फीफा के अध्यक्ष सैप ब्लैटर (फाइल फोटो : AFP)
फेडरेशन इंटरनेशनल द फुटबॉल एसोसिएशन यानी फीफा के अध्यक्ष सैप ब्लैटर ने अपने पद से इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है। वहीं दूसरी ओर कोका कोला, वीजा, बडवाइजर और मैकडोनाल्ड जैसे फीफा के प्रमुख प्रायोजकों ने कहा है कि सैप ब्लैटर को अपना पद तुरंत छोड़ देना चाहिए।
फीफा की इन चार प्रायोजक कंपनियों ने अलगॉ-अलग स्टेटमेंट जारी करके ब्लैटर के इस्तीफे की मांग की है। कोका कोला ने अपने कथन में कहा कि फीफा की इमेज हर दिन और अधिक खराब हो रही है, वहीं मैकडोनाल्ड के मुताबिक ब्लैटर का जाना ही खेल के हित में होगा।
फीफा के अध्यक्ष सैप ब्लैटर पर वित्तीय गड़बड़ियों में शामिल होने का आरोप है, हालांकि 79 साल के ब्लैटर ने हमेशा किसी भी धांधली में शामिल होने से इंकार किया है। उन पर यूरोपियन फुटबॉल संघ के प्रमुख माइकल प्लाटिनी को तकनीकी सलाहकार के तौर पर काम करने के लिए भी 15 लाख पाउंड देने का आरोप है। प्लाटिनी ने पैसा लेना स्वीकार किया है, लेकिन कहा है कि उन्होंने इसमें कुछ भी गलत नहीं किया है। वहीं दूसरी ओर स्विटरजलैंड की आपराधिक शाखा ने ब्लैटर के खिलाफ बीते सप्ताह कार्रवाई शुरू की है।
फीफा में आर्थिक गड़बड़ियों के आरोपों के बीच ही मई, 2015 में सैप ब्लैटर पांचवीं बार फीफा के अध्यक्ष चुने गए थे, लेकिन चार दिन बाद ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। नए अध्यक्ष के चुनाव से पहले वे फरवरी, 2016 तक कार्यवाहक अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
बीते सप्ताह उनके खिलाफ जांच शुरू होने से उन पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है, लेकिन ब्लैटर ने फरवरी, 2016 से पहले इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है। उनके वकीलों ने ब्लैटर का बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि इस्तीफा देना न तो फीफा के हित में है और न ही इससे मौजूदा खेल प्रक्रिया में कोई सुधार होगा, लिहाजा वे इस्तीफा नहीं देंगे।
फीफा की इन चार प्रायोजक कंपनियों ने अलगॉ-अलग स्टेटमेंट जारी करके ब्लैटर के इस्तीफे की मांग की है। कोका कोला ने अपने कथन में कहा कि फीफा की इमेज हर दिन और अधिक खराब हो रही है, वहीं मैकडोनाल्ड के मुताबिक ब्लैटर का जाना ही खेल के हित में होगा।
फीफा के अध्यक्ष सैप ब्लैटर पर वित्तीय गड़बड़ियों में शामिल होने का आरोप है, हालांकि 79 साल के ब्लैटर ने हमेशा किसी भी धांधली में शामिल होने से इंकार किया है। उन पर यूरोपियन फुटबॉल संघ के प्रमुख माइकल प्लाटिनी को तकनीकी सलाहकार के तौर पर काम करने के लिए भी 15 लाख पाउंड देने का आरोप है। प्लाटिनी ने पैसा लेना स्वीकार किया है, लेकिन कहा है कि उन्होंने इसमें कुछ भी गलत नहीं किया है। वहीं दूसरी ओर स्विटरजलैंड की आपराधिक शाखा ने ब्लैटर के खिलाफ बीते सप्ताह कार्रवाई शुरू की है।
फीफा में आर्थिक गड़बड़ियों के आरोपों के बीच ही मई, 2015 में सैप ब्लैटर पांचवीं बार फीफा के अध्यक्ष चुने गए थे, लेकिन चार दिन बाद ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। नए अध्यक्ष के चुनाव से पहले वे फरवरी, 2016 तक कार्यवाहक अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
बीते सप्ताह उनके खिलाफ जांच शुरू होने से उन पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है, लेकिन ब्लैटर ने फरवरी, 2016 से पहले इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है। उनके वकीलों ने ब्लैटर का बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि इस्तीफा देना न तो फीफा के हित में है और न ही इससे मौजूदा खेल प्रक्रिया में कोई सुधार होगा, लिहाजा वे इस्तीफा नहीं देंगे।
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