राजस्थान की न्यायिक राजधानी जोधपुर में एक 25 वर्षीय युवक की मौत पर 3 दिन से चली आ रही सियासत पर आखिरकार सोमवार को विराम लग ही गया. मामले के अनुसार बीते माह 27 जून को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के काफिले में शामिल गाड़ी की टक्कर लगने से 25 वर्षीय जगदीश सुथार गंभीर रूप से घायल हो गया था. जहां 11 दिन आईसीयू में भर्ती रहने के बाद शनिवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. जहां जगदीश सुथार की मौत की सूचना के बाद से ही मामले पर सियासत बढ़ने लगी और देखते ही देखते कहीं नेता और जनप्रतिनिधि व सुथार समाज के नेता मथुरादास माथुर अस्पताल की मोर्चरी के बाहर इकट्ठा होने लगे और पूरे मामले पर रोष जताते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ विरोध दर्ज कराया स्थानीय नेताओं ने भी मौत पर सियासत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी और अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एमडीएम मोर्चरी के बाद धरने देकर बैठ गए जहां 3 दिन बाद आखिरकार सोमवार को 'मौत पर सियासत' के इस एपिसोड पर विराम लगा और परिवार की मांगों पर सहमति बनने के साथ धरना समाप्त हुआ.
भाजपा व कांग्रेस के जिलाध्यक्षों ने पीड़ित परिवार से की संयुक्त वार्ता
जगदीश सुथार की मौत के बाद बढ़ते मामले को देखते हुए पीड़ित परिवार से वार्ता करने के लिए भाजपा व कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पीड़ित परिवार से संयुक्त रूप से वार्ता करने मौजूद रहे. जहां केंद्रीय मंत्री की ओर से भाजपा के जिला अध्यक्ष देवेंद्र सालेचा सहायता राशि लेकर पहुंचे थे तो वहीं राज्य सरकार की ओर से कांग्रेस जिलाध्यक्ष नरेश जोशी शहर विधायक मनीषा पंवार के साथ मौजूद रहे. देर रात वार्ता सफल होने साथ ही सोमवार अपराह्न बत्तीस लाख आर्थिक मदद व संविदा नोकरी देने पर बात सहमति बनी.
केंद्रीय मंत्री ने 25 तो मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख मिली आर्थिक मदद
मृतक जगदीश सुथार के परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की ओर से पच्चीस लाख रुपए नगद व राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष से पांच लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी. इसके अलावा एक लाख नेता पुखराज परासर व एक लाख इक्कीस हजार भामाशाह की तरफ से पीड़ित परिवार को दिए जाएंगे.
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