प्रतीकात्मक फोटो
चंडीगढ़:
पंजाब में एक बार फिर भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष हमलावर हो गया है. कैप्टन अमरेंद्र सिंह सरकार के पावर मिनिस्टर पर माइनिंग के ठेके को लेकर कई प्रकार के आरोप लग रहे हैं. इनके चलते विपक्ष ने कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह के इस्तीफे की मांग करते हुए शनिवार को अपना हमला तेज कर दिया. सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अपने पूर्व स्टाफ के नाम पर बेनामी सौदों के जरिए रेत तथा अन्य खान ठेके हासिल किए. हालांकि मंत्री ने इन आरोपों से इंकार किया है. विपक्ष हाल ही में संपन्न नीलामी में खानों के आवंटन पर सवाल कर रहा है. मुख्य विपक्षी आप ने भी आवंटन की सतर्कता जांच कराने की मांग की है.
आप विधायक सुखपाल खरा ने कहा कि अगर मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो पार्टी के नेतागण 30 मई को मुख्यमंत्री निवास के बाहर धरना पर बैठेंगे. खरा ने आरोप लगाया कि ठेका आवंटन में बड़ा घोटाला हुआ है और राणा गुरजीत सिंह ने अपने पैसों से अपने चार पूर्व कर्मचारियों के जरिए खनन ठेका हासिल किया.
खरा ने सिंह के पूर्व रसोइया अमित बहादुर का आयकर रिटर्न भी मीडिया के सामने प्रदर्शित किया. उन्होंने कहा कि रिटर्न के अनुसार उनकी मासिक आमदनी करीब 11,700 रुपए थी. उन्होंने सवाल किया कि ऐसे में वह 26 करोड़ रुपए में खनन ठेका कैसे हासिल कर सकते हैं.
आप नेता ने कहा कि उन्होंने मंत्री के खिलाफ जांच की मांग करते हुए पंजाब सतर्कता ब्यूरो प्रमुख को पत्र लिखा है.
आप विधायक सुखपाल खरा ने कहा कि अगर मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो पार्टी के नेतागण 30 मई को मुख्यमंत्री निवास के बाहर धरना पर बैठेंगे. खरा ने आरोप लगाया कि ठेका आवंटन में बड़ा घोटाला हुआ है और राणा गुरजीत सिंह ने अपने पैसों से अपने चार पूर्व कर्मचारियों के जरिए खनन ठेका हासिल किया.
खरा ने सिंह के पूर्व रसोइया अमित बहादुर का आयकर रिटर्न भी मीडिया के सामने प्रदर्शित किया. उन्होंने कहा कि रिटर्न के अनुसार उनकी मासिक आमदनी करीब 11,700 रुपए थी. उन्होंने सवाल किया कि ऐसे में वह 26 करोड़ रुपए में खनन ठेका कैसे हासिल कर सकते हैं.
आप नेता ने कहा कि उन्होंने मंत्री के खिलाफ जांच की मांग करते हुए पंजाब सतर्कता ब्यूरो प्रमुख को पत्र लिखा है.
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