कर्नाटक की नेता शशिकला को कर्नाटक जेल में वीवीआईपी सुविधाएं दी जा रही हैं (प्रतीकात्मक चित्र)
                                                                                                                        - कर्नाटक जेल में 32 कैदियों के साथ अमानवीय तरीके से मार-पीट हुई
 - जेल में AIDMK नेता शशिकला को VVIP सुविधा दी जा रही हैं
 - पुलिस अधिकारी डी. रूपा ने जेल के भ्रष्टाचार को उजागर किया था
 
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
 हमें बताएं।
                                        
                                        
                                                                                बेंगलुरु: 
                                        राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कर्नाटक के जेल पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेज कर पूछा है कि क्या उन 32 कैदियों के साथ मारपीट की गई  जिन्हें बाद में बेलगाम, मैसूर, बेल्लारी और दावणगेरे जेल में भेज गया. इसके अलावा जिस रात उन्हें एक जेल से दूसरी जेल में भेज जा रहा था क्या उनके साथ मारपीट की गई. कौन सा कैदी किस जेल में है और उसकी क्या हालत है, इन सबका पूरा ब्यौरा 4 हफ्ते के अंदर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को सौंपा जाए.
ये शिकायत कर्नाटक बीजेपी सांसद शोभा करनडालजे की तरफ से आयोग में दर्ज करवाई गई थी. ऐसा माना जा रहा है कि कैदियों के साथ मारपीट इसलिए की गई क्योंकि, उन्होंने जेल में जेल प्रशासन में खिलाफ प्रदर्शन शरू कर दिया था. उन्हें पुलिस अधिकारी डी. रूपा से मिलने नही दिया गया था जो डीआईजी जेल के तौर पर जेल में कैदियों के हालचाल लेने गई थीं.
देखें वीडियो - जेल में शशिकला को VVIP ट्रीटमेंट को लेकर दो अफसरों का तबादला
इसके बाद ही डी. रूपा ने एक रिपोर्ट कर्नाटक के डीजीपी आरके दत्ता को सौंपी थी. इस आरोप के साथ की उन्हें जानकारी मिली कि तमिलनाडु की नेता शशिकला ने 2 करोड़ रुपये की कथित रिश्वत देकर अपने लिए जेल में खास सुविधाएं हासिल की हैं. इन सुविधाओं में उनके लिए खास रसाई और खानसामे की व्यवस्था है.
यह भी पढ़ें- जेल में 'स्पेशल ट्रीटमेंट' का पर्दाफाश करने वाली DIG डी. रूपा का हुआ ट्रांसफर
रूपा ने इस रिश्वतखोरी के लिए तत्कालीन डीजीपी (जेल) सत्यनारायन रॉव और जेल अधीक्षक कृष्ण कुमार की तरफ इशारा किया था. विवाद उठ खड़ा होने के बाद डी. रूपा को ट्रैफिक विभाग में ट्रांसफर कर दिया गया जबकि सत्यनारायण राव को छुट्टी पर भेज गया. राव इसी महीने रिटायर हो रहे हैं. सरकार ने एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी विनय कुमार की अगुआई में जांच शरू करवा दी है और एमए मेघारिक को जेल का अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बनाया गया है. बेंगलुरु सेंट्रल जेल अधीक्षक कृष्ण कुमार का भी तबादला कर दिया गया है.
                                                                        
                                    
                                ये शिकायत कर्नाटक बीजेपी सांसद शोभा करनडालजे की तरफ से आयोग में दर्ज करवाई गई थी. ऐसा माना जा रहा है कि कैदियों के साथ मारपीट इसलिए की गई क्योंकि, उन्होंने जेल में जेल प्रशासन में खिलाफ प्रदर्शन शरू कर दिया था. उन्हें पुलिस अधिकारी डी. रूपा से मिलने नही दिया गया था जो डीआईजी जेल के तौर पर जेल में कैदियों के हालचाल लेने गई थीं.
देखें वीडियो - जेल में शशिकला को VVIP ट्रीटमेंट को लेकर दो अफसरों का तबादला
इसके बाद ही डी. रूपा ने एक रिपोर्ट कर्नाटक के डीजीपी आरके दत्ता को सौंपी थी. इस आरोप के साथ की उन्हें जानकारी मिली कि तमिलनाडु की नेता शशिकला ने 2 करोड़ रुपये की कथित रिश्वत देकर अपने लिए जेल में खास सुविधाएं हासिल की हैं. इन सुविधाओं में उनके लिए खास रसाई और खानसामे की व्यवस्था है.
यह भी पढ़ें- जेल में 'स्पेशल ट्रीटमेंट' का पर्दाफाश करने वाली DIG डी. रूपा का हुआ ट्रांसफर
रूपा ने इस रिश्वतखोरी के लिए तत्कालीन डीजीपी (जेल) सत्यनारायन रॉव और जेल अधीक्षक कृष्ण कुमार की तरफ इशारा किया था. विवाद उठ खड़ा होने के बाद डी. रूपा को ट्रैफिक विभाग में ट्रांसफर कर दिया गया जबकि सत्यनारायण राव को छुट्टी पर भेज गया. राव इसी महीने रिटायर हो रहे हैं. सरकार ने एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी विनय कुमार की अगुआई में जांच शरू करवा दी है और एमए मेघारिक को जेल का अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बनाया गया है. बेंगलुरु सेंट्रल जेल अधीक्षक कृष्ण कुमार का भी तबादला कर दिया गया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं