
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
भारतीय अर्थव्यवस्था सभी क्षेत्रों में व्यापक आधार पर सुधार कर रही है, जो आगे बढ़ने की स्थिति में है और यह FY23 में पूर्व-महामारी विकास पथ पहुंच गई है.
अप्रैल-नवंबर 2022 की अवधि के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह में उछाल बना हुआ है.
साफ-सुथरी बैलेंस शीट के कारण वित्तीय संस्थानों द्वारा ऋण देने में वृद्धि हुई है.
क्रेडिट ऑफटेक में वृद्धि, निजी कैपेक्स में वृद्धि निवेश को बढ़ावा दे रही है.
अप्रैल 2022 से अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों द्वारा गैर-खाद्य ऋण उठान दो अंकों में बढ़ रहा है.