धोनी ने कहा कि यदि इंग्लैंड के खिलाफ 4-0 से व्हाइटवाश रोकना है, तो बल्लेबाजों को अंतिम टेस्ट मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
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लंदन:
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि यदि इंग्लैंड के खिलाफ 4-0 से व्हाइटवाश रोकना है, तो बल्लेबाजों को चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। भारतीय टीम अभी तक किसी भी पारी में 300 रन के पार पहुंचने में सफल नहीं रही। धोनी ने इस संदर्भ में कहा, हमारी टीम को हमारी बल्लेबाजी के कारण जाना जाता है। हमारी प्राथमिकता अच्छा स्कोर खड़ा करके विरोधी टीम पर दबाव बनाना होगा। भारत के पास मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप है, जिसमें राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण के रूप में तीन चोटी के बल्लेबाज हैं। इन तीनों के नाम पर कुल मिलाकर 100 से अधिक शतक हैं, लेकिन धोनी का मानना है कि ओवल टेस्ट में सलामी बल्लेबाजों को बेहतर खेल दिखाना होगा। धोनी ने मैच की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा, हम अपने सलामी बल्लेबाजों पर काफी निर्भर हैं। जब भी हमें अच्छी शुरुआत मिली, हमारे मध्यक्रम ने उसका पूरा फायदा उठाकर बड़ा स्कोर खड़ा किया। भारत की इस शृंखला में सबसे अच्छी शुरुआत 63 रन की रही। अभिनव मुंकुंद और गौतम गंभीर ने लॉर्ड्स में पहले टेस्ट मैच में यह साझेदारी निभाई थी। एजबेस्टन में तीसरे टेस्ट मैच में वीरेंद्र सहवाग की वापसी से भी भारत का भाग्य नहीं बदला और दिल्ली का यह सलामी बल्लेबाज दोनों पारियों में शून्य पर आउट हुआ। धोनी ने कहा, हम कहां खेल रहे हैं, परिस्थितियां कैसी हैं, सहवाग के लिए यह मायने नहीं रखता। वह अपना खेल खेलता है। वह अपने शॉट खेलता है। कभी-कभार वह असफल रहा, लेकिन उसने हमें अधिक मैच जिताने में मदद की। भारतीय कप्तान अब भी यह नहीं कहना चाहते है कि उन्होंने जितनी टीमों का सामना किया है, उनमें इंग्लैंड की यह टीम सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने कहा, हमने दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसी कई मजबूत टीमों का सामना किया। इसलिए मैं इस पर (क्या यह सर्वश्रेष्ठ टीम है) अपना फैसला सुरक्षित रखना चाहूंगा। लेकिन इंग्लैंड की टीम बहुत अच्छी है। उनके पास चार गेंदबाज हैं, जो वास्तव में अच्छे हैं। उनकी बल्लेबाजी में भी गहराई है। धोनी ने कहा कि टीम के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह घबराने के बजाय भविष्य पर ध्यान दे। उन्होंने कहा, क्रिकेट में कुछ चीजें नियंत्रण से बाहर हैं। हमारे पास जो संसाधन थे, हमने उनका पूरा उपयोग किया। घबराने के बजाय भविष्य की तरफ देखना महत्वपूर्ण है। हमें करारी हार मिली है, इसका जो भी कारण रहा हो, लेकिन हमें आगे के चमकदार भविष्य को देखने की जरूरत है। उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार पूरी तरह फिट हैं, जो एजबेस्टन टेस्ट में बल्लेबाजी करते हुए चोटिल हो गए थे। प्रवीण ने इस बीच बुधवार को नेट्स पर अभ्यास किया, जिससे लग रहा है कि वह अंतिम टेस्ट मैच के लिए उपलब्ध रहेंगे। इशांत शर्मा, आरपी सिंह और मुनाफ पटेल ने भी गेंदबाजी की, लेकिन श्रीसंत नेट्स पर गेंदबाजी करते हुए नहीं देखे गए। इस बारे में टीम प्रबंधन से कोई जानकारी नहीं मिली है।
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