Tokyo Olympics में पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. भले ही सिंधु का गोल्ड मेडल जीतने का सपना टूट गया लेकिन लगातार दो ओलंपिक में मेडल जीतना अपने-आप में बड़ी बात है. सिंधु ने 2016 के ओलंपिक में सिल्वर मेडल हासिल करने का कारनामा किया था. सिंधु का सफर भी काफी चुनौती भरा रहा है. बैडमिंटन में विश्व चैंपियन बनने से लेकर ओलंपिक में मेडल जीतने का सफर उनका बेहद ही संघर्ष भरा रहा है. सिंधु अपने करियर में इतना सफल ऐसे ही नहीं बल्कि इसके पीछे कड़ी मेडनत भी लगी है. जानते हैं उनके बारे में अहम बातें.
माता-पिता भी हैं एथलीट
पुसरला वेंकट सिंधु (PV Sindhu) का जन्म 5 जुलाई 1995 को पीवी रमना और पी विजया के घर हुआ था, उनके माता-पिता दोनों ही एथलीट थे - राष्ट्रीय स्तर पर दोनों वॉलीबॉल खिलाड़ी थे, इसलिए पीवी सिंधु की खेलों में रुचि कोई आश्चर्य की बात नहीं है. उनके पिता को वास्तव में वॉलीबॉल के खेल में उनके योगदान के लिए 2000 में अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया है.
ट्रेनिंग के लिए रोजाना 120 किमी का सफर तय करती थीं
पीवी सिंधु ने कम उम्र में बैडमिंटन में रुचि दिखाई, और वह अपने माता-पिता की बदौलत इसे आगे बढ़ाने में सफल रही. 12 साल से अधिक समय तक, उनके पिता उन्हें पुलेला गोपीचंद की अकादमी में ले जाने के लिए सुबह 3 बजे उठाते थे जहाँ उसने प्रशिक्षण लिया था. सिंधु 120 किमी रोजना सफर तय करती थी और इसके बाद ट्रेनिंग भी जमकर किया करती थी.
बैडमिंटन टूर्नामेंट के लिए अपनी बहन की शादी को अटेंड नहीं किया
पीवी सिंधु के जज्बे का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अपनी बहन की शादी भी उन्होंने बैडमिंटन टूर्नामेंट के लिए मिस कर दिया था. पीवी सिंधु की बड़ी बहन पी दिव्या की शादी 2012 में हैदराबाद में हुई थी, लेकिन बैडमिंटन टूर्नामेंट के कारण शादी में शामिल नहीं हो सकीं, 17 साल की पीवी सिंधु उस समय लखनऊ में सैयद मोदी इंटरनेशनल इंडिया ग्रां प्री गोल्ड में खेल रही थीं.
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पीवी सिंधु अपने फोन के बिना पूरे तीन महीने तक रहीं थी
साल 2016 में पीवी सिंधु ओलंपिक रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं थी. ओलंपिक के लिए प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उस समय उनके कोच रहे पुलेला गोपीचंद ने सिंधु को पूरे तीन महीने तक फोन से दूर कर दिया था. 2016 रियो ओलंपिक में सिंधु के रजत पदक जीतने के बाद उत्साहित कोच गोपीचंद ने कहा था, "सिंधु के पास पिछले तीन महीनों के दौरान उसका फोन नहीं था. पहली बात यह है कि मैं उसका फोन वापस कर दूंगा'
रियो ओलंपिक 2016 के बाद सचिन तेंदुलकर ने उन्हें एक कार गिफ्ट की थी
ओलिंपिक में सिल्वर जीतना बेशक सिंधु के लिए बेहद खास पल था।. यह तब और भी खास हो गया जब 'मास्टर ब्लास्टर' सचिन तेंदुलकर ने उनकी जीत को तोहफे से सम्मानित किया. सचिन तेंदुलकर ने रियो उपलब्धि के लिए पीवी सिंधु को बीएमडब्ल्यू कार भेंट की थी.
पीवी सिंधु को ध्यान लगाना बेहद ही पसंद है
पीवी सिंधु को मेडिटेशन और योग करना बेहद पसंद हैं. सिंधु को स्वीमिंग करना भी बेहद ही पसंद है. जब वह ट्रेनिंग नहीं कर रही होती हैं तो पीवी सिंधु स्विमिंग, योगा और मेडिटेशन से खुद को तरोताजा करती हैं, 2019 को एनडीटीवी में दिए अपने इंटरव्यू में सिंधु ने कहा था "मैं शांत रहने के लिए ध्यान करती हूं"
पीवी सिंधु के फेवरेट एक्टर
दिग्गज बैडमिंटन प्लेयर पीवी सिंधु को टॉलीवुड से महेश बाबू और प्रभास काफी पसंद हैं इसके अलावा बॉलीवुड में सिंधु के फेवरेट एक्टर ऋतिक रोशन हैं.
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