमात्र रजत पदक हासिल किया जबकि ननाओ सिंह (49 किग्रा), सुरंजय सिंह (52 किग्रा), संतोष हरीजन (52 किग्रा), कुलदीप सिंह (75 किग्रा) और परमजीत समोटा (91 किग्रा) को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। वर्ष 2010 एशियाई खेलों के रजत पदक जीतने वाले मनप्रीत ने हमवतन परमजीत समोटा को हराकर टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई। सुपर हेवीवेट समोटा ने इस प्रतियोगिता में हेवीवेट वर्ग में खेलने का फैसला किया था। लेकिन राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण पदकधारी मनप्रीत के आगे फीका पड़ गया। 26 वर्षीय मनप्रीत ने समोटा को 20-18 से परास्त किया लेकिन वह फाइनल में मेडिकल समस्या के कारण पूरी बाउट नहीं खेल सके और उन्हें रजत से संतोष करना पड़ा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
क्यूबा, टूर्नामेंट, मुक्केबाज, रजत, कांस्य