- फ्रांस में एक के बाद एक सात आतंकवादी हमले में 120 लोगों की मौत हो गई। इस हमले में 200 से ज़्यादा लोग जख्मी हुए हैं, जिसमें 80 लोगों की हालत नाजुक है।
2.इस हमले में शामिल आठ आतंकियों को मार गिराया गया है, जिसमें से सात आत्मघाती हमलावर थे।
3. पुलिस के मुताबिक बंदूकधारियों ने 100 से ज्यादा लोगों को बैटाकलां नाम के थिएटर में बंधक बनाकर रखा था, जिनकी बाद में हत्या कर दी गई।
4.धमाकों के वक्त पेरिस के फुटबाल स्टेडियम में फ्रांस और जर्मनी का फ्रेंडली मैच चल रहा था। धमाके की गूंज स्टेडियम में भी सुनाई दी। जिसके बाद खेल बंद कर दिया गया और सभी दर्शक ग्राउंड में इकट्ठे हो गए।
5.खबरों के मुताबिक, पेरिस के नेशनल स्टेडियम के बाहर इस हमले का मकसद राष्ट्रपति ओलांद को निशाना बनाना था। उस समय राष्ट्रपति स्टेडियम में मौजूद थे।
6.यह हमला मुंबई के 26/11 हमले की तर्ज पर हुआ। मुंबई में भी ऐसे ही पाकिस्तान से आए 10 आतंकियों ने कई जगह फायरिंग और ब्लास्ट किए थे। सुरक्षा विशेषज्ञों ने पेरिस में हुए आतंकी हमलों को वर्ष 2008 में मुंबई पर किए गए हमलों की ही नकल बताया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना सबके सामने मौजूद आतंकवाद के खतरे के प्रति पश्चिमी देशों के रुख को बदलकर रख सकती है। न्यूयॉर्क पुलिस विभाग के खुफिया एवं आतंकवाद रोधी उपायुक्त जॉन मिलर ने एक साक्षात्कार में कहा कि सस्ते संसाधनों के इस्तेमाल के लिहाज से पेरिस के हमले मुंबई आतंकी हमले जैसे हैं। इसके अलावा अन्य कई मामलों में भी ये हमले 26/11 के हमलों से मेल खाते हैं।
जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यक्रम के प्रमुख ब्रूस हॉफमैन ने मशहूर नेशनल पब्लिक रेडियो को दिए साक्षात्कार में अलकायदा के नेता ओसामा बिन लादेन द्वारा पांच साल पहले किए गए उस आह्वान का हवाला दिया, जिसमें मुंबई जैसा हमला यूरोप में करने के लिए कहा गया था। राष्ट्रीय आतंकवादरोधी केंद्र के पूर्व निदेशक माइकल लीटर ने एनबीसी न्यूज को बताया, इन हमलों में जटिलता का जो स्तर है, वह हमने वर्ष 2008 में मुंबई पर बोले गए हमले के बाद से किसी शहरी इलाके में नहीं देखा। उन्होंने कहा, यह हमला पश्चिमी देशों द्वारा इस खतरे को देखे जाने के नजरिए को बदलने वाला साबित होगा।
7.इस हमले के बाद इस्लामिक स्टेट के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया गया है। कहा जा रहा है कि इस हमले में आईएसआईएस का हाथ है और सीरिया में IS के खिलाफ फ्रांस के अभियान को लेकर इसे बदले के रूप में देखा जा रहा है।
8.भारत के पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून समेत कई बड़े नेताओं निंदा की है।
9.हमले के बाद फ्रांस में आपातकाल घोषित किया गया है। सारी सीमाओं को सील कर दिया गया है। लोगों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।
10.इस हमले के बाद एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। शख्स ने कहा कि वह सीरिया से है। यह आईएसआईएस का मिशन है और वह यहां ISIS में भर्ती के लिए आया था। उसके साथ दो और लोग भी थे।
(इनपुट्स भाषा से भी)