हिमा दास लगभग ओलिंपिक क्वालीफाइंग दौर से बाहर हो गयी हैं
पटियाला/नई दिल्ली: अनुभवी चक्काफेंक खिलाड़ी सीमा पूनिया ने मंगलवार को तोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympic 2020) के लिये क्वालीफाई कर लिया, जब उन्होंने राष्ट्रीय अंतर राज्य एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 63.70 मीटर का थ्रो फेंककर स्वर्ण पदक जीता. सैंतीस वर्ष की पूनिया ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत और 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था. उन्होंने 63.50 मीटर का ओलिंपिक क्वालीफाइंग मार्क हासिल किया. वहीं, टेनिस में मिक्ड्स डबल्स में भारत के रोहन बोप्पन और दिविज शरण ओलिंपिक के लिए क्वालीफायी नहीं कर सके.
पूनिया का 2004, 2012, 2016 के बाद यह चौथा ओलिंपिक है. वह इस स्पर्धा में ओलिंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली दूसरी भारतीय महिला हैं. राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी कमलप्रीत कौर ने 66.59 मीटर का थ्रो फेंककर सोमवार को क्वालीफाई किया था. पूनिया तोक्यो ओलंपिक के व्यक्तिगत वर्ग में क्वालीफाई करने वाली भारत की 12वीं एथलीट है. वह पिछले सप्ताह बेलारूस में मिंस्क ओपन खेलने के बाद रविवार को तड़के ही यहां पहुंची थी.
वहीं, स्टार फर्राटा धाविका हिमा दास का तोक्यो ओलंपिक से बाहर रहना तय है. शनिवार को वह सौ मीटर की हीट में भाग लेते समय हैमस्ट्रिंग चोटका शिकार हो गई. इसके अलावा महिलाओं की चार गुणा सौ. मीटर रिले टीम भी क्वालीफाई नहीं कर सकी जिसका वह हिस्सा है. हिमा ने 200 मीटर फाइनल के जरिये भी क्वालीफाई करने की कोशिश की लेकिन पांचवें स्थान पर ही.
दूसरी ओर, टेनिस स्पर्धा में पदक की भारत की उम्मीदों को झटका लगा जब रोहन बोपन्ना और दिविज शरण पुरुष युगल के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रहे. इसके साथ ही मिक्डस्ड डबल्स में भी भारत की कोई जोड़ी नहीं होगी जहां देश के पास पदक जीतने का सर्वश्रेष्ठ मौका होता. संभावना थी कि 113 की खराब संयुक्त रैंकिंग के बाद बोपन्ना (38) और बायें हाथ के खिलाड़ी दिविज (75) का ओलंपिक में जगह बनाना बड़े पैमाने पर खिलाड़ियों के हटने पर निर्भर करता.
अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) के सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘आईटीएफ (अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ) ने पुष्टि की है कि बोपन्ना और दिविज पुरुष युगल में टीम के रूप में प्रवेश नहीं कर सकते. हालांकि 16 जुलाई तक चीजों में बदलाव हो सकता है (अगर और अधिक खिलाड़ी हटते हैं तो). '
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