Tokyo Olympics: भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) की भाला फेंक प्रतियोगिता (Javelin throw) के ग्रुप ए क्वालीफिकेशन में बुधवार को यहां 83.50 मीटर का क्वालीफिकेशन हासिल करते हुए फाइनल में जगह बनाई. ओलंपिक में पदार्पण कर रहे चोपड़ा ने अपने पहले ही प्रयास में भाले को 86.65 मीटर की दूरी तक फेंककर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया और भारत के लिए पदक की उम्मीद जगाई. चोपड़ा की ओलंपिक की तैयारियां चोट और कोविड-19 महामारी के कारण प्रभावित हुई थी लेकिन उन्होंने अपने प्रशंसकों को बिलकुल निराश नहीं किया और ओलंपिक में अपनी पहली ही थ्रो पर फाइनल में जगह बना ली.
History! History!!! Neeraj Chopra qualifies to the final of Javelin throw with a humongous 86.65M throw in his first attempt🇮🇳 @Neeraj_chopra1 #TeamIndia #IndiaTodayAtOlympics #javelinthrow https://t.co/i9r8tM1spq pic.twitter.com/xlUF6pPLRQ
— Farhaz Khan (@imkhanbhai3) August 4, 2021
#NeerajChopra WOW, Leading #1
— Dr Gaurav Garg (@DrGauravGarg4) August 4, 2021
I have no doubt he will win #Gold today.#Athletics #Javelinthrow #javelin #Tokyo2020 #Olympics pic.twitter.com/FQDPFQstwk
As expected from him 86.65m in first go @Neeraj_chopra1 #ProudIndian #NeerajChopra #javelinthrow #Tokyo2020 pic.twitter.com/zgjDd59sS7
— Geetanjali vats???????? (@geetanjalivats9) August 4, 2021
भाला फेंक में ग्रुप ए और ग्रुप बी से 83.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करने वाले खिलाड़ियों सहित शीर्ष 12 खिलाड़ी फाइनल में जगह बनाएंगे. फाइनल सात अगस्त को होंगे. ग्रुप बी में आज ही भारत के शिवपाल सिंह भी फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की चुनौती पेश करेंगे.
#Tokyo2020 | #Athletics @Neeraj_chopra1 qualifies for #JavelinThrow Finals in style
— Dept of Sports MYAS (@IndiaSports) August 4, 2021
by throwing an impressive distance of 86.65m well beyond qualifying mark in his very first attempt!
This roar should continue Neeraj.#Go4Gold pic.twitter.com/OIFuuEWy0H
जीत सकते हैं नीरज मेडल
टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) की भाला फेंक प्रतियोगिता (Javelin throw) में नीरज ने पहली ही कोशिश में क्वालीफिकेशन मार्क से ज्यादा थ्रो करके जता दिया है कि उनसे मेडल की उम्मीद करना बईमानी नहीं है. अब 7 अगस्त को इसका फाइनल होना है. जून में पुर्तगाल के लिस्बन शहर में हुए मीटिंग सिडडे डी लिस्बोआ टूर्नामेंट में नीरज ने गोल्ड मेडल जीतने का कमाल किया है. नीरज की फिटनेस भी अब काफी शानदार है. नीरज का सफर भी काफी संघर्ष भरा रहा है. वो टोक्यो ओलंपिक में आने से पहले कोरोना के भी शिकार हो गए थे. कोरोना को मात देने के बाद वो टोक्यो आए हैं. इतना ही नहीं वह कंधे की चोट का शिकार भी हो गए थे जिसके कारण उन्हें तमाम प्रतियोगिताओं से भी दूर होना पड़ा था.
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